पीरियड्स एक नॉर्मल प्रोसेस है। लेकिन समाज ने इसे एक अलग रूप दिया है। इस दौरान महिलाओं के शरीर से गंदा खून निकलता है, जिसकी वजह से उन्हें कई नियमों का पालन करना पड़ता है। पहले के समय में महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अलग रखा जाता है, उनसे किसी भी तरह का कोई काम नहीं करवाया जाता था। इसका कारण भेदभाव नहीं बल्कि उन्हें आराम देना था। लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने इस बात का दूसरा मतलब निकाला और इसे भेदभाव के रूप में दुनिया के सामने पेश किया।
यह बात तो आपने भी जरूर सुनी होगी कि महिलाओं को पीरियड्स दौरान अचार नहीं छूना चाहिए। इससे अचार खराब हो जाता है। शायद आपकी मां ने भी आपसे यह बात कही होगी? लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या सच में ऐसा होता है? आज इस आर्टिकल में हम आपको Menstrual Hygiene Day के मौके पर पीरियड्स से जुड़े इस मिथ के बारे में बताएंगे। हर साल 28 मई को Menstrual Hygiene Day मनाया जाता है ताकि लड़कियों को पीरियड्स से जुड़ी हर चीज के बारे में पता होना चाहिए।
इसलिए नहीं छूते अचार
पहले के समय पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई पर कम ध्यान दिया जाता था। क्योंकि उस समय महिलाएं कपड़े का इस्तेमाल करती थीं, जिसे स्वच्छ नहीं माना जाता है। आज हमारे पास ऐसी कई चीजें हैं जिनसे हम अपने आप को स्वच्छ रख सकते हैं। लेकिन पहले ऐसा नहीं था। जिसके कारण इस समय अगर कोई महिला अचार छू लेती थी, तो वह खराब हो जाता था। लेकिन इसका संबंध केवल स्वच्छता से है। अचार खराब होने का कोई दूसरा कारण नहीं है। धीरे-धीरे इस बात को गलत तरीके से लिया जाने लगा और फिर यह धारणा बनी कि पीरियड्स में महिलाओं को अचार नहीं छूना चाहिए।
अस्वच्छता है कारण
आज भी भारत के कई गांवों में महिलाओं को पीरियड्स होने पर रसोईघर में जाने नहीं दिया जाता है। इसका कारण भेदभाव नही, बल्कि स्वच्छता है। इन 4-5 दिनों में शरीर से गंदा खून निकलता है। साथ ही गंदे खून से कई तरह के इंफेक्शन हो सकते हैं। इस समय हाइजीन का ध्यान न रखने के कारण यह समस्या हो सकती हैं। यानी मान लें कि आपने पैड बदला है, लेकिन इसके बाद हाथ नहीं धोए फिर जब आप इन्हीं गंदे हाथों से अचार छूएंगी तो वह खराब हो सकता है।
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पीरियड्स में स्वच्छ रहने के तरीके
- इस दौरान जब शरीर से गंदा खून रिलीज होता है, तो यह वेजाइनल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इसलिए आपको किसी भी तरह के इंफेक्शन और बीमारी से बचने के लिए पैड या अन्य फेमिनाइन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे गंदा ब्लड शरीर के अन्य जगहों पर नहीं लगता है।
- पीरियड्स के समय आपको रोजाना नहाना चाहिए। कोशिश करें कि दिन में करीब 2 बार जरूर नहाएं।
- साथ ही आपको फ्लो के हिसाब से भी समय-समय पर पैड बदलना चाहिए। हर 6 घंटे में पैड या मेंस्ट्रुअल कप बदलें।
- आपको खासतौर पर पीरियड्स के दौरान वेजाइना की अच्छे से सफाई करनी चाहिए।
- पैड के इस्तेमाल और फेंकने के बाद अपने हाथ जरूर धोएं। (जानें शादी से जुड़े अजीब रिवाज)
पीरियड्स से जुड़े मिथ्स
- भारत में पीरियड्स के दौरान तुलसी का पौधा छूने से मना करते हैं। कहा जाता है कि इस दौरान तुलसी का पौधा छूने से यह सूख जाता है।
- इन दिनों महिलाओं को पूजा करने नहीं दिया जाता है। साथ ही वह किसी मंदिर में भी नहीं जा सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान उन्हें अशुद्ध माना जाता है।
- किचन में जाने से भी मनाही होती है। ऐसा माना जाता है कि खाना खराब हो जाता है। (महिलाएं पैर की उंगली में बिछिया क्यों पहनती हैं)
- घर में अगर कोई शुभ कार्य होता है तो महिलाओं को उसका हिस्सा नहीं बनाया जाता है।
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