बच्चों को 'NO' कहना लगता है मुश्किल? यहां दिए टिप्स करेंगे आपकी परेशानी आसान

यदि आप अपने बच्चों को 'ना' बोलना चाहते हैं, तो ऐसे में आप यहां दिए गए कुछ तरीकों को अपनाकर अपने बच्चों को आसानी से समझा सकते हैं। जानते हैं इन तरीकों के बारे में...
say no to kids

आज के समय में पेरेंटिंग थोड़ी सी बदल गई है। जहां पहले बच्चों को छोटी-छोटी बातों पर डांट दिया जाता था, वहीं अब उनकी हर बात मान ली जाती है। ऐसे में माता-पिता लाड प्यार में बच्चों को ना नहीं बोल पाते, जिसके कारण बच्चे बिगड़ जाते हैं और उनके भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यदि आप भी अपने बच्चों को ना नहीं बोल पाते तो यहां दिए कुछ तरीके आपके बेहद काम आ सकते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप न केवल अपने बच्चों से अच्छे से डील कर पाएंगे बल्कि उन्हें ना बोलना भी आपके लिए आसान हो जाएगा। जानते हैंकोच और हीलर, लाइफ अल्केमिस्ट, साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत (Dr. Chandni Tugnait) से...

बच्चों के साथ स्पष्ट और दृढ़ रहें

जब भी आप अपने बच्चे को किसी भी बात के लिए ना बोलें तो ऐसे में आपको सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप स्पष्टता के साथ अपनी बात रखें।

how to say no

आपकी आवाज में आत्मविश्वास भी दिखना चाहिए, जिससे बच्चा आपको मना ही न कर पाए।

ऑप्शंस दें

अगर आप अपने बच्चे को "नहीं" बोलना नहीं चाहते तो ऐसे में आप उन्हें ऑशंस दे सकते हैं। उदाहरण के रूप में यदि आपका बच्चा किसी खिलौने के लिए जिद्द कर रहा है तो ऐसे में आप उसे खिलौने की जगह कहानी वाली बुक का ऑप्शंस दे सकते हैं। ये पॉजिटिव रहने का सही तरीका है।

इसे भी पढ़ें -सोशल मीडिया कैसे आपके रिश्तों को खराब कर रहा है? एक्सपर्ट से जानें सरल भाषा में

बच्चों को कारण समझाएं

अगर बच्चा किसी गलत बाते के लिए बोल रहा है या कोई ऐसी इच्छा जता रहा है कि आप उसे पूरा नहीं कर सकते हैं तो ऐसे में आप बच्चे को समझाएं कि क्यों आप उन्हें "नहीं" बोल रहे हैं। इससे उन्हें आपको समझने में मदद मिल सकती है कि आप ऐसा फैसला क्यों ले रहे हैं।

भावनाओं को समझें

माता-पिता का फर्ज है कि वे अपने बच्चे की भावनाओं को जरूर समझें और उन्हें अपनाना भी सीखें।

deal with kids

इससे आपके बच्चे को लगेगा कि आप उनकी भावनाओं को महत्व देते हैं और उनका सम्मान करते हैं।

जरूरी नियम बनाएं

पेरेंट्स को अपने बच्चों के लिए कुछ नियमों को जरूर बनाना चाहिए इससे बच्चे को न केवल आपके विचार समझने में मदद मिलेगी बल्कि वे ये भी जान पाएंगे कि उन्हें किन कामों को करने की अनुमति है और क्या नहीं।

धैर्य रखना भी है जरूरी

आप एक दम से भी बच्चों को "नहीं" ना बोलें। इससे बच्चों को लग सकता है कि आप उन्हें नहीं समझते हैं। ऐसे में आप थोड़ा धैर्य रखें और उनकी बात भी समझें और फिर थोड़ा रुककर अपनी बात बोलें।

इसे भी पढ़ें -बच्चों को प्यार में कितना करना चाहिए पैंपर? जान लें एक्सपर्ट से

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP