हमारे देश में प्रत्येक व्रत और त्योहार बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। हर एक पर्व का अपना अलग महत्व और इसे मनाने का तरीका है। किसी भी व्रत और त्योहार में अलग भगवानों की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि भगवान की पूजा से मनुष्य को विशेष फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे ही पर्वों में से एक है हनुमान जयंती। हनुमान जयंती का पर्व चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है और इस दिन सभी हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ इकठ्ठा होती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर भक्तजन हनुमानजी की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। वहीं कुछ जगहों पर यह जयंती कार्तिक माह के कृष्णपक्ष में मनाई जाती है। लेकिन मुख्यतः यह त्योहार चैत्र के महीने में मनाने का ही विधान है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉक्टर आरती दहिया जी से जानें इस साल कब मनाई जाएगी हनुमान जयंती और इस दिन कौन से उपाय आपके जीवन में सुख समृद्धि ला सकते हैं।
हनुमान जयंती की तिथि और शुभ मुहूर्त
सदियों से ही चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी के जन्मदिवस के रूप में मनाने की परंपरा है।
- इस साल चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि 16 अप्रैल, शनिवार के दिन पड़ेगी। इस दिन भगवान हनुमान की पूजा मुख्य रूप से फलदायी होगी।
- पूर्णिमा तिथि आरंभ -16 अप्रैल, शनिवार प्रातः 02.25 मिनट पर शुरू होगी
- पूर्णिमा तिथि समापन- 17 अप्रैल मध्य रात्रि 12.24 बजे
हनुमान जयंती का महत्व
कलयुग के समय में हनुमान जी को कलयुग में सबसे ज्यादा प्रभावशाली और जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक माना जाता है। उन्हें भगवान शिव के अंश के रूप में ही पूजा जाता है। भक्त उनके जन्म दिवस को बड़ी ही श्रद्धा भा से मानते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से 11 बार हनुमान चालीसा का पाठकरने से हनुमान जी की विशेष कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि भक्ति भाव से भगवान हनुमान की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का द्वार खुलता है।
हनुमान जी के जन्म की कथा
भगवान शिव का अंश माने जाने वाले हनुमान जी के जन्म की कथा का जिक्र विशेष रूप से पुराणों में किया गया है। हनुमान जी के जन्म की कथा के अनुसार एक बार जब राजा दशरथ और उनकी तीनों पत्नियों के यज्ञ से प्रसन्न होकर अग्नि देव ने उन्हें खीर खाने को दी तब उस खीर का एक हिस्सा एक चील लेकर उड़ गयी। उस समय माता अंजना पूजा कर रही थीं और चील जब उनके आश्रम के बाहर से उड़ी तब खीर का कुछ हिस्सा उनके मुंह में आ गिरा, जिससे वो गर्भवती हो गयीं और उन्होंने भगवान् शिवजी के 11वें रूद्र अवतार हनुमान जी को जन्म दिया। तभी से हनुमान जंयती को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
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हनुमान जयंती पूजा विधि
- ऐसी मान्यता है कि हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के भक्तों को ग्रहों के दोष-मारकेश अथवा मरण तुल्य कष्ट देने वाले ग्रहों की दशा का दोष नहीं लगता है।
- इस दिन इनकी आराधना करने से सभी अशुभ ग्रह शुभ फल देने के लिए विवश हो जाते हैं।
- हनुमान जयंती के दिन विशेष रूप से पूजन करने के लिए स्नान आदि से मुक्त होकर हाथों में गंगाजल लें और भगवान राम, सीता जी और हनुमान का ध्यान करते हुए संकल्प लें।
- उसके बाद पूजा स्थान पर पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके आसन बिछाकर बैठ जाएं।
- पूजा स्थल पर बैठने के बाद अपना आसन पूर्व या उत्तर दिशा में रखें।
- हनुमान जी की मूर्ति को पूजा स्थल पर स्थापित करें और पंचामृत शुद्ध जल,दही शहद और तिल या चमेली का तेल अर्पित करें।
- दीपक जलाकर भगवान हनुमान की पूजा करें।
- इस दिन हनुमान जी की मूर्ति पर पीला सिंदूर अवश्य चढ़ाएं और बेसन से बना भोग लगाएं।
हनुमान जयंती के दिन सुख समृद्धि के उपाय
- हनुमान जयंती के दिन भगवान् को मुख्य रूप से पीला सिंदूर चढ़ाने से उनकी विशेष कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। इस दिन आप यदि चमेली के तेल में पीला सिन्दूर मिलाकर हनुमान जी की प्रतिमा में इसका लेप लगाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी बाधाएं दूर करते हैं।
- घर की शांति के लिए हनुमान जयंती के दिन सरसो तेल में सिंदूर मिलाकर पहले हनुमान जी को लगाएं इसके बाद घर के मुख्य द्वार में इससे स्वस्तिक का चिह्न बनाएं और सरसों के तेल का दीया मुख्य द्वार पर प्रज्ज्वलित करें।
- आर्थिक लाभ के लिए हनुमान जयंती के दिन के बाद से 5 शनिवार चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करके गुड़ और चने का भोग लगाएं।
- घर में समृद्धि लाने के लिए हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और 5 मंगलवार तक घर के सभी सदस्य मिलकर सुंदर काण्ड का पाठ करें।
इस प्रकार हनुमान जयंती के दिन किया गया पूजन और विशेष उपाय आपके लिए फलदायी हो सकते हैं। इसलिए घर की समृद्धि के लिए आप यहां बताए उपायों को जरूर आजमाएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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