वास्तु शास्त्र को वास्तव में दिशाओं का शास्त्र भी कहा जाता है। दरअसल, हर स्थान हर दिशा की अपनी एक अलग ऊर्जा होती है और अगर उस दिशा की महत्ता को समझने के बाद ही व्यक्ति उस दिशा का उपयोग करता है, तो ऐसे में हर दिशा से व्यक्ति को सकारात्मकता ही प्राप्त होती है। दक्षिण-पश्चिम दिशा को नैऋत्य दिशा भी कहा जाता है। इस दिशा को बहुत अच्छा नहीं माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि दक्षिण-पश्चिम दिशा राहु-केतु की दिशा होती है और इसलिए इस दिशा के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए यहां पर किसी भारी या वजनदार चीज को रखने की सलाह दी जाती है। वहीं, कई ऐसी भी चीजें होती हैं, जिन्हें दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना अनुचित माना गया है और इससे इस स्थान की नेगेटिविटी बढ़ सकती है। तो चलिए आज इस लेख में वास्तुशास्त्री डॉ. आनंद भारद्वाज आपको बता रहे हैं कि व्यक्ति को दक्षिण-पश्चिम दिशा में किन चीजों को नहीं रखना चाहिए-
ना बनाएं पूजा स्थान
दक्षिण-पश्चिम दिशा में कभी भी पूजा स्थान नहीं बनाना चाहिए। अगर आप इस दिशा में पूजा स्थान बनाते हैं तो इसे आपको पूजा करते समय ध्यान एकाग्र करने में समस्या होगी। आपका मन भगवान की भक्ति में लगने के स्थान पर इधर-उधर भागता रहेगा। जिसके कारण आपको पूजा का फल नहीं मिल पाएगा।
ना बनाएं बच्चों का स्टडी रूम
वास्तु के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा में बच्चों का स्टडी रूम कभी भी नहीं बनवाना चाहिए। अगर दक्षिण-पश्चिम दिशा में बच्चों का स्टडी रूम बनाया जाता है तो इससे बच्चों को याद करने में समस्या होती है। इतना ही नहीं, वह जो भी पढ़ते या याद करते हैं, वह भी वे जल्द ही भूल जाते हैं। जिसके कारण उनका रिजल्ट भी अच्छा नहीं आता है। इसलिए, अगर आपने दक्षिण-पश्चिम दिशा में बच्चों का स्टडी रूम बनाया है, तो उसकी जगह आज ही बदल दें।(बच्चों की पढ़ाई के लिए घर की किस दिशा में रखें स्टडी टेबल)
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ना बनवाएं टॉयलेट
दक्षिण-पश्चिम दिशा में टॉयलेट बनवाने से भी घर में नेगेटिव असर पड़ता है। खासतौर से, इस दिशा में बने टॉयलेट के कारण घर का मुखिया हमेशा बीमार रहता है और उसे अपने जीवन में स्थिरता का अभाव महसूस होता है। जिससे उनके मन में एक असुरक्षा की भावना भी हमेशा रहेगी।(टॉयलेट के वास्तु टिप्स को ना करें नजरअंदाज)
ना लगाएं तुलसी का पौधा
दक्षिण-पश्चिम दिशा में तुलसी के पौधों को भी नहीं लगाना चाहिए। दरअसल, तुलसी का पौधा बेहद ही औषधीय माना गया है, जो घर में सकारात्मकता का संचार करता है। लेकिन अगर आप दक्षिण-पश्चिम दिशा में तुलसी के पौधे को लगाते हैं तो इससे आपको तुलसी के पौधे की सकारात्मक ऊर्जा नहीं मिल पाएगी। अगर आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहते हैं तो ऐसे में आप उसे नॉर्थ-ईस्ट में लगाएं।(घर की इन जगहों पर न रखें तुलसी का पौधा)
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ना बनवाएं गेस्ट रूम
आजकल घरों में अलग से गेस्ट रूम बनवाने का चलन बढ़ गया है, जिससे घर में आने वाले मेहमान को किसी भी तरह की समस्या ना हो। लेकिन कभी भी गेस्ट रूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं बनवाना चाहिए। दरअसल, यह एक ऐसी दिशा है, जो बेहद ही डोमिनेटिंग मानी गई है। जिसके कारण अगर इस दिशा में गेस्ट रूम होता है तो यहां रहने वाला अतिथि खुद को ही स्वामी समझने लगता है। हो सकता है कि उसके अनुचित व्यवहार के कारण आपको बहुत अधिक समस्या का भी सामना करना पड़े।
तो अब आप भी इन चीजों को दक्षिण-पश्चिम दिशा से दूर रखें और अपने स्थान की सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने का प्रयास करें।
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Image Credit- freepik
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