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रोज खाली पेट पिएं इस फूल का काढ़ा, 10 बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

आयुर्वेद में कई ऐसे फूल, पौधे और हर्ब्स बताए गए हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। यहां हम आपको एक ऐसे ही फूल से बनने वाले काढ़े के बारे में बता रहे हैं, जो कई बीमारियों को दूर कर सकता है।
Editorial
Updated:- 2024-01-12, 10:06 IST

Kanchnar Benefits: आयुर्वेद में कई ऐसे फूल, पौधे और हर्ब्स बताए गए हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। गिलोय, मोरिंगा, अश्वगंधा, गुग्गुल और भी कई ऐसी चीजे हैं, जिन्हें आयुर्वेद में सेहत के लिए फायदेमंद बताया गया है। यहां हम आपको एक ऐसे ही खास फूल के बारे में बता रहे हैं। कचनार के इस फूल का इस्तेमाल आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इस पौधे के फूल, तने और पत्ते सभी फायदेमंद है। यहां हम आपको इसके फूल से बनने वाले एक खास काढ़े के बारे में बता रहे हैं, जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है। यह जानकारी डॉक्टर दीक्षा भावसार दे रही हैं। डॉक्टर दीक्षा, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स ब्रांड द कदंब ट्री की फाउंडर और BAMS (Bachelor of Ayurveda Medicine) हैं।

कचनार के फूल से बनने वाले काढ़े के फायदे (Health Benefits of Kanchnar)

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  • आयुर्वेद में कचनार को औषधीय पौधा बताया जाता है। इसके औषधीय गुणों की वजह से इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
  • कंचनरा या कचनार की जड़े, तने, फूल और पत्तियां सभी फायदेमंद होती हैं।
  • पीसीओएस और अल्सर के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • ट्यूमर, फाइब्रॉइड और थायरॉइड (थायरॉइड में पिएं यह खास पानी) में इसे जादुई माना जाता है।
  • इसके फूल और तने से बने काढ़े से कफ और पित्त बैलेंस होता है। 
  • सर्दियों में जिन लोगों को कफ की समस्या होती है, उन्हें इसके काढ़े को जरूर पीना चाहिए। यह अस्थमा में भी आराम पहुंचाता है।
  • जिन लोगों के मुंह में बार-बार छाले हो जाते हैं, उन्हें इसके काढ़े को जरूर लेना चाहिए।
  • यह काढ़ा एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ट्यूमर, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। 

कैसे तैयार करें कचनार का काढ़ा?

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  • इसके फूल और छाल का काढ़ा बनाकर खाली पेट लेना बहुत फायदेमंद होता है।
  • आप इसकी छाल और फूल को अच्छी तरह साफ कर इसे पानी में डालकर उबालें।
  • इसका काढ़ा तैयार करें।
  • इसे छानकर खाली पेट पिएं।

नोट- यूं तो यह हर्ब पूरी तरह से प्राकृतिक और औषधीय गुणों से भरपूर है लेकिन फिर भी एक्सपर्ट इसे लेने से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी मानती हैं।

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Image Credit:Freepik

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