मोटापा आज के समय में हर घर की समस्या बन चुकी है। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई इसकी जद में आ चुका है। आमतौर पर, यह देखने में आता है कि जिन लोगों का वजन अधिक होता है या फिर वह अपनी बढ़ी हुई तोंद से परेशान होते हैं, तो वह मार्केट में मिलने वाली तरह-तरह की दवाईयों व तेल आदि का इस्तेमाल करते हैं।
हालांकि, इससे उन्हें कुछ खास फायदा नहीं होता। यूं तो वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज व प्रॉपर डाइट फॉलो करने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आप अपने वेट लॉस प्रोसेस को स्पीड अप करना चाहती हैं, तो ऐसे में आप घर पर भी खुद से एक आयुर्वेदिक तेल तैयार कर सकती हैं।
घर पर बनाया जाने वाला यह तेल ना केवल बेहद ही कारगर है, बल्कि इससे आपको किसी तरह का नुकसान होने की संभावना नहीं है। साथ ही साथ, नेचुरल तरीके से बनाए जाने के कारण यह किसी खास स्पॉट के फैट को भी कम करने में मददगार है। तो चलिए आज इस लेख में बीएलके मैक्स हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक मेडिसिन डिपार्टमेंट की सीनियर कंसल्टेंट प्रोफेसर डॉ. रजनी सुषमा आपको घर पर ही इस आयुर्वेदिक तेल को बनाने के तरीके के बारे में बता रही हैं-
पिप्पली से मिलते हैं यह लाभ
पिप्पली को वेट लॉस के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को बूस्टअप करके वेट लॉस में मददगार है। आमतौर पर, लोग पिप्पली के चूर्ण को शहद में मिलाकर इसका सेवन करते हैं, लेकिन इसकी मदद से तेल भी बनाया जा सकता है।
पिप्पलामूल से मिलते हैं यह लाभ
पिप्पलामूल पिप्पली का ही एक भाग है। आमतौर पर, पिप्पली के कच्चे फलों को धूप में सुखाने के बाद उपयोग किया जाता है। इसके फल के अलावा इसकी जड़ को भी इस्तेमाल में लाया जाता है, जिसे पिप्पलामूल के नाम से जाना जाता है। शरीर की चर्बी को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल करना लाभदायक होता है।
शुष्ठी चूर्ण से मिलते हैं यह लाभ
शुष्ठी चूर्ण शरीर के डाइजेशन सिस्टम को बेहतर बनाता है। आमतौर पर, इस चूर्ण का सेवन करने से बवासीर और कब्ज में लाभ होता है। इसलिए, वजन कम करने के लिए इसे लाभदायक माना जाता है। आयुर्वेदिक तेल बनाते समय इसे इस्तेमाल करने से लाभ मिलता है।
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त्रिफला चूर्ण से मिलते हैं यह लाभ
त्रिफला चूर्ण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण को बेहद ही कारगर माना जाता है। यह कब्ज व सूजन को कम करने में मददगार है और शरीर की टोनिंग करने में लाभदायक है।
वृक्षाम्ल फल मज्जा चूर्ण से मिलते हैं यह लाभ
वृक्षाम्ल फल मज्जा चूर्ण ना केवल पेट के कीड़ों को दूर करता है, बल्कि यह कब्ज व पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करता है। जब इस चूर्ण का इस्तेमाल किया जाता है, तो इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
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ऐसे बनाएं आयुर्वेदिक तेल
घर पर आयुर्वेदिक तेल को बनाने के लिए आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी।
आवश्यक सामग्री-
- पिप्पली - 5 ग्राम
- पिप्पला मूल - 5 ग्राम
- शुष्ठी चूर्ण - 5 ग्राम
- त्रिफला चूर्ण - 5 ग्राम
- वृक्षाम्ल फल मज्जा चूर्ण - 5 ग्राम
- तिल या सरसों का तेल - 150 ग्राम
तेल बनाने का तरीका-
- पिप्पली, पिप्पला मूल, शुष्ठी चूर्ण, त्रिफला चूर्ण और वृक्षाम्ल फल मज्जा चूर्ण को पानी में मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
- अब 150 ग्राम तिल या सरसों का तेल लें।
- तेल में इस पेस्ट को मिक्स करें और उसे पकाकर छान लें।
- हर दिन सुबह शौचादि से निवृत होकर इस तेल से उस स्थान की मालिश करें।
- मालिश के आधे घंटे बाद नहा लें।
- तो अब आप अपनी जिद्दी चर्बी से परेशान ना हो, बस इस तेल को बनाएं और हर दिन मालिश करके फैट को कम होते हुए देखें।
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Image Credit- freepik
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