अगर आपको चॉकलेट खाना पसंद है तो फिर आपको ये ज़रूर मालूम होगा कि चॉकलेट डे कब है और किस लिए मनाया जाता है। अगर आपको नहीं मालूम है तो इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं। 7 जुलाई को पूरे विश्व में वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाएगा। इस दिन विश्व भर के लोग एक दूसरे के साथ मिल बैठकर चॉकलेट खाते हैं और गिफ्ट भी करते हैं। इस दिन भारत के कई हिस्सों में कई जगह चॉकलेट प्रेमियों के लिए स्पेशल दुकानें भी लगती हैं, जहां कोई भी पसंदीदा चॉकलेट आसानी से खरीद सकता है, तो आइए इसके अलावा इसके इतिहास के बारे में जानते हैं।
कब मनाया जाता है चॉकलेट डे
ये तो आप अभी तक जान ही चुके होंगे कि विश्व चॉकलेट डे कब मनाया जाता है। लेकिन, पहली बार कब और कहां मनाया गया ये भी जान लीजिए। पहली बार विश्व चॉकलेट डे साल 1550 को यूरोप में मनाया गया। उस दिन से हर साल 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट डे मनाया जाता है। कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि इसका इतिहास 2 हज़ार से लेकर 4 हज़ार साल से भी अधिक पुराना है।
इतिहास के बारे में जानें
माना जाता है कि विश्व में पहली बार चॉकलेट का पेड़ अमेरिका में देखा गया था। कुछ लोगों का मानना है कि यूरोप में भी इसे देखा गया था। खैर, आपको बता दें कि दुनिया में सबसे पहले अमेरिका और मैक्सिको ने चॉकलेट का इस्तेमाल किया था। जब इसके इतिहास के बारे में चलता है तो ये ज्ञात होता है कि साल 1528 में स्पेन के तत्कालीन राजा ने मैक्सिको को अपने अधीन कर लिया था। उस समय स्पेन के राजा को मैक्सिको का कोको बेहद ही अच्छा लगा। इसके बाद राजा ने कोको का बीज स्पेन और स्पेन से पुरे विश्व में फेमस हो गया।(वर्ल्ड चॉकलेट डे पर स्पेशल चॉकलेट डिश ट्राई करें)
शुरुआती दौर में चॉकलेट का इतिहास
शुरुआती दौर में चॉकलेट का टेस्ट बेहद ही तीखा और कसौला लगता था इसलिए इसका इस्तेमाल पीसकर किया जाता था। अन्य लोगों के पास अधिक सुविधा नहीं होने की वजह से चॉकलेट उनके पहुंच से भी दूर रहा था। कुछ वर्षों बाद एक ब्रिटिश डॉक्टर ने विश्व का भ्रमण किया और दक्षिण अमेरिका में उन्होंने चॉकलेट से एक नहीं रेसिपी तैयार की जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। उस समय उस रेसिपी का नाम कैडबरी रखा गया था।
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यूरोप में चॉकलेट का इतिहास
धीरे-धीरे चॉकलेट को दुनिया में बेहद ही पसंद किए जाने लगा। इससे तरह-तरह की रेसिपीज और इन रेसिपीज को बनाने के लिए तरह-तरह की मशीने भी बाज़ार में आने लगी। एक डच शख्स ने एक मशीन का निर्माण किया जिससे चॉकलेट का तीखापन आसानी से कम हो जाता था। फिर एक ब्रिटिश व्यक्ति ने चॉकलेट के साथ दूध, बटर आदि के मिश्रण से शानदार चॉकलेट का निर्माण किया। अब आज तक चॉकलेट के कई रूप सामने आए फिर भी करोड़ों लोग बड़े प्रेम से खाते हैं।
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Image Credit:(@sutterstok)
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