क्या आपकी नाक पर बार-बार ब्लैकहेड्स आते रहते हैं?
क्या ब्लैकहेड्स की वजह से चेहरा काला और मुरझाया हुआ दिखता है?
आप अकेली नहीं हैं! ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स, दोनों ही समस्याएं पोर्स के बंद होने से होती हैं। ये तब होते हैं, जब हमारी त्वचा का नेचुरल ऑयल सीबम, डेड स्किन सेल्स और कभी-कभी बैक्टीरिया हेयर फॉलिकल्स के अंदर फंस जाते हैं। इस रुकावट के कारण त्वचा की सतह पर छोटे-छोटे उभार बन जाते हैं, जो आमतौर पर चेहरे पर, खासकर नाक, ठोड़ी और माथे पर दिखते हैं। लेकिन, कुछ महिलाओं के पीठ, कंधों और चेस्ट पर भी देखने को मिलते हैं। आइए सबसे पहले समझ लेते हैं कि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स क्या हैं और क्यों होते हैं? इसके बाद, हम इसके कारणों के बारे में डाइट और फिटनेस एक्सपर्ट टीना चौधरी से जानेंगे।
ब्लैकहेड्स क्या है?
ब्लैकहेड्स में पोर्स की सतह खुली रहती है, इसलिए, "खुले कॉमेडोन" भी कहते हैं। जब सीबम और डेड स्किन सेल्स का यह फंसा हुआ मिश्रण हवा के संपर्क में आता है, तब वह ऑक्सीकृत हो जाता है। इसी ऑक्सीकरण के कारण इसका कलर ब्लैक और डार्क ब्राउन हो जाता है।
व्हाइटहेड्सक्या है?
व्हाइटहेड्स में पोर्स की सतह बंद रहती है और रुकावट त्वचा के नीचे ही रहती है, इसलिए, इसे ''बंद कॉमेडोन'' कहते हैं। चूंकि, यह हवा के संपर्क में नहीं आता है, इसलिए ऑक्सीकृत नहीं होती है और यह एक छोटे, व्हाइट या त्वचा के रंग के उभार के रूप में दिखते हैं।
इन बंद पोर्स के कारण न सिर्फ चेहरे की खूबसूरती कम हो जाती है, बल्कि इनमें सूजन या इंफेक्शन भी हो सकता है, जिससे मुंहासे भी हो सकते हैं। साथ ही, त्वचा खुरदरी और असमान महसूस हो सकती है और अगर इनका इलाज न किया जाए तो बार-बार होने वाले ये छोटे दाने पोर्स को बड़ा कर सकते हैं और त्वचा की बनावट को भी बिगाड़ सकते हैं।
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के क्या कारण हैं?
हार्मोनल असंतुलन
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के सबसे आम कारणों में से एक हार्मोनल असंतुलन है। एण्ड्रोजन ऐसे हार्मोन होते हैं, जो ऑयल ग्लैंड्स को ज्यादा तेल बनाने के लिए उत्तेजित करते हैं।
जब इन हार्मोन का लेवल बढ़ता है, खासकर प्यूबर्टी, पीरियड्स, प्रेग्नेंसी या पीसीओएस और पेरीमेनोपॉज जैसी कंडीशन में त्वचा ज्यादा ऑयल बनाती है। यह एक्स्ट्रा ऑयल डेड स्किन सेल्स के साथ मिलकर पोर्स को बंद कर देता है। हार्मोन के कारण होने वाले दाने और ब्लैकहेड्स चेहरे के टीन-जोन यानी माथा, नाक और चिन पर ज्यादा होते हैं।
इसे जरूर पढ़ें: ब्लैकहेड्स कम करने के लिए जरूरी हैं ये न्यूट्रिएंट्स
डाइट भी है कारण
आपकी डाइट भी त्वचा की हेल्थ में जरूरी भूमिका निभाती है। इसमें गड़बड़ी से चेहरे पर कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं और ब्लैकहेड्स भी इनमें से एक है।
हाई-ग्लाइसेमिक फूड्स
शुगर युक्त स्नैक्स, प्रोसेस्ड कार्ब्स, कोल्ड ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स जैसे हाई ग्लाइसेमिक फूड्स शरीर में इंसुलिन लेवल को तेजी से बढ़ाते हैं। इससे सीबम का प्रोडक्शन ज्यादा होता है और त्वचा में सूजन संबंधी प्रतिक्रियाएं तेज होने लगती हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे लो फैट स्किम्ड मिल्क में मौजूद हार्मोन और बायोएक्टिव मॉलिक्यूल्स के कारण कुछ महिलाओं के मुंहासे और ब्लैकहेड्स होने लगते हैं।
पोषक तत्वों की कमी
जिंक, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी से भी त्वचा के पोर्स बंद होने लगते हैं और जलन जैसी समस्या होने लगती है।
लाइफस्टाइल संबंधी कारक
लाइफस्टाइल से जुड़ी बुरी आदतें भी त्वचा पर बुरा असर डालती हैं।
ठीक से सफाई न करना
त्वचा को ठीक से साफ न करने, पसीना आने के बाद चेहरा न धोने, रात-भर मेकअप लगाकर सोने से पोर्स में गंदगी जमा होने लगती है और ब्लैकहेड्स की समस्या होने लगती है।
गलत स्किनकेयर प्रोडक्ट्स
कई बार हम ऐसे स्किनकेयर या मेकअप प्रोडक्टस का इस्तेमाल करते हैं, जो हैवी होते हैं और पोर्स को बंद करते है। इससे समस्या ज्यादा बढ़ जाती है।
अन्य आदतें
तकिए के गिलाफ बार-बार न बदलना, बार-बार चेहरे को छूना या गंदे फोन को त्वचा से लगाना भी बैक्टीरिया और पोर्स को बंद करने वाले तत्वों को त्वचा पर ला सकता है।
तनाव से भी होती है समस्या
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स बढ़ने के पीछे तनाव भी एक कारण है, जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। जब शरीर तनाव में होता है, तब कोर्टिसोल नाम का स्ट्रेस हार्मोन छोड़ता है। यह हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ता है और ऑयल ग्लैंड्स को ज्यादा ऑयल बनाने का संकेत देता है।
तनाव त्वचा की नेचुरल ट्रीटमेंट प्रोसेस को भी धीमा कर देता है और सूजन को बढ़ा सकता है। साथ ही, तनाव की वजह से सही नींद न आने, जंक फूड खाने की इच्छा और स्किनकेयर रूटीन को नजरअंदाज करने जैसी अनहेल्दी आदतों से भी त्वचा पर बुरा असर होता है।
इसे जरूर पढ़ें: एक्ने से हैं परेशान? डाइट में शामिल करें ये 4 विटामिन्स
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स सिर्फ त्वचा की ऊपरी समस्याएं नहीं हैं, बल्कि अक्सर ये शरीर के भीतर गहरे असंतुलन के लक्षण होते हैं। हार्मोन को सही रखना, बैलेंस डाइट लेना, हाइजीन का ध्यान रखना, सही स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना और तनाव को कम करना, ये सभी पोर्स को बंद होने से रोकने और ठीक करने के लिए जरूरी हैं। अपनी त्वचा को समझकर और सही केयर करके आप इस समस्या को दूर कर सकती हैं।
अगर आपको स्किन और स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों