कई बार हमारी त्वचा में कुछ ऐसी समस्याएं देखने को मिलती हैं जिसका कारण हमें ठीक से पता नहीं होता है और उसकी वजह से हम उसका सही इलाज नहीं कर पाते हैं। ऐसी ही त्वचा समस्याओं में से एक है उंगलियों के पोरों का कालापन। दरअसल उंगलियों के पोरों का कालापन कई कारणों से हो सकता है। ये एक अनुवांशिक कारण हो सकता है, किसी दवा का रिएक्शन हो सकता है, किसी ओरल कंट्रासेप्टिव का रिएक्शन हो सकता है या किसी अन्य त्वचा समस्या की वजह से भी पोर काले होने लगते हैं।
पोरों का कालापन भले ही आपके स्वास्थ्य को ज्यादा प्रभावित न करे लेकिन ये हाथों की खूबसूरती को बिगाड़ देता है। इसलिए आपको इस समस्या के सही कारणों के बारे में जानकारी होने के साथ इसके सही इलाज की भी जरूरत होती है। किसी भी उम्र में किसी को भी काले पोर की समस्या हो सकती है। किन गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। आइए डर्मेटोलॉजिस्ट विप्लव कांबले से जानें उंगलियों के पोरों के काले होने के कारण और इस समस्या से निजात पाने के कुछ उपायों के बारे में।
डार्क पोर कई तरह की स्वास्थ्य स्थितियों का लक्षण हो सकते हैं। यह विटामिन की कमी और कुछ दवाओं के कारण भी हो सकता है। आइए कुछ सबसे सामान्य कारणों के बारे में बताते हैं।
अकन्थोसिस निगरिकन्स एक ऐसी स्थिति है जिसमें उंगलियों के पोर सहित शरीर के एक या अधिक क्षेत्रों में त्वचा का काला पड़ना और मोटा होना शामिल है। काली त्वचा मखमली महसूस कर सकती है, इसमें खुजली हो सकती है या दुर्गंध भी आ सकती है। वैसे तो यह स्थिति किसी भी व्यक्ति में हो सकती है लेकिन इसका खतरा कुछ लोगों के लिए बहुत अधिक बढ़ जाता है जैसे जो लोग अधिक वजन वाले हैं या मोटापे से ग्रस्त हैं, अकन्थोसिस निगरिकन्स की कोई फैमिली हिस्ट्री हो, कोई अन्य बीमारी जैसे डायबिटीज से पीड़ित होने पर भी इसका खतरा बढ़ जाता है।
यह विडियो भी देखें
इसे भी पढ़ें:पैर की उंगलियों के कालेपन को दूर करने के लिए अपनाएं ये नुस्खे
काले पोरों की समस्या उन लोगों में सबसे अधिक हो सकती है जिन्हें डायबिटीज है या जिन्हें डायबिटीज होने के कई जोखिम हैं। प्रीडायबिटीज का मतलब है कि आपका ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक है। विशेषज्ञ बताते हैं कि प्रीडायबिटीज के अक्सर कोई लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए काले पोर आपके लिए एक चेतावनी के संकेत हो सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि जीवनशैली में बदलाव आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं और प्रीडायबिटीज को डायबिटीज की ओर बढ़ने से रोक सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि इंसुलिन का उच्च स्तर त्वचा कोशिकाओं के विकास को प्रभावित कर सकता है इसलिए ये उंगलियों के पोरों के कालेपन का कारण बन सकता है।
शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी पोरों के कालेपन का कारण बन सकता है। मुख्य रूप से विटामिन बी-12 की कमी की वजह से उंगलियों के पोर काले दिखाई देने लगते हैं। रिसर्च बताते हैं कि विटामिन बी-12 की कमी वाले लगभग 10 प्रतिशत लोगों के पोर काले पड़ जाते हैं। जब बी -12 की कमी का इलाज किया जाता है, तो पोरों पर त्वचा अपने सामान्य रंग में वापस आ जाती है।
कुछ लोगों के उंगलियों के पोर उनके द्वारा ली जा रही दवा के रिएक्शन के कारण काले हो सकते हैं। इस तरह की समस्या के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स, ग्रोथ हार्मोन थेरेपी, एस्ट्रोजन थेरेपी, स्टेरॉयड का उपयोग और दुरुपयोग, नियासिन और निकोटिनिक एसिड का इस्तेमाल, इंसुलिन का इंजेक्शन जैसी कई दवाएं इसका कारण बन सकते हैं। यदि आप इनमें से कोई भी दवा ले रहे हैं, तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श करके उंगलियों के पोरों के कालेपन को कम कर सकते हैं।
उंगलियों के कालेपन को दूर करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है इसके कारणों की जांच करने के बाद डॉक्टरी परामर्श लें। जब डॉक्टर को सही कारणों का पता चल जाता है तब पोरों के कालेपन को जल्दी ही दूर किया जा सकता है। यदि आपके काले पोर किसी स्वास्थ्य समस्या की वजह से है तो उसका सही इलाज करें।
इसे भी पढ़ें: Celeb Beauty Tips: इस फ्री के ब्यूटी प्रोडक्ट से दूर करें गले, घुटने और कोहनी का कालापन
आमतौर पर पोरों के कालेपन की समस्या अनियंत्रित शर्करा लेवल की वजह से होती है। इसलिए आपको ध्यान में रखना है कि शर्करा लेवल यानी डायबिटीज कंट्रोल में रखें। ऐसा करने से पोरों के कालेपन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
हाथों में नियमित रूप से सनस्क्रीन और मॉइस्चराइजर का उपयोग करने से पोरों के कालेपन को कम किया जा सकता है। दरअसल पोरों का कालापन कई बार त्वचा के रूखेपन से भी हो सकता है। मॉइस्चराइजर त्वचा के प्राकृतिक जलयोजन को बनाए रखता है और सनस्क्रीन यूवी किरणों और पर्यावरण और प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
जो लोग कॉस्मेटिक उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं या फिर हाथों में किसी भी तरह का ब्यूटी ट्रीटमेंट लेते हैं उन्हें ध्यान से उन उत्पादों की जांच कर लेनी चाहिए और ब्यूटी ट्रीटमेंट की सही जानकारी ले लेनी चाहिए। ध्यान रखें कभी भी पुराने या एक्सपायर्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें। अपनी त्वचा को ज़्यादा रगड़ने की कोशिश न करें क्योंकि रगड़ने से त्वचा का कालापन कम होने की बजाय बढ़ सकता है।
पोषक तत्वों की कमी होने पर हमें सीबीसी की जांच करनी चाहिए और उसके अनुसार इलाज करना चाहिए। यदि शरीर में खून की कमी है तो आयरन युक्त खाद्य सामग्रियों के साथ डॉक्टर की परामर्श से आयरन की दवाएं लें। अपने खाने में विटामिन- बी 12 की मात्रा बढ़ा दें। अपने भोजन में सभी पोषक तत्वों की उचित मात्रा शामिल करें जिससे काले पोरों की समस्या को ठीक किया जा सके।
यदि आपको ऐसा लगता है कि किसी भी तरह से उंगलियों के पोरों का कालापन दूर नहीं हो रहा है तो इसे ठीक करने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट यानी त्वचा रोग विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें और उसकी बताई दवाओं का सेवन करें।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए जब आप उंगलियों के पोरों के कालेपन को दूर करने के उपाय अपनाएंगी तो जल्द ही आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा और हाथों की खूबसूरती भी बनी रहेगी।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।