क्या आपकी एड़ियां अक्सर फटी रहती हैं? क्या ये देखने में भद्दी और छूने में खुरदुरी लगती हैं? क्या इन फटी हुई एड़ियों में दर्द भी होता है, जिससे चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है?
अगर इन सवालों का जवाब 'हां' है, तो यह समझना बेहद जरूरी है कि यह सिर्फ त्वचा की ऊपरी सतह से जुड़ी समस्या नहीं है। बल्कि, आपके शरीर की आंतरिक सेहत का आईना होती हैं। फटी एड़ियां इस बात का स्पष्ट संकेत देती हैं कि आपके शरीर में कुछ बेहद जरूरी पोषक तत्वों, खासकर विटामिन्स की कमी है। इन पोषण संबंधी कमियों को पहचानना और डेली डाइट में जरूरी बदलाव करना फटी एड़ियों के सही इलाज के लिए जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे कि किन विटामिन्स की कमी के कारणएड़ियांफटने लगती हैं। यह जानकारी एलाईव हेल्थ की न्यूट्रिशनिस्ट और योगा ट्रेनर तान्या खन्ना दे रही हैं।
विटामिन-E की कमी
विटामिन-E एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को गहराई से नमी देता है और कोमलता व लोच बनाए रखने के लिए जरूरी है। इस विटामिन की कमी से त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है, एड़ियां फटने लगती हैं और खुजली होने लगती है।
विटामिन-E के स्रोत
- सूरजमुखी के बीज, बादाम, एवोकाडो, मूंगफली और शुद्ध घी आदि विटामिन-E के स्रोत हैं।
विटामिन-A की कमी
यह विटामिन त्वचा के सेल्स को रिपेयर की मरम्मत और रीजनरेशन (पुनर्निर्माण या सुधार) में मदद करता है। इसकी कमी से त्वचा बेजान, मोटी और खुरदरी हो जाती है और आसानी से फटने लगती है।
विटामिन-A के स्रोत
- गाजर, शकरकंद, पपीता, दूध और अंडे की जर्दी आदि विटामिन-A के स्रोत हैं।
विटामिन-C की कमी
विटामिन-C, कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जो त्वचा की मजबूती और लचीलेपन के लिए आवश्यक प्रोटीन है। इसकी कमी से त्वचा का रिपेयरिंग प्रोसेस धीमा हो जाता है और वह आसानी से डैमेज हो सकती है। इस विटामिन की कमी से त्वचा की हीलिंग धीमी गति से होती है, दाग-धब्बे होने लगते हैं और फटी एड़ियां फटने लगती हैं।
विटामिन-C के स्रोत
- आंवला, नींबू, संतरा, अमरूद, टमाटर और हरी मिर्च जैसे खट्टे फल विटामिन-C के स्रोत हैं।
विटामिन B3 (नियासिन) और B7 (बायोटिन) की कमी
B-विटामिन्स, विशेष रूप से नियासिन (विटामिन B3) और बायोटिन (विटामिन B7), त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं। बायोटिन त्वचा और बालों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से त्वचा ड्राई हो जाती है, एड़ियां फटकर पपड़ीदार हो जाती है और इसमें जलन भी होती है।
विटामिन-B3 और B7 के स्रोत
- अंडा, दूध, दही, साबुत अनाज, मूंगफली और केला आदि विटामिन-B3 और B7 के स्रोत हैं।
जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी
ये दोनों पोषक तत्व त्वचा को भीतर से पोषण देते हैं और फटी एड़ियों की रिपेयरिंग प्रोसेस को तेज करते हैं।
जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्रोत
- अलसी के बीज, अखरोट, मछली, कद्दू के बीज और चिया सीड्स आदि में जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है।
फटी एड़ियों के लिए असरदार घरेलू उपाय
केवल बाहरी देखभाल से फटी एड़ियां पूरी तरह से ठीक नहीं होती हैं। इसलिए, डाइट में बदलाव करना, पोषण से भरपूर चीजों को शामिल करना और लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी होता है।
- अपनी डाइट में ऊपर बताए विटामिन्स और पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को शामिल करें।
- त्वचा की नमी और सेहत को ठीक रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी होता है। डिहाइड्रेशन से त्वचा और भी रूखी हो सकती है।
- हफ्ते में कम से कम 2-3 बार अपनी एड़ियों पर अच्छी क्वालिटी वाला नारियल तेल या विटामिन-E युक्त मॉइश्चराइजर लगाएं। यह त्वचा को नमी देकर मुलायम रखता है।
- रात को सोने से पहले अपनी एड़ियों पर शुद्ध घी या कोई नेचुरल ऑयल लगाकर कॉटन के मोजे पहनें। यह नमी को त्वचा के अंदर गहराई तक पहुंचने में मदद करता है।
यदि आपकी एड़ियां बार-बार फट रही हैं और केयर करने के बावजूद भी ठीक नहीं हो रही हैं, तो यह आपके खान-पान और लाइफस्टाइल पर गंभीरता से ध्यान देने का संकेत है। सही पोषण से आप न सिर्फ अपनी एड़ियों को ठीक कर सकती हैं, बल्कि भीतर से निखर कर हर कदम पर आत्मविश्वास महसूस कर सकती हैं।
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Image Credit: Freepik & Shutterstock
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