आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव आम समस्या बन चुकी है। व्यस्क लोगों के साथ ही युवा और किशोर भी इसका तेजी से शिकार बन रहे हैं। देखा जाए तो इससे निजात के लिए आजकल मेडिटेशन की कई सारी तकनीक भी प्रचलन में हैं, ऐसे में यह जानना और समझना जरूरी है कि इनमें से कौन-सी तकनीक अधिक कारगर है। दरअसल, तनाव से निजात के लिए वही तकनीक अधिक कारगर साबित होती है जो असल में व्यवहारिक हो।
ऐसी एक उपयोगी और व्यावहारिक उपचार विधि के बारे में हम आज यहां आपको बताने जा रहे हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं ‘साउंड बाथ थेरेपी’ की जो स्ट्रेस रिलीफ थेरेपी के रूप में आजकल ट्रेंड में हैं। हालांकि बहुत सारे लोगों को अभी इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं हैं, इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।
क्या है साउंड बाथ थेरेपी? (What is Sound bath therapy)
गाजियाबाद की वेलनेस कोच और साउंड हीलर प्रदीप्ति शर्मा बताती हैं कि ‘साउंड बाथ थेरेपी’ भले ही भारत में इन दिनों चर्चाओं में आई हो, पर असल में यह हजारों साल पुरानी थेरेपी है। लगभग 40 हजार साल पहले यूनानी और तिब्बती लोग, सिंगिंग बाउल (Singing Bowl) से उत्पन्न ध्वनि का इस्तेमाल मानसिक शांति के लिए किया करते थे। तब से यह पद्धति अलग-अलग देशों में अलग-अलग रूपों में प्रयोग में लाई जा रही है। आधुनिक दौर में इसका परिष्कृत रूप ‘साउंड बाथ थेरेपी’ के रूप में सुर्खियों में है।
कैसे काम करती है यह थेरपी? (How does Sound bath therapy work)
असल में यह तकनीक, खास तरह की ध्वनि के जरिए आपके मन-मस्तिष्क को सराबोर कर उसे तनाव से मुक्ति प्रदान करती है। बड़े शहरों में बहुत सारे स्पा सेंटर हैं जो कि इस तरह की माइंड हीलिंग थेरेपी की सर्विस देते हैं। यह थेरेपी लगभग 45 से 60 मिनट यानी कि एक घंटे की अवधि की होती, जिसके अंतर्गत तनाव से पीड़ित व्यक्ति को शांत जगह में लिटाकर उसे खास तरह की ध्वनि और आवाजें सुनाई जाती हैं।
इसमें प्रतिभागी व्यक्ति को योगा मैट पर लिटाकर सबसे पहले उसे आरामदायक स्थिति में लाया जाता है। फिर उसे खास तरह के उपकरणों से उपजी ध्वनि सुनाई जाती है। जैसे कि इस थेरेपी में सिंगिंग बाउल (Singing Bowl), गोंग (gongs) और ट्यूनिंग फोर्क (Tuning Forks) से ध्वनि उत्पन्न की जाती है।
इन सभी ध्वनि उपकरणों के माध्यम से अलग-अलग आवृत्ति की ध्वनि उत्पन्न कर मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालने की कोशिश की जाती है। दरअसल, विशेष तरह की ध्वनि आवृत्ति दिमाग को न सिर्फ शांत रखने में मददगार होती है बल्कि इससे मन-मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में व्यक्ति बेहतर महसूस करता है और उसे तनाव और दूसरी मानसिक बीमारियों से राहत मिलती है।
साउंड बाथ थेरेपी के लाभ (Health benefits of Sound bath therapy)
अब बात करें ‘साउंड बाथ थेरेपी’ से मिलने वाले लाभ की तो यह तनाव को दूर कर सीधे तौर पर व्यक्ति को मानसिक मजबूती प्रदान करता है। इसके साथ ही यह अनिद्रा और याददाश्त में कमजोरी जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में भी सहायक होता है। इनके अलावा इसके प्रयोग से उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी रोगों में काफी हद तक आराम मिलता है।
वहीं जिन लोगों को निर्णय लेने में कठिनाई, अधिक गुस्सा आना या बार-बार मूड स्विंग की समस्या पेश आती है, उनके लिए भी यह थेरेपी बेहद कारगर है। ध्वनि पर आधारित यह थेरेपी सीधे तौर पर नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है, ऐसे में दिमाग से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में इसका उपयोग लाभकारी माना जाता है।
अगर आप भी तनाव या किसी तरह की मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं तो ‘साउंड बाथ थेरेपी’ का लाभ ले सकते हैं। पर ध्यान रहे कि किसी विश्वसनीय स्पा सेंटर में इसकी सर्विस लें, जहां पर प्रशिक्षित और विशेषज्ञ साउंड हीलर की देख-रेख में इसकी सर्विस दी जाती हो।
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