किसी भी भवन की बालकनी को ऊर्जा का मुख्य प्रवेश द्वार भी माना जाता है। भवन के निर्माण में उसकी सौन्दर्यता, हवा व प्रकाश अधिक से अधिक मात्रा में परिवार को मिले, इसके लिए घर में एक बालकनी का होना बेहद जरूरी है। यहां तक कि यदि घर छोटा है तब भी उसमें छोटी बालकनी का होना जरूरी है। जिससे सकारात्मक ऊर्जा घर के भीतर प्रवेश कर सके। बालकनी का चयन हमेशा भवन के मुख के आधार पर ही करना सबसे उचित रहता है। घर में खुला भूखंड जितना अधिक होता है उतना ही उत्तम माना जाता है।
आज के समय में घर में खुली जगह मिलना लगभग नामुमकिन है इसलिए खुले भूखंड के विकल्प के रूप में बालकनी का प्रयोग किया जाता है। हर व्यक्ति की चाहत होती है कि उनके घर में बालकनी हो जहां सुबह और शाम वह सुकून के कुछ पल गुजार सके। परंतु क्या आपको ज्ञात है कि घर की बालकनी से भी वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। जी हां बालकनी का भी अलग वास्तु होता है जिसे ध्यान में रखकर यदि आप इसका निर्माण करते हैं तो वास्तु दोष से भी बचे रहते हैं और घर में शांति बनी रहती है। आइए एस्ट्रोलॉजर और वास्तु स्पेशलिस्ट डॉ आरती दहिया जी से जानें कि घर की बालकनी की सही दिशा क्या होनी चाहिए और इसका वास्तु ऐसा होना चाहिए।
बालकनी से आती है सकारात्मक ऊर्जा
बालकनी से हम प्रातः काल स्वच्छ वायु एवं सूर्य की प्राकृतिक ऊर्जा का आनन्द निरंतर ले सकते है एवं इसके साथ-साथ यदि घर की बालकनी को वास्तु के अनुसार बनाया जाये तो हितकर व लाभप्रद परिणाम मिलते हैं और वहीं अगर बालकनी में कोई वास्तु दोष हो तो जीवन में विपत्तियों और परेशानियों का आगमन होने लगता है। यूं कहा जाए कि घर के मुख्य द्वार की ही तरह बालकनी भी सकारात्मक ऊर्जा की मुख्य स्रोत होती है। खुले स्थान के रूप में बालकनी से अच्छी ऊर्जाओं का प्रवेश घर में होता है और सही दिशा में बनी बालकनी वास्तु दोष को हमेशा दूर रखती है।
इसे जरूर पढ़ें:Vastu Tips: घर की खिड़कियों के लिए भी है अलग वास्तु, जानें इससे जुड़े 10 टिप्स
वास्तु के हिसाब से बालकनी की सही दिशा
- वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि आपका भवन पूर्वमुखी है,तो बालकनी पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए।
- पश्चिम मुखी भवन में बालकनी को उत्तर या पश्चिम की दिशा में बनाना बेहतर माना जाता है।
- उत्तर मुखी भवन में बालकनी को पूर्व या उत्तर दिशा में बनाना लाभदायक रहता है।
- दक्षिणमुखी भवन में बालकनी को पूर्व या दक्षिण दिशा में बनाना लाभदायक साबित होता है।
पेड़ पौधों से युक्त होनी चाहिए बालकनी
ऐसा माना जाता है कि बालकनी भले ही कितनी छोटी क्यों न हो लेकिन इसमें हमेशा पौधे लगाने चाहिए। खासतौर पर कुछ ऐसे पौधे (वास्तु के हिसाब से लगाएं पौधे)घर की बालकनी में जरूर रखें जिससे घर के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सके। कभी भी कटीले पौधों को बालकनी में न रखें ये आपसी झगड़ों का कारण बन सकते हैं। यदि बालकनी बड़ी हो तो इसमें एक बैठने का उचित स्थान जरूर होना चाहिए जिससे सुबह शाम घर के सभी लोग साथ में बैठकर बातें करें। इससे अच्छी ऊर्जा घर में आती है और घर के लोगों के बीच सामंजस्य बनता है।
बालकनी में न रखें घर का कबाड़
कई लोगों के घर में जगह कम होने की वजह से वो बालकनी का एक कोना घर के कबाड़ के लिए इस्तेमाल करते हैं। जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। कभी भी घर के कबाड़ के लिए या फिर स्टोर की तरह बालकनी का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से व्यर्थ की परेशानियां बढ़ती हैं और लड़ाइयां होती हैं।
इसे जरूर पढ़ें:Vastu Tips: सुख-समृद्धि के लिए घर से मिटाएं ये 10 वास्तु दोष
ध्यान रखें ये बातें
- बालकनी की हमेशा साफ़ सुथरा और सुव्यवस्थित रखें।
- बालकनी में प्रकाश की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
- घर की सफाई के साथ बालकनी की नियमित सफाई भी जरूरी है।
- यदि बालकनी पूर्वकी तरफ मुख वाली है तो सूरज के प्रवेश द्वार (मुख्य द्वार के लिए वास्तु टिप्स) में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए।
वास्तु के हिसाब से बताई गयी इन बातों का ध्यान रखकर आप घर में शांति व्यवस्था तो बनाए ही रख सकते हैं और घर की आर्थिक स्थिति को भी ठीक रख सकते हैं।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Recommended Video
Image Credit: unsplash