अपने समय की चर्चित एक्ट्रेस रही मयूरी कांगो ने बॉलीवुड छोड़ने के बाद अपनी सेकेंड इनिंग्स धमाकेदार तरीके से शुरू की है। फिलहाल मयूरी गूगल इंडिया जॉइन करके शोहरत हासिल कर रही हैं।मयूरी कांगो, जिन्हें अपनी फिल्म 'पापा कहते हैं' के लिए याद किया जाता है, ने सन 2000 में शोबिज की दुनिया को अलविदा कहकर कॉरपोरेट करियर की तरफ कदम बढ़ाया था और अब वह बन गई हैं गूगल इंडिया की हेड।
मयूरी कांगो ने बॉलीवुड छोड़ने के बाद डिजिटल एडवर्टाइजिंग की दुनिया में नाम कमाया। अब मयूरी ने गूगल इंडिया-एजेंसी बिजनेस के इंडस्ट्री हेड के तौर पर नई पहचान बनाई है। इससे पहले मयूरी परफॉर्मिक्स की मैनिजिंग डायरेक्टर थीं, जो पब्लिसिस ग्रुप का हिस्सा है। इसके अलावा मयूरी ने डिजिटास के साथ बतौर एसोसिएट डायरेक्टर, मीडिया और जेनिथ में बतौर चीफ डिजिटल ऑफिसर काम किया है।
'पापा कहते हैं' से चर्चित हुईं मयूरी कांगो
90 के दशक की खूबसूरत एक्ट्रेस मयूरी कांगो ने 'पापा कहते हैं' के जरिए पॉपुलेरिटी हासिल की थी। जुगल हंसराज के साथ के साथ उनका गाना 'घर से निकलते ही' उस दौरान घर-घर में सुना जाता था। उनकी फिल्म 'होगी प्यार की जीत' भी चर्चित रही थी, लेकिन वह बॉलीवुड में ज्यादा लंबे वक्त तक नहीं टिकीं। आखिरी बार मयूरी सन 2000 में आई तेलुगु फिल्म 'वामसी' में नजर आई थी।
छोटे पर्दे पर नहीं मिली कामयाबी
'पापा कहते हैं' और 'होगी प्यार की जीत' के बाद मयूरी की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा नहीं चलीं। इसी दौरान साल 2000 में मयूरी कांगो ने टीवी शोज में काम करना शुरू किया था। मयूरी ने 'नरगिस' (2000), 'थोड़ा गम थोड़ी खुशी' (2001), 'डॉलर बाबू' (2001) और 'किट्टी पार्टी' (2002) जैसे शोज में काम किया, लेकिन यहां भी उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हुई। और इसके बाद उन्होंने एक्टिंग करियर छोड़ने का मन बना लिया।
बॉलीवुड छोड़ने के बाद पूरी की थी पढ़ाई
मयूरी कांगो ने जब बॉलीवुड छोड़ा, उसके बाद वह न तो किसी बॉलीवुड पार्टी में नजर आईं और न ही किसी फंक्शन में और ना ही किसी फिल्म इवेंट में। मयूरी उन चंद हीरोइनों में से एक हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में चर्चित होने के बावजूद इसे बाय-बाय कह दिया और नए सिरे से मैनेजमेंट की पढ़ाई शुरू की।मयूरी कांगो ने एनआरआई आदित्य ढिल्लो के साथ औरंगाबाद में 28 दिसंबर 2003 में शादी कर ली थी। शादी के बाद मयूरी अपने पति के साथ न्यूयॉर्क चली गई थीं और सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क-बरूच कॉलेज-जिंकलिन स्कूल ऑफ बिजनेस से उन्होंने मार्केटिंग एंड फाइनेंस में एमबीए किया। इसी पढ़ाई का नतीजा था कि मयूरी ने नए तरीके से कॉरपोरेट में काम की शुरुआत की और हर कदम पर सफलता हासिल की।
'पापा कहते हैं' के लिए ये कहती हैं मयूरी कांगो
मयूरी कांगो ने हाल ही में पापा कहते हैं से जुड़ा एक दिलचस्प वाकया बयां किया है। बात उन दिनों की है जब मयूरी ने 'नसीम' फिल्म के जरिए अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह अपने बोर्ड एक्जाम्स के रिजल्ट का इंतजार कर रही थीं, जब महेश भट्ट ने उन्हें 'पापा कहते हैं' ऑफर की। शुरुआत में यह प्लानिंग थी कि यह एक टेलिफिल्म होगी, लेकिन बाद में इसे एक फिल्म के तौर पर रिलीज किया गया। यह फिल्म इतनी पॉपुलर हुई कि इससे जुगल हंसराज और मयूरी दोनों हिट हो गए थे। मयूरी का इरादा था कि वह इस फिल्म में शूटिंग करने के बाद वापस कॉलेज जॉइन कर लेंगी, लेकिन फिल्म की सफलता के बाद उन्होंने सिल्वर स्क्रीन के कुछ और प्रोजेक्ट्स भी किए। हालांकि आज मयूरी को इस बात की खुशी होती है कि लोग उन्हें 'पापा कहते हैं' के लिए खास तौर पर याद करते हैं।
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