वो बहादुर महिला सुपर हीरो एक बाघ पर बैठकर दुश्मन का मुकाबला करने के लिए आती है। वह कोई आम महिला नहीं, बल्कि एक रेप सर्वाइवर है, जो अब सुपर हीरो बन चुकी है। उसका नाम है प्रिया। प्रिया जब अपनी टीनएज में थी, तो गांव में उसका गैंगरेप हुआ था। गांव के लोगों ने इसके लिए उसे ही दोष दिया, नतीजा ये हुआ कि उसके परिवार वालों ने उसे छोड़ दिया। यह सदमा प्रिया के लिए झकझोर देने वाला था, वह जिंदगी की कड़वी सच्चाइयों से रूबरू हुई थी। जब लोगों ने उसका साथ छोड़ दिया तो भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती प्रिया की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने प्रिया को उन दोषियों से मुकाबला करने में मदद की, जिन्होंने उस पर जुल्म किया था। यही नहीं, प्रिया ने मानव तस्करी के शिकार हुए लोगों को भी बचाया। कॉमिक्स के जरिए प्रिया भारतीय महिलाओं को इंस्पायर कर रही है और उन्हें अपने साथ होने वाली नाइंसाफी के लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित कर रही है।
सुपरहीरोज की फेहरिस्त में शामिल हुई प्रिया
हमने नागराज, परमाणु, सुपर कमांडो ध्रुव, शक्तिमान जैसे कई इंडियन सुपर हीरोज के बारे में सुना है, जो अपने सामने आने वाली तमाम मुश्किलों का डटकर सामना करते हैं और ताकतवर दुश्मनों से लड़ने में जरा भी नहीं घबराते। वे गरीब और मजलूम लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी जान पर खेल जाते हैं। भारत के इन पॉपुलर सुपरहीरोज की फेहरिस्त में अब प्रिया भी शामिल हो चुकी हैं। प्रिया को फीमेल सुपर हीरो बनाने वाले राम देवीनानी ने एक बड़े मकसद से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थीऔर उनका साथ दिया दीप्ति मेहता ने, जिन्होंने इस कॉमिक्स की स्टोरीज लिखी हैं।
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निर्भया के गैंगरेप के बाद राम देवीनानी ने किया इस प्रोजेक्ट पर काम
साल 2012 में दिल्ली में निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ तो राम देवीनानी ने इस विषय पर काफी सोचा और यहीं से उन्होंने प्रिया शक्ति के कांसेप्ट को डेवलप किया। राम देवीनानी ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया, 'जब निर्भया को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, उस दौरान मैं दिल्ली के एक पुलिस अफसर से पूछ रहा था कि बस में उस दौरान क्या हुआ था। उस अफसर का जवाब था, 'कोई भी भली लड़की रात में बस में सफर नहीं करती है।' उस अफसर का ये जवाब संकेत करता है कि निर्भया के साथ जो हुआ उसके लिए वह खुद कसूरवार थी और उसने रात में बस में सफर करके गलती की थी। राम देवीनानी ने लोगों की इस सोच को बदलने का बीड़ा उठाया और उन्होंने प्रिया के रूप में एक शक्तिशाली महिला की अवधारणा को जन्म दिया, जो अपने साथ होने वाली यौन हिंसा और अन्याय पर खामोश नहीं बैठती, बल्कि वह अपने साथ गलत गलत करने वालों से बदला लेती है। प्रिया अपनी खामोशी तोड़कर दुनिया भर की उन सभी महिलाओं को इंस्पायर कर रही है, जिन्होंने कभी ना कभी यौन शोषण का सामना किया है।
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बच्चों और टीनेजर्स को इंस्पायर करेगी कॉमिक्स सीरीज
राम देवीनानी ने इस प्रोजेक्ट के लिए भारत और दक्षिण एशिया के कवि, फिलॉस्फर्स, एक्टिविस्ट्स, सोशियोलॉजिस्ट्स आदि से डीटेल में बातचीत की और यही पाया कि यौन हिंसा से गुजरने के बाद महिलाओं को न्याय पाने में कितनी ज्यादा मुश्किल होती है। जब वे अपने साथ हुए अपराध के बारे में शिकायत दर्ज कराती हैं, तब भी वे लगातार डर के साए में जीती हैं और उन्हें दोषियों की तरफ से धमकियां मिलती रहती हैं। पीड़ित महिलाओं को उनके घर वाले, आस पड़ोस वाले और अपने ही रिश्तेदार दोषियों के खिलाफ कार्यवाही ना करने और खामोश रहने के लिए कहते हैं। रेप की शिकार महिला को समाज में शर्मसार किया जाता है, जबकि उसके दोषियों को लोग कुछ भी नहीं कहते। राम देवीनानी लोगों के इसी नजरिए में बदलाव लाना चाहते हैं। उनकी फीमेल सुपरहीरो प्रिया की सीरीज लोगों को प्रगतिवादी तरीके से सोचने के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही वह बच्चों और टीनेजर्स को भी इंस्पायर करेगी।
कॉमिक्स के जरिए रियल लाइफ के इशुज पर चर्चा
प्रिया का पहला सीजन निर्भया रेप केस पर आधारित था, वहीं दूसरे सीजन में वह एसिड अटैकके खिलाफ लड़ाई लड़ती है। इस सीजन में गैंग रेप पीड़िता अपने परिवार और समाज में किस तरह की स्थितियों का सामना करती हैं, यह दर्शाया गया था। इसके बाद आई कॉमिक्स 'प्रिया एंड द लॉस्ट गर्ल्स' में प्रिया अपने गांव लौटती है, तो वह पाती है कि गांव में बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को छोड़कर और कोई भी नहीं है। उसे देखकर हैरानी होती है कि उसकी बहन समेत गांव की सभी लड़कियां गायब हैं। उसे पता चलता है कि सभी लड़कियों को पाताल के एक वेश्यालय में ले जाया गया है, जहां राहु नामक एक राक्षस शासन करता है। वह महिलाओं को धोखे से फंसाता है और उनके डर से अपनी शक्ति बढ़ाता है। इसके बाद प्रिया इन लड़कियों को बचाने के लिए अपने सफर पर निकल पड़ती है।
यौन हिंसा की शिकार महिलाएं होंगी इंस्पायर
पिछले कुछ समय में यौन हिंसा की कई वारदातों ने देश को झकझोर कर रख दिया। हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसके बाद उसे जिंदा जला देने की घटना पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए। उधर उन्नाव रेप पीड़िता के दोषियों ने जमानत पर छूटने के बाद उसे जिंदा जला दिया और बुरी तरह जल जाने के बाद उसने दिल्ली एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं निर्भया के मामले में दोषियों को फांसी देने में 7 साल से भी ज्यादा का समय लग गया। देश में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा की घटनाओं पर तब तक रोक नहीं लगेगी, जब तक हमारे देश की महिलाएं पूरी तरह से सशक्त नहीं हो जातीं। इस लिहाज से राम देवीनानी की यह पहल बेहद महत्वपूर्ण है और देश की सभी महिलाओं को इससे स्ट्रॉन्ग रहने की इंस्पिरेशन मिलेगी।
Image Courtesy:www.priyashakti.com
वो बहादुर महिला सुपर हीरो एक बाघ पर बैठकर दुश्मन का मुकाबला करने के लिए आती है। वह कोई आम महिला नहीं, बल्कि एक रेप सर्वाइवर है, जो अब सुपर हीरो बन चुकी है। उसका नाम है प्रिया। प्रिया जब अपनी टीनएज में थी, तो गांव में उसका गैंगरेप हुआ था। गांव के लोगों ने इसके लिए उसे ही दोष दिया, नतीजा ये हुआ कि उसके परिवार वालों ने उसे छोड़ दिया। यह सदमा प्रिया के लिए झकझोर देने वाला था, वह जिंदगी की कड़वी सच्चाइयों से रूबरू हुई थी। जब लोगों ने उसका साथ छोड़ दिया तो भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती प्रिया की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने प्रिया को उन दोषियों से मुकाबला करने में मदद की, जिन्होंने उस पर जुल्म किया था। यही नहीं, प्रिया ने मानव तस्करी के शिकार हुए लोगों को भी बचाया। कॉमिक्स के जरिए प्रिया भारतीय महिलाओं को इंस्पायर कर रही है और उन्हें अपने साथ होने वाली नाइंसाफी के लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित कर रही है।
सुपरहीरोज की फेहरिस्त में शामिल हुई प्रिया
हमने नागराज, परमाणु, सुपर कमांडो ध्रुव, शक्तिमान जैसे कई इंडियन सुपर हीरोज के बारे में सुना है, जो अपने सामने आने वाली तमाम मुश्किलों का डटकर सामना करते हैं और ताकतवर दुश्मनों से लड़ने में जरा भी नहीं घबराते। वे गरीब और मजलूम लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए अपनी जान पर खेल जाते हैं। भारत के इन पॉपुलर सुपरहीरोज की फेहरिस्त में अब प्रिया भी शामिल हो चुकी हैं। प्रिया को फीमेल सुपर हीरो बनाने वाले राम देवीनानी ने एक बड़े मकसद से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थीऔर उनका साथ दिया दीप्ति मेहता ने, जिन्होंने इस कॉमिक्स की स्टोरीज लिखी हैं।
इसे जरूर पढ़ें:भारत की पहली फीमेल सुपरहीरो प्रिया है गैंगरेप सर्वाइवर, जानिए इसकी इनसाइड स्टोरी
निर्भया के गैंगरेप के बाद राम देवीनानी ने किया इस प्रोजेक्ट पर काम
साल 2012 में दिल्ली में निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ तो राम देवीनानी ने इस विषय पर काफी सोचा और यहीं से उन्होंने प्रिया शक्ति के कांसेप्ट को डेवलप किया। राम देवीनानी ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया, 'जब निर्भया को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, उस दौरान मैं दिल्ली के एक पुलिस अफसर से पूछ रहा था कि बस में उस दौरान क्या हुआ था। उस अफसर का जवाब था, 'कोई भी भली लड़की रात में बस में सफर नहीं करती है।' उस अफसर का ये जवाब संकेत करता है कि निर्भया के साथ जो हुआ उसके लिए वह खुद कसूरवार थी और उसने रात में बस में सफर करके गलती की थी। राम देवीनानी ने लोगों की इस सोच को बदलने का बीड़ा उठाया और उन्होंने प्रिया के रूप में एक शक्तिशाली महिला की अवधारणा को जन्म दिया, जो अपने साथ होने वाली यौन हिंसा और अन्याय पर खामोश नहीं बैठती, बल्कि वह अपने साथ गलत गलत करने वालों से बदला लेती है। प्रिया अपनी खामोशी तोड़कर दुनिया भर की उन सभी महिलाओं को इंस्पायर कर रही है, जिन्होंने कभी ना कभी यौन शोषण का सामना किया है।
इसे जरूर पढ़ें: Nirbhaya Rapists Hanged:निर्भया की मां आशा देवी ने कहा 'आज मेरी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी'
बच्चों और टीनेजर्स को इंस्पायर करेगी कॉमिक्स सीरीज
राम देवीनानी ने इस प्रोजेक्ट के लिए भारत और दक्षिण एशिया के कवि, फिलॉस्फर्स, एक्टिविस्ट्स, सोशियोलॉजिस्ट्स आदि से डीटेल में बातचीत की और यही पाया कि यौन हिंसा से गुजरने के बाद महिलाओं को न्याय पाने में कितनी ज्यादा मुश्किल होती है। जब वे अपने साथ हुए अपराध के बारे में शिकायत दर्ज कराती हैं, तब भी वे लगातार डर के साए में जीती हैं और उन्हें दोषियों की तरफ से धमकियां मिलती रहती हैं। पीड़ित महिलाओं को उनके घर वाले, आस पड़ोस वाले और अपने ही रिश्तेदार दोषियों के खिलाफ कार्यवाही ना करने और खामोश रहने के लिए कहते हैं। रेप की शिकार महिला को समाज में शर्मसार किया जाता है, जबकि उसके दोषियों को लोग कुछ भी नहीं कहते। राम देवीनानी लोगों के इसी नजरिए में बदलाव लाना चाहते हैं। उनकी फीमेल सुपरहीरो प्रिया की सीरीज लोगों को प्रगतिवादी तरीके से सोचने के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही वह बच्चों और टीनेजर्स को भी इंस्पायर करेगी।
कॉमिक्स के जरिए रियल लाइफ के इशुज पर चर्चा
प्रिया का पहला सीजन निर्भया रेप केस पर आधारित था, वहीं दूसरे सीजन में वह एसिड अटैकके खिलाफ लड़ाई लड़ती है। इस सीजन में गैंग रेप पीड़िता अपने परिवार और समाज में किस तरह की स्थितियों का सामना करती हैं, यह दर्शाया गया था। इसके बाद आई कॉमिक्स 'प्रिया एंड द लॉस्ट गर्ल्स' में प्रिया अपने गांव लौटती है, तो वह पाती है कि गांव में बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को छोड़कर और कोई भी नहीं है। उसे देखकर हैरानी होती है कि उसकी बहन समेत गांव की सभी लड़कियां गायब हैं। उसे पता चलता है कि सभी लड़कियों को पाताल के एक वेश्यालय में ले जाया गया है, जहां राहु नामक एक राक्षस शासन करता है। वह महिलाओं को धोखे से फंसाता है और उनके डर से अपनी शक्ति बढ़ाता है। इसके बाद प्रिया इन लड़कियों को बचाने के लिए अपने सफर पर निकल पड़ती है।
यौन हिंसा की शिकार महिलाएं होंगी इंस्पायर
पिछले कुछ समय में यौन हिंसा की कई वारदातों ने देश को झकझोर कर रख दिया। हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसके बाद उसे जिंदा जला देने की घटना पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए। उधर उन्नाव रेप पीड़िता के दोषियों ने जमानत पर छूटने के बाद उसे जिंदा जला दिया और बुरी तरह जल जाने के बाद उसने दिल्ली एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं निर्भया के मामले में दोषियों को फांसी देने में 7 साल से भी ज्यादा का समय लग गया। देश में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा की घटनाओं पर तब तक रोक नहीं लगेगी, जब तक हमारे देश की महिलाएं पूरी तरह से सशक्त नहीं हो जातीं। इस लिहाज से राम देवीनानी की यह पहल बेहद महत्वपूर्ण है और देश की सभी महिलाओं को इससे स्ट्रॉन्ग रहने की इंस्पिरेशन मिलेगी।
Image Courtesy:www.priyashakti.com
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