पेरेंट्स को बच्चों को बचपन से ही चुनौतियों का सामना करना सिखाना चाहिए। ताकि बच्चा बड़ा होकर जीवन में आए अलग-अलग स्थितियों का सामना कर सके और बच्चा ऐसा तभी कर पाएगा जब उसे शिक्षा के साथ-साथ एक अच्छी जीवन-शैली सिखाई जाएगी। बच्चों में शुरू से ही कुछ जरूरी और अच्छी आदतें डालने की कोशिश करनी चाहिए तभी बच्चा आगे चलकर आत्मनिर्भर बन पाएगा। बच्चों में ग्रहण करने की शक्ति बहुत ज्यादा होती है इसलिए आप बचपन में उसे जो कुछ सिखाएंगी वो उसे जल्दी सीख लेगा और सारी जिंदगी उसको फॉलो करेगा। ये सही समय होता है जब बच्चे को आप अपने तरीके से तैयार कर सकती हैं। वैसे इन बातों को सिखाने की भी अलग-अलग उम्र होती है, किस उम्र में कौन सी आदत सिखानी है ये जान लेना भी आपके लिए बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जिनको आपको बच्चे को बचपन से ही सिखानी चाहिए।
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सोशल बिहेवियर सिखाएं
बच्चे को फैमिली और सोसाइटी में कैसा व्यवहार करना है इस बात की जानकारी दें। बच्चे को शुरू से ही सोसाइटी के नॉर्म्स के बारे में सिखाएं। साथ ही, हेल्दी रिलेशन के लिए फैमिली में सबके साथ कैसा व्यवहार करना है ये भी सिखाएं। लोगों से कैसे बात करनी है और उनके विचारों का सम्मान कैसे करना है ये सभी बातें सिखाएं।
हाइजीन की जानकारी दें
बच्चे को स्वच्छता और साफ-सफाई पर ध्यान देना सिखाएं। साथ ही, आस-पास के वातावरण को साफ रखने के लिए मोटीवेट करें। डस्टिंग और वैक्युमिंग करना, किचन और बाथरूम साफ रखना भी सिखाएं।
पर्सनल ग्रूमिंग स्किल सिखाएं
सही समय पर बच्चों को ग्रूमिंग स्किल सिखा देना चाहिए। पर्सनल ग्रूमिंग से आपका बच्चा हेल्दी रहेगा। पर्सनल ग्रूमिंग स्किल के तहत कपड़े उतारना और पहनाना सिखाएं। अपने दांतों को खुद ब्रश करना सिखाएं। खाने के बर्तन को जगह पर रखने की आदत डलवाएं।
ऑर्गेनाइज रहना सिखाएं
बच्चे को ऑर्गेनाइज रहना सिखाएं ताकि वो व्यवस्थित तरीके से जीवन जी सके। ऑर्गेनाइजेशनल स्किल्स सिखाने की शुरूआत उनके कमरे से ही करें, जैसे किताबें, गैजेट्स, कमरे में उनके कपड़े इत्यादी को व्यवस्थित रखना सिखाएं। इससे बच्चा शुरू से ही व्यवस्थित ढंग से काम करने का आदि हो जाएगा।
बेसिक फर्स्ट-एड की जानकारी जरूर दें
बच्चे को छोटी उम्र से ही किसी भी इमरजेंसी में बेसिक फर्स्ट-एड करना सिखाएं। बच्चे को खुद की देखभाल करना आना चाहिए, जैसे चोट लगने पर सबसे पहले क्या करें और खून बहने से कैसे रोकें। ये उनके जीवन-कौशल के लिए बहुत जरूरी है। साथ ही, बच्चे को डॉक्टर्स का कॉन्टेक्ट नंबर याद करने को कहे।
कुकिंग सिखाएं
अगर आपका बच्चा घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहा है तो उसे थोड़ी बहुत कुकिंग आनी चाहिए क्योंकि लगातार बाहर का खाना खाने से वो बीमार पड़ सकता है। इसलिए बच्चे को दूर भेजने से पहले उन्हें किचन और किचन एप्लायंसेज से परिचित कराएं। नॉर्मल खाने की चीजें खुद से बनाना सिखाएं।
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पैसों की अहमियत बताएं
बच्चों को बचपन से ही पैसों का महत्व समझाना शुरू कर दें और उसे फिजूलखर्ची से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। जमा किए हुए पैसों का सही जगह पर इस्तेमाल करना सिखाएं।
इन अहम बातों को सीखाकर आप उसे आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगी। इनमें आदतों के होने से उनको कभी किसी की शिकायत का सामना नहीं करना पड़ेगा।अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो जुड़ी रहिए हमारे साथ। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए पढ़ती रहिए हरजिंदगी।
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