herzindagi
image

मेनोपॉज के बाद महिलाओं में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?

मेनोपॉज के बाद महिलाओं के सेहत में कई तरह के बदलाव आते हैं। कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें से एक है हार्ट अटैक का खतरा
Editorial
Updated:- 2025-03-13, 16:49 IST

मेनोपॉज महिलाओं की जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। हार्मोनल बदलाव के कारण स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें से एक है हार्ट अटैक का खतरा। आइए एक्सपर्ट से समझने की कोशिश करते हैं कि मेनोपॉज और हार्ट का क्या कनेक्शन है ? इसको लेकर हमने डॉक्टर प्रतीक चौधरी सीनियर, कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, एशियन हॉस्पिटल से खास बात चीत की

मेनोपॉज के बाद महिलाओं में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?

why heart attack risk increases in women after menopause

एक्सपर्ट बताते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा मेनोपॉज से पहले काफी कम रहता है। लेकिन जैसे ही महिलाएं मेनोपॉज के चरण में पहुंच जाती हैं  यह खतरा बढ़ जाता है। इसका कारण है एस्ट्रोजन हार्मोन।  यह हार्मोन महिलाओं को प्रोटेक्शन देता है, लेकिन जब मेनोपॉज होता है तो इसके स्तर में भारी गिरावट आती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने ब्लड प्रेशर बढ़ने और धमनियों के संकुचित होने की संभावना रहती है।

एस्ट्रोजन की कमी के कारण गुड कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और ब्लड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, जिससे धमनियों में फैट जमा होने लगता है। ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।

मेनोपॉज के बाद वजन भी तेजी से बढ़ता है। खास करके पेट के आसपास फैट जमा होता है, जिसे सेंटर ओबेसिटी कहते हैं इसके कारण शरीर में इन्फ्लेमेशन होता है। इन्सुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है और यह सभी कारण हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार होते हैं।

यह विडियो भी देखें

और सबसे जरूरी बात कि महिलाओं में हार्ट डिजीज के लक्षण अक्सर आम बीमारियों जैसे लगते हैं, जिससे समस्या का समय पर पता नहीं चल पाता है।

यह भी पढ़ें-World Kidney Day 2025: बच्चों में क्यों बढ़ रहे हैं किडनी फेलियर के मामले, एक्सपर्ट बता रहे हैं कारण और बचाव के तरीके

कैसे करें खुद की सुरक्षा?

human-heart-disease-symbol_1308-107392

  • एक्सपर्ट बताते हैं कि मेनोपॉज के बाद लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है।
  • नियमित एक्सरसाइज करें हर दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज जैसे, वॉकिंग, योगा, एरोबिक्स साइकलिंग जरूर करें।
  • हेल्दी डाइट अपनाएं व्होल ग्रेंस, ताजे फल, नट्स और हरी सब्जियों का सेवन करें।
  • अगर स्मोकिंग करते हैं, तो इसे छोड़ दें, क्योंकि यह हार्ट डिजीज के खतरे को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
  • नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर पर निगरानी रखें।
  • ध्यान और मेडिटेशन करें, अच्छी नींद ले और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें

यह भी पढ़ें-पीरियड्स में आ रहे हैं इस तरह के क्लॉट्स, तो न करें नजरअंदाज! प्रेग्नेंट होने में आ सकती है मुश्किल

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है,तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है,तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हर जिंदगी से।

Image Credit:Freepik

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।