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How does online scams work

'आपका पार्सल पुलिस के पास है, उसमें ड्रग्स है...' अगर आपके पास भी आया है इससे मिलता जुलता कॉल, तो करें ये काम

अगर कोई डिलीवरी पर्सन आपको फोन करके कहे कि आपके पार्सल में कुछ गैरकानूनी सामान है जिसे निरीक्षण के लिए रखा गया है, या आपका आधार कार्ड किसी और ने इस्तेमाल किया है, तो आप क्या करेंगे?
Editorial
Updated:- 2023-08-03, 13:38 IST

ऑनलाइन डिलीवरी इन दिनों इतनी ज्यादा फेमस हो गई है कि अब हम रोजाना का दूध भी ऑनलाइन ही ऑर्डर कर रहे हैं। अगर आप किसी अपार्टमेंट बिल्डिंग में रहती हैं, तो आप पाएंगी कि रोजाना किसी ना किसी के घर डिलीवरी का पार्सल आ ही रहा है। ऐसे में इन दिनों फेडएक्स डिलीवरी स्कैम के बारे में भी शायद आपने सुना हो। यह एक अलग तरह का ऑनलाइन फ्रॉड सिस्टम है जो वायरल हो रहा है। हाल ही में न्यूज18 टेक को दिए एक इंटरव्यू में बेंगलुरु की एक महिला ने अपने साथ हुई ऐसी ही घटना के बारे में बताया। 

केका डे नामक महिला के साथ फेडएक्स डिलीवरी स्कैम हुआ और उन्होंने किस तरह से इस स्कैम को अवॉइड किया। 

न्यूज18 के हवाले से केका के इंटरव्यू में बताया गया कि उन्हें 10 जुलाई को +91964453692 इस नंबर से कॉल आता था और कहा था कि उनका एक पैकेज डिलीवर होने की जगह पुलिस के पास पहुंच गया है। उन्हें बताया गया कि उनके पैकेज में कुछ गैरकानूनी सामान था जिसमें पांच पासपोर्ट, 3 क्रेडिट कार्ड्स, 1 लैपटॉप और 150 ग्राम MDMA ड्रग्स शामिल हैं। यह ताइपेई, ताइवान के लिए जाना था, लेकिन अब पुलिस के पास है। डिलीवरी पार्टनर के रूप में उस व्यक्ति ने बताया कि पार्सल 5 जुलाई को डिस्चार्ज हुआ था और उनका ही पता लिखा हुआ है। 

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उस व्यक्ति ने यह भी कहा कि अब पार्सल की जांच हो रही है और मुंबई पुलिस इसकी पूरी पड़ताल कर रही है। यह अंधेरी ईस्ट पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है इसलिए आप बिना देरी किए पुलिस स्टेशन आ जाइए। 

इससे पहले कि केका कुछ समझ पातीं कॉल किसी अन्य को ट्रांसफर हो गया और कहा गया कि ये व्यक्ति मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच से नरेश कुमार है। उनका कहना था कि केका के खिलाफ शिकायत हो सकती है और ऐसा मुमकिन है कि किसी व्यक्ति ने आधार कार्ड डिटेल्स चोरी कर इस तरह का काम किया हो। उसने केका से कहा कि स्काइप कॉल स्टार्ट कर वो शिकायत दर्ज करवा सकती है। केका को जब शक हुआ, तो उन्होंने कॉल काटने के बारे में कहा, लेकिन उस व्यक्ति ने केका को डराने की कोशिश की।   

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केका ने दोबारा फेडएक्स कस्टमर केयर को फोन किया और पार्सल आईडी ट्रैक किया, तो पता चला कि ऐसा कोई पार्सल है ही नहीं। उसके बाद उन्होंने मुंबई पुलिस हेल्पलाइन में कॉल किया पर उनसे कहा गया कि ये मामला उनके स्थानीय थाने (बेंगलुरु) में ही दर्ज होगा। 

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इस तरह के डिलीवरी स्कैम्स बहुत ही ज्यादा चर्चित हो रहे हैं और 2018 से ही लगातार बढ़ रहे हैं। 

अगर ऑनलाइन डिलीवरी स्कैम का शक है, तो क्या करें?

सबसे पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है..

  • कभी भी एकदम घबरा कर अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर ना करें। 
  • सबसे पहले अपने टेक्स्ट मैसेज चेक करें कि वाकई आपके पास किसी पार्सल का मैसेज आया है या नहीं। 
  • अगर आया है, तो उसमें दिए लिंक पर क्लिक करने की जगह डिलीवरी कंपनी के ट्रैकिंग आइडी का सहारा लें। जैसे केका ने फेडएक्स के कस्टमर केयर पर कॉल कर यह पता लगाया कि उस नंबर का कोई पार्सल नहीं है। 
  • अगर कोई स्कैमर असली भी लग रहा है, तो भी उससे आधिकारिक डॉक्युमेंट्स के बारे में पूछें। 
  • कोई भी बड़ा अधिकारी आपसे सीधे फोन पर बात नहीं करेगा इसका ध्यान रखें। 
  • कोई भी व्यक्ति आपको किसी केस या किसी अन्य व्यक्ति के सिलसिले में जानकारी नहीं देगा।  

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कस्टम डिपार्टमेंट या पुलिस ऐसे ही ऑनलाइन डिलीवरी पार्सल के साथ शामिल नहीं होती। केका के मामले में स्कैमर ने यह भी कहा था कि विदेश में जाने वाला पार्सल है इसलिए कस्टम डिपार्टमेंट ने पार्सल जब्त दिया है। हालांकि, अगर कोई पार्सल ऐसे भेजा जा रहा है, तो अमूमन सेलर की जिम्मेदारी मानी जाती है और कस्टम डिपार्टमेंट यूं ही हर पार्सल चेक नहीं करता है। ऐसे समय में आपको यह भी समझना होगा कि कस्टम डिपार्टमेंट, ईडी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, पुलिस, मिलिट्री सिर्फ फोन कॉल के भरोसे काम नहीं करते हैं।  

आपके पास फोन कॉल के साथ-साथ कोई जरूरी दस्तावेज भी आएंगे या फिर डिपार्टमेंट के कुछ लोग विजिट करेंगे। अक्सर ऑनलाइन स्कैमर्स इसी तरह से लोगों को डराते हैं। यही नहीं, आजकल वॉट्सएप पर फेक जॉब स्कैम भी चल रहा है। किसी बड़ी कंपनी से ऑफर के एवज में वॉट्सएप नोटिफिकेशन आता है। किसी भी लीगल मामले में हमेशा ईमेल या डॉक्युमेंटेशन को ही ध्यान रखा जाता है।   

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Image Credit: Freepik

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