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home loan floating interest rate in hindi

जानिए क्या होता है होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट?

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट क्या होता है और यह कैसे फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट से अलग होता है। 
Editorial
Updated:- 2022-11-10, 14:27 IST

अगर आप अपना घर खरीदने का सपना देखती हैं और यह सोचती हैं कि बैंक या फिर किसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर आप खरीद लें तो आपको बता दें कि होम लोन इंटरेस्ट मोड के बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए।

अगर बात करें इंटरेस्ट मोड की तो वह दो तरह के होते हैं। एक प्रकार का होता है फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट और दूसरा प्रकार होता है फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट। इस लेख में हम आपको फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट के बारे में बताएंगे और यह भी बताएंगे कि कैसे फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट से अलग होता है।

जानिए क्या होता है होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट?

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आपको बता दें कि फ्लोटिंग रेट लोन का अर्थ होता है जिस पर रेपो रेट या फिर मार्केट की ब्याज दर का असर पड़ता है। फ्लोटिंग रेट में बदलाव एक फिक्स पीरियड में होता है। यह बैंक की ओर से तय किए गए नियम पर निर्भर करता है कि इसमें अगर ब्याज दर बदलती है तो फिर ईएमआई बढ़ेगी या लोन की अवधि बढ़ेगी

साथ ही आपको यह भी बता दें कि रेपो रेट के घटने पर ब्याज दर कम हो जाती है। फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट वाले होम लोन पर किसी तरह का प्रीपेमेंट चार्ज नहीं लगाया जाता है। प्रीपेमेंट चार्ज ना लगने का मतलब यह है कि अगर होम लोन के पूरे पैसे को लोन टेन्योर से पहले आप चुकाना चाहते हैं तो आपको किसी भी तरह का चार्ज देने की जरुरत नहीं होती है।

आपको बता दें कि फ्लोटिंग दरों में बदलाव के लिए बैंक के द्वारा निर्धारित शर्ते भी होती हैं। इसे रीसेट भी कहा जाता है। बैंक अपने उधारकर्ता को लोन आवेदन में रिसेट की फ्रीक्वेंसी के बारे में भी जानकारी देता है और जब भी ब्याज दर में बदलाव होता है तो आपको बता दें कि तब लोन का टेन्योर और ईएमआई दोनों में बदलाव हो जाता है।

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कैसे फिक्‍स्‍ड होम लोन इंटरेस्ट रेट है क्यों अलग है?

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सबसे पहले आपको बता दें कि फिक्‍स्‍ड होम लोन इंटरेस्ट रेट में अगर कोई लोन टेन्योर खत्म करने से पहले लोन का भुगतान करने का ऑप्शन चुनता है तो उस पर प्रीपेमेंट का चार्ज लगाया जाता है। अगर आपको यह लगता है कि लोन के आवेदन के समय ब्याज दरें कम हैं तो आप फ‍िक्‍स्‍ड होम लोन इंट्रस्‍ट रेट ऑप्‍शन को सिलेक्ट कर सकते हैं।

इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि अगर कोई उधारकर्ता फ‍िक्‍स्‍ड रेट ऑप्‍शन को सिलेक्ट करता है तो एक फिक्स्ड ईएमआई चुकानी ही होती है तब इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की ब्याज दर में बदलाव हुआ है या नहीं हुआ है।

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तो यह थी जानकारी होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट से संबंधित। उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

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