Jeevan Mein Shanti Na Mil Pane Ka Karan: महाभारत हिन्दू धर्म का प्राचीनतम महाकाव्य माना जाता है। इस ग्रंथ में जीवन से जुड़ी कई जरूरी सीखें छुपी हैं। हालांकि घरो में महाभारत रखना और पढ़ना वर्जित माना गया है लेकिन संतों द्वारा इसका अनुवाद लोगों के बीच हमेशा से होता आया। इस अनुवाद ने जीवन के उतार-चढ़ावों से जुड़ी कई सीखें व्यक्ति को दी हैं।
ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स का कहना है कि महाभारत में न सिर्फ जीवन से जुड़ी अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार सीख के बारे में विस्तार से बताया गया है बल्कि जीवन के अन्य पहलुओं के बारे में इस ग्रंथ से पता चलता है। उदाहरण के तौर पर ऐसा अक्सर देखने को मिलता है कि व्यक्ति के जीवन में कसी भी वस्तु की कमी नहीं है लेकिन इसके बावजूद भी न तो वह खुश है, न संतुष्ट है और न ही उसके जीवन में शांति है।
महाभारत ग्रंथ में वर्णित जानकारी के आधार पर आज हम आपको इसी विषयी में बताने जा रहे हैं कि ऐसा कब और किन कारणों से होता है कि व्यक्ति कितना भी परिश्रम कर ले और उस परिश्रम के माध्यम से सब कुछ हासिल कर ले मगर फिर भी उसका मन विचलित ही रहता हिया उर उसे कभी जीवन में शांति महसूस नहीं हो पाती है, वह हमेशा के लिए अशांत ही रह जाता है।
महाभारत के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में कभी भी अपने गुरु का अपमान किया हो तो वह जीवन में कुछ भी पा ले मगर शांति कभी नहीं पा सकेगा। क्योंकि गुरु का अपमान स्वयं ईश्वर के अपमान तुल्य माना गया है।
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महाभारत के अनुसार, अगर आपने कभी भी आगे बढ़ने के लिए किसी गलत मार्ग का चयन किया होगा तो भी आप जीवन में सफल (जीवन में सफलता पाने के टोटके) होकर भी असफल रह जाएंगे और आपको कभी भी शांतिपूर्ण जीवन जीने का मौका नहीं मिलेगा।
महाभारत के अनुसार, अगर आपने अपने जीवन में कभी भी किसी के साथ गलत किया या उस व्यक्ति को नीचा दिखाया है तब भी आप भले ही आगे बढ़ जाएं पर आपका मन हमेशा विचलित ही रहेगा और आपको शांति का आभास नहीं होगा।
महाभारत (घर में महाभारत रखना या पढ़ना क्यों है वर्जित) के अनुसार, अगर आप बात-बात पर अपनी तुलना दूसरों से करते हैं और अपने आप में संतुष्ट रहना नहीं जानते हैं तब भी आपको जीवन में कभी शांति नहीं मिलेगी क्योंकि आप दूसरों की जीवनशैली न जी पाने के दुख में रहेंगे।
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महाभारत के अनुसार, अगर आपने कभी भी अपने जीवन में किसी से भी जरूरत से ज्यादा अपेक्षाएं रखी होंगी या अभी भी रखते होंगे तो आप कभी शांति अनुभव नहीं कर पाएंगे। आपकी इच्छाओं का मान न रखा जानाआप्को अंदर से कचोटता रहेगा।
तो इन कारणों से व्यक्ति को जीवनभर नहीं मिल पाती है शांति। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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