यूं तो महिलाओं को हार्मोनल बदलावों के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इनमें से एक सबसे आम और अक्सर परेशान करने वाली समस्या वजाइना से होने वाला डिस्चार्ज है। कुछ महिलाओं में वजाइना से होने वाले इस डिस्चार्ज के कारण हल्की या कभी-कभी अजीब गंध भी आती है। यह समझना जरूरी है कि शरीर के अन्य अंगों जैसे बेली बटन या अंडरआर्म्सकी तरह ही वजाइना से भी नेचुरल गंध आना सामान्य है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वजाइना के टिश्यू और हेल्दी बैक्टीरिया नेचुरल स्राव उत्पन्न करते हैं, जिसमें अक्सर हल्की गंध आती है, जो वजाइना के पीएच संतुलन को बनाए रखता है। फिर भी, कभी-कभी यह गंध सामान्य से ज्यादा तेज या अप्रिय महसूस हो सकती है। इस वजह से महिलाओं को कई बार शर्मिंदगी, झिझक या चिंता भी महसूस हो सकती है।
अगर आप भी ऐसी ही महिलाओं में से एक हैं, जो वजाइना से आने वाली नॉर्मल से ज्यादा तेज या अप्रिय बदबू से बचने के लिए सुरक्षित, असरदार और आसान उपायों की तलाश में हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं। इस उपाय को आप बेहद आसानी से आजमा सकती हैं। अगर आप इसे सही तरीके से इस्तेमाल करेंगी तो आपको कुछ ही दिनों में समस्या से राहत मिल सकती है। अंकुरा हॉस्पिटल फॉर विमेन एंड चाइल्ड, पुणे की कंसल्टेंट ऑब्जर्सिटिव गायनोकॉलोजिस्ट और इनफर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉक्टर अश्विनी राठौड़ बता रही हैं। लेकिन, इस घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से जानने से पहले, यह समझना भी जरूरी है कि वजाइना से आने वाली असामान्य बदबू के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और इसके मुख्य लक्षण क्या हैं।
एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट का कहना है, ''वजाइना या योनि से सफेद या हल्के पानी जैसे लिक्विड का निकलना, जिसे योनि स्राव या वजाइनल डिस्चार्ज कहते हैं, यह नॉर्मल और प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह ज्यादातर गंधहीन या बहुत हल्की गंध वाला डिस्चार्ज वजाइना को बाहरी इंफेक्शन से बचाता है, प्राकृतिक रूप से लुब्रिकेशन देता है और वजाइना के स्वास्थ्य को बनाए रखने में जरूरी भूमिका निभाता है। हेल्दी डिस्चार्ज आमतौर पर साफ, दूधिया सफेद या हल्का पीला होता है और इसकी स्थिरता पीरियड्स में बदल सकती है। हालांकि, अगर डिस्चार्ज से आने वाली बदबू बहुत तेज है, असामान्य है (जैसे मछली जैसी गंध) या यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो इसके कारणों का पता लगाकर इससे छुटकारा पाने के उपायों की खोज की जानी चाहिए, जिसमें डॉक्टरी सलाह लेना भी शामिल है।"
इस बात का भी ध्यान रखें कि पीरियड्स के दौरान या प्रेग्नेंसी जैसे हार्मोनल बदलावों के समय वजाइनल डिस्चार्ज में बदलाव आता है। इस आर्टिकल में, हम वजाइनल डिस्चार्ज से आने वाली तेज बदबू से छुटकारा दिलाने में मददगार एक ऐसे तेल के बारे में बता रहे हैं, जिसे आप घर पर आसानी से आजमा सकती हैं।
वजाइनासे आने वाली बदबू के कारण
- वजाइनल यीस्ट इंफेक्शन के कारण आमतौर पर गाढ़ा, सफेद, पनीर जैसा वजाइनल डिस्चार्ज होता है, जिसमें खुजली और जलन भी महसूस हो सकती है। साथ ही, बदबू भी आती है।
- टैम्पोन का ज्यादा या लंबे समय तक इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया के पनपने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे तेज बदबू आ सकती है।
- सफाई के लिए तेज केमिकल युक्त साबुन या डूशिंग का इस्तेमाल करने से वजाइना का प्राकृतिक पीएच संतुलन बिगड़ सकता है। इससे गुड बैक्टीरिया खत्म हो सकते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिससे ड्राईनेस, जलन और बदबू आ सकती है।
- क्लैमाइडिया, गोनोरिया और विशेष रूप से ट्राइकोमोनिएसिस जैसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (एसटीआई)वजाइना से तेज बदबू आने का कारण बन सकते हैं।
- बैक्टीरियल वेजिनोसिसवजाइना में बैक्टीरिया के सामान्य संतुलन में गड़बड़ी के कारण होने वाला एक आम इंफेक्शन है। इसमें अक्सर मछली जैसी तेज और अप्रिय गंध आती है, जो सेक्शुअल रिलेशन के बाद और तेज हो सकती है, साथ ही पतला, ग्रे या सफेद डिस्चार्ज भी हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग या मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल में होने वाले उतार-चढ़ाव से भी वजाइना की गंध में परिवर्तन महसूस होता है।
- प्राइवेट पार्ट की ठीक से सफाई न रखना या सिंथेटिक, टाइट कपड़े पहनना जिससे हवा ठीक से पास न हो, पसीना जमा होने और बैक्टीरिया के पनपने का कारण बन सकता है, जिससे बदबू आ सकती है।
वजाइना से आने वाली बदबू के लिए नारियल तेल
नारियल का तेल, विशेष रूप से वर्जिन और कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल त्वचा के लिए अच्छा नेचुरल मॉइश्चराइजर माना जाता है। इसमें मौजूद लॉरिक एसिड और कैप्रिक एसिड जैसे घटक इसे एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण प्रदान करते हैं। इन्हीं गुणों के कारण यह बाहरी यीस्ट या बैक्टीरियल असंतुलन से लड़ने में मदद करता है, जो वजाइना के बाहरी हिस्से में हल्की गंध या जलन पैदा कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह ड्राई और सेंसिटिव त्वचा के लिए अच्छा होता है और नमी देता है।
वजाइना की बदबू के लिए नारियल तेल कैसे इस्तेमाल करें?
- आप थोड़ी सी मात्रा में शुद्ध नारियल तेल को अपनी उंगलियों पर लेकर वजाइना के बाहरी हिस्से की त्वचा पर हल्के हाथों से लगा सकती हैं।
- इसे कुछ देर (जैसे 15-20 मिनट) तक लगा रहने दें और यदि आपको ज्यादा तेल महसूस हो तो उसे साफ, मुलायम कपड़े या तौलिए से हल्के से पोंछ लें।
- यह उपाय बाहरी त्वचा पर मौजूद हल्की गंध और ड्राईनेस को कम करने में कुछ हद तक मददगार होता है।
सावधानी
- नारियल तेल का इस्तेमाल वजाइनाके बाहरी हिस्से पर ही करें। इसे वजाइना के अंदर न डालें।
- किसी भी नए प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से पहले त्वचा पर पैच टेस्ट करके देख लें कि कहीं इससे कोई एलर्जी या जलन तो नहीं हो रही है।
- यदि आपको नारियल तेल लगाने के बाद किसी भी तरह की जलन, खुजली या असहजता महसूस हो, तो इसका इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें।
- यह उपाय केवल हल्की-फुल्की गंध या ड्राईनेस के लिए है। यदि वजाइना से बहुत तेज, असामान्य या लगातार बदबू आ रही हो, या इसके साथ खुजली, जलन, दर्द या असामान्य रंग का डिस्चार्ज जैसे लक्षण हों, तो यह किसी इंफेक्शन या अन्य गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इस कंडीशन में तुरंत गायनोकॉलोजिस्ट से बात करें।
वजाइना स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बैलेंस डाइट लेना, पर्याप्त पानी पीना, पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना, कॉटन अंडरवियर पहनना और डॉक्टर से रेगुलर चेकअप करना जरूरी है।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
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