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Halloween पर कद्दू के डरावने चेहरे का क्या है राज? शायद ही आप जानती होंगी डर से भरी इस रात की कहानी

हर साल अक्‍टूबर के आख‍िरी हफ्ते में Halloween Day मनाया जाता है। इस द‍िन लोग डरावने कपड़े पहनते हैं, भूतों की तरह मेकअप करते हैं। घरों को भी एकदम हॉन्‍टेड हाउस की तरह सजा द‍िया जाता है। आज हम आपको इस द‍िन को सेल‍िब्रेट करने के पीछे की वजह बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं-
Editorial
Updated:- 2025-10-30, 12:37 IST

हर साल अक्‍टूबर के आख‍िरी हफ्ते में एक ऐसा त्योहार सेल‍िब्रेट क‍िया जाता है, ज‍िसे देख बच्‍चे डरते भी हैं और हंसते भी। इसका नाम है हैलोवीन (Halloween)। कई देशों में ये द‍िन बड़े ही खास तरीके से मनाया जाता है। इस द‍िन लोग डरावने कपड़े पहनते हैं, भूतों की तरह मेकअप करते हैं। घरों को भी एकदम हॉन्‍टेड हाउस की तरह सजा द‍िया जाता है। बच्चों को ‘ट्रिक ऑर ट्रीट’ के लिए भेजा जाता है, जहां वे लोगों के घर जाकर स्‍वीट्स मांगते हैं।

भारत की बात करें तो अब यहां भी कई बड़े शहरों में हैलोवीन का ट्रेंड बढ़ गया है। स्कूलों, मॉल्स और ऑफिसों में थीम पार्टीज होती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हैलोवीन पर कद्दू में डरावना चेहरा बनाकर उसे क्यों जलाया जाता है? हम आपको इसके पीछे की द‍िलचस्‍प वजह बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं-

halloween day history (2)

हैलोवीन की शुरुआत कहां से हुई?

आपको बता दें क‍ि हैलोवीन की शुरुआत करीब दो हजार साल पहले आयरलैंड और स्कॉटलैंड में हुई थी। उस समय सेल्टिक लोग ‘साविन’ (Samhain) नाम का फेस्‍ट‍िवल सेल‍िब्रेट करते थे। ये द‍िन फसल के मौसम के खत्म होने पर मनाया जाता था। वहां के लोगों का मानना था कि 31 अक्टूबर की रात को आत्माएं धरती पर लौट आती हैं। इन आत्माओं से बचने के लिए लोग जानवरों की खाल पहनते थे और आग जलाते थे, ताकि बुरी आत्माएं उनसे दूर रहें।

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बाद में जब रोमन साम्राज्य ने इन इलाकों पर कब्जा कर ल‍िया, तो उन्होंने अपनी दो परंपराओं को इस त्योहार के साथ जोड़ दिया। एक थी फेरेलिया, जो मरे हुए लोगों की याद में मनाई जाती थी। दूसरी थी पोमोना देवी का उत्सव, जो फलों और पेड़ों की देवी मानी जाती थीं। पोमोना का प्रतीक फल सेब (Apple) था, इसलिए हैलोवीन पर सेब से जुड़े कई खेल आज भी खेले जाते हैं।

कद्दू में डरावना चेहरा बनाने की कहानी

हैलोवीन पर कद्दू में डरावना चेहरा (Jack-o’-Lantern) बनाने की परंपरा आयरलैंड की एक पुरानी कहानी से जुड़ी है। कहा जाता है कि एक व्यक्ति था, ज‍िसका नाम स्टिंजी जैक था। ये बहुत ही चालाक था। उसने शैतान को कई बार धोखा दिया था। जब जैक की मौत हुई तो न तो उसे जन्‍नत में जगह मिली और न ही नरक में। इसलिए उसे हमेशा के लिए धरती पर भटकने की सजा मिली।

halloween day history (1)

जैक के पास केवल एक खाली शलगम (Turnip) था जिसमें उसने जलता हुआ कोयला रख लिया था ताकि रास्ता देख सके। लोग उसी की याद में कद्दू को खाली करके उसमें डरावना चेहरा बनाते हैं और अंदर लाइट जलाते हैं। यही ट्रेड‍िशन बाद में अमेरिका और दूसरे देशों में Pumpkin Lantern के नाम से फेमस हो गई।

आज कैसे सेल‍िब्रेट क‍िया जाता है Halloween?

आज हैलोवीन मजेदार त्योहार बन चुका है। लोग भूत, जादूगरनी, सुपरहीरो या फिल्मी किरदारों के कॉस्ट्यूम पहन कर इस पार्टी में शाम‍िल होते हैं। लोग अपने घरों को डरावनी थीम से डेकोरेट करते हैं। कई देशों में जैसे अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड, जापान और ऑस्ट्रेलिया में तो काफी बड़े लेवल पर पार्टी होती है। भारत की बात करें तो अब मेट्रो सिटीज में जेन जी के बीच ये फेस्‍ट‍िवल काफी फेमस हो गया है।

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Image Credit- Freepik/Ai generated

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