प्रोटीन शरीर के तीन मैक्रो न्यूट्रिएंट्स में से एक है और इसकी शरीर को बहुत अधिक आवश्यकता होती है। प्रोटीन सिर्फ टिश्यू रिपेयर या ग्रोथ में ही मदद नहीं करते हैं, बल्कि हार्मोन के सही तहर के फंक्शन में भी अहम् भूमिका निभाते हैं। इतना ही नहीं, प्रोटीन शरीर में एनर्जी सोर्स के रूप में भी काम करते हैं। आमतौर पर, यह देखने में आता है कि जब लोग जिम शुरू करते हैं या फिर बॉडी बिल्डिंग पर ध्यान देने लगते हैं तो वे अपना प्रोटीन इनटेक बढ़ा देते हैं।
ऐसे लोग हाई प्रोटीन डाइट लेना पसंद करते हैं। जबकि अन्य लोगों को ऐसा लगता है कि हाई प्रोटीन डाइट उनके लिए नहीं है। हालांकि, यह हर व्यक्ति की शरीर की जरूरतों पर निर्भर करता है। हाई प्रोटीन डाइट को लेकर कई तरह के मिथ्स लोगों के मन में हैं।
तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-अमूमन जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो इसका दुष्प्रभाव सेहत पर नजर आता है।
मिथ 1- हाई प्रोटीन डाइट किडनी को नुकसान पहुंचाती है।
सच्चाई- हाई प्रोटीन डाइट (हाई प्रोटीन डाइट) को लेकर यह एक आम मिथ है। अक्सर लोग यह मानते हैं कि अगर वे हाई प्रोटीन डाइट लेंगे तो इससे उनकी किडनी पर बुरा असर पड़ेगा। जबकि ऐसा नहीं है। हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही किडनी से जुड़ी कोई समस्या है तो ऐसे में अत्यधिक प्रोटीन का सेवन उनकी किडनी पर दबाव डाल सकता है। अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं तो अपने फिटनेस गोल्स को ध्यान में रखते हुए व डॉक्टर की सलाह पर हाई प्रोटीन डाइट ले सकते हैं।
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मिथ 2- हाई प्रोटीन डाइट केवल बॉडीबिल्डर के लिए है।
सच्चाई- आपने अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि हाई प्रोटीन डाइट केवल बॉडी बिल्डर्स के लिए होती है। यकीनन बॉडीबिल्डर और एथलीट को हाई प्रोटीन (प्रोटीन सप्लीमेंट पाउडर) डाइट मसल ग्रोथ और रिकवरी में मदद करती है। लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल भी नहीं है कि अन्य लोग इसे फॉलो नहीं कर सकते। हाई प्रोटीन डाइट उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है जो वजन कम करना चाहते हैं और कैलोरी रिस्ट्रिक्शन के दौरान अपनी मसल्स को ऐसे ही बनाए रखना चाहते हैं।
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मिथ 3- सभी प्रोटीन सोर्स एक समान रूप से हेल्दी हैं।
सच्चाई- जब लोग हाई प्रोटीन डाइट पर जाते हैं तो वे सिर्फ और सिर्फ अपने प्रोटीन इनटेक पर ध्यान देते हैं। उन्हें लगता है कि सभी प्रोटीन सोर्स उनकी सेहत पर एकसमान रूप से असर डालेंगे। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। हर प्रोटीन सोर्स का अपना अलग हेल्थ इफेक्ट होता है। जहां लीट मीट, पोल्ट्री, मछली, अंडे, डेयरी, फलियां और नट्स सभी हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकते हैं, वहीं प्रोसेस्ड मीट और हाई फैट एनिमल प्रोडक्टस को अगर अधिक मात्रा में लिया जाता है तो ये सेहत पर नेगेटिव असर भी डाल सकते हैं। इसलिए, आपको विभिन्न प्रकार के प्रोटीन सोर्स को बैलेंस तरीके से लेना आना चाहिए।
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