एक महिला के शरीर में हर उम्र में तरह-तरह के बदलाव होते हैं। प्यूबर्टी के बाद ब्रेस्ट का बढ़ना, मेंस्ट्रुअल पेन, हार्मोनल बदलाव, आदि कुछ सामान्य प्रोसेस हैं, जिनसे एक महिला गुजरती है।
मेंस्ट्रुअल साइकिल शुरू होने पर हार्मोनल बदलाव के साथ-साथ वजाइनल डिस्चार्ज भी होता है। कुछ महिलाओं को यह डिस्चार्ज सामान्य रूप से दिखता है, जबकि कुछ को यह असामान्य लग सकता है।
डॉ. मयूर दास जो दिल्ली के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल में स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, बताती हैं कि यह समस्या गंभीर तब तक नहीं है जब तक आपकी वजाइना से बदबू नहीं आ रही है। कुछ महिलाएं ज्यादा गीलापन महसूस करती हैं। अगर डिस्चार्ज जरूरत से ज्यादा गाढ़ा और चिपचिपा है, तो आपको फौरन अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यह डिस्चार्ज कोई गंभीर बीमारी है ऐसा बिल्कुल नहीं है, लेकिन ऐसा क्यों होता है क्या आपने कभी सोचा है? अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं और जानना चाहती हैं कि इसे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
पीरियड्स से पहले वॉटरी डिस्चार्ज क्यों होता है?
पीरियड्स से पहले वजाइनल डिस्चार्ज में हार्मोनल बदलावों के कारण होता है। इसका प्रमुख कारण एस्ट्रोजन हार्मोन का बढ़ना होता है, जो सर्वाइकल म्यूकस के प्रोडक्शन को बढ़ा देता है। इसके अन्य कारण हैं-
हार्मोनल बदलाव होना:
मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बदलता रहता है, जिससे वजाइनल डिस्चार्ज होता है। डिस्चार्ज का रंग भी इन्हीं के कारण बदल सकता है।
ओव्यूलेशन के प्रभाव से:
हमारी ओवरी इस दौरान एग रिलीज करती है और इसके कारण भी वजाइना में गीलापन महसूस हो सकता है। ओव्यूलेशन के बाद अधिक गीला और पानी जैसा एहसास होता है।
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प्रेग्नेंसी हो सकती है कारण:
प्रेग्नेंसी के दौरान, आपके शरीर में बहुत सारे हार्मोनल बदलाव होते हैं जो आपके स्राव को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं। गर्भधारण के दो सप्ताह बाद ही आपको अपने स्राव में बदलाव महसूस हो सकता है, जिसमें अधिक स्राव का अनुभव होना भी शामिल है। सामान्य स्राव या ल्यूकोरिया, पतला और साफ होता है। इसमें हल्की गंध हो सकती है।
डिस्चार्ज का रंग कब बदल सकता है?
डिस्चार्ज का रंग और गाढ़ापन आपके स्वास्थ्य के बारे में संकेत देता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किस रंग के डिस्चार्ज का क्या मतलब है:
पारदर्शी या सफेद डिस्चार्ज: यह नॉर्मल होता है और इससे किसी तरह की गंध नहीं आती है जो बताता है कि वजाइना स्वस्थ है।
हल्का पीला या क्रीम कलर: हल्का पीला रंग भी सामान्य हो सकता है। अगर इससे गंध नहीं आ रही है, तो आपको ज्यादा घबराने की आवश्यता नहीं है।
गाढ़ा सफेद या दही जैसा: अगर डिस्चार्ज बहुत अधिक गाढ़ा और दही जैसा हो, तो यह यीस्ट इन्फेक्शन (फंगल इन्फेक्शन) का संकेत हो सकता है।
भूरा या हल्का लाल: यह पुराने ब्लड सेल्स के कारण हो सकता है, जो ओव्यूलेशन या पीरियड्स से पहले निकली होती हैं।
हरा या ग्रे रंग: अगर डिस्चार्ज में बदबू के साथ हरा या ग्रे रंग दिखता है, तो यह किसी संक्रमण (जैसे बैक्टीरियल वजिनोसिस या एसटीआई) का संकेत हो सकता है।
डिस्चार्ज को कंट्रोल करने के उपाय-
यदि वजाइनल डिस्चार्ज बहुत अधिक हो रहा है और आपको असहज महसूस हो रहा है, तो इन उपायों को अपनाकर इसे कंट्रोल किया जा सकता है:
साफ-सफाई बनाए रखें:
हल्के गुनगुने पानी से वजाइना को साफ करें। खुशबूदार साबुन या केमिकल युक्त उत्पादों से बचें।
कॉटन की पैंटी पहनें:
सिंथेटिक कपड़ों के बजाय सूती अंडरवियर का इस्तेमाल करें, ताकि हवा का संचार ठीक से हो और संक्रमण से बचा जा सके।
हाइड्रेशन बनाए रखें:
शरीर को हाइड्रेटेड रखने से वजाइनल फ्लूइड्स का संतुलन बना रहता है।
प्रोबायोटिक्स का सेवन करें:
दही, छाछ और अन्य प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ खाने से वजाइना के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है।
बहुत टाइट कपड़े पहनने से बचें:
स्किन-टाइट कपड़ों से वजाइना में नमी बढ़ सकती है, जिससे बैक्टीरियल ग्रोथ का खतरा बढ़ता है।
डाउचिंग से बचें:
वजाइना का अपना एक नेचुरल बैलेंस होता है, जिसे डाउचिंग (अंदरूनी सफाई) करने से नुकसान पहुंच सकता है।
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आपको कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
अगर वजाइनल डिस्चार्ज में का रंग ग्रे हो या बहुत गंदी बदबू आ रही हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इसके साथ ही, आपको जलन या लगातार खुजली होती है, तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। अगर डिस्चार्ज में खून के धब्बे दिखें, जो पीरियड्स से संबंधित न हों तो भी डॉक्टर को अवश्यक दिखाएं।
पीरियड्स से पहले वाटरी डिस्चार्ज होना सामान्य प्रक्रिया है, जो शरीर के हार्मोनल बदलाव और वजाइना की प्राकृतिक सफाई के कारण होता है। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसे लाइक करें और फेसबुक पर शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
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