पूरे दिन की भागदौड़ के बाद अगर रात में अच्छी नींद मिल जाए तो अगले दिन की शुरुआत बेहतर होती है। पर असल में सुकून की नींद सो पाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है, जैसे कि कुछ लोग आधी रात में नींद टूटने की समस्या से परेशान रहते हैं। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसी समस्या पेश आती है तो यहां बताई जानकारी आपके बेहद काम आ सकती है।
बता दें कि आधी रात में नींद टूटने के पीछे मानसिक और शारीरिक समस्याएं जिम्मेदार हो सकती हैं। इसलिए इससे निजात पाने के लिए आपको मूल समस्या के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। इस आर्टिकल में ऐसी कुछ समस्याओं के बारे में बता रहे हैं जो आधी रात में नींद टूटने की संभावित वजह हो सकती हैं। हमने इस बारे में न्यूरोलॉजिस्ट मयंक कुमार से बात की है और उनसे मिली जानकारी के यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
स्लीप एपनिया
स्लीप एपनिया, आधी रात में नींद टूटने की बड़ी वजह हो सकती है। दरअसल, इस समस्या में व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत आती है, जिसके चलते उसकी नींद टूट सकती है। ऐसा पीड़ित व्यक्ति के साथ रात में कई बार हो सकता है, जिसके चलते नींद पूरी न होने पर दूसरी मानसिक समस्याएं भी जन्म ले सकती हैं।
बता दें कि सोते वक्त खर्राटे लेना भी स्लीप एपनिया का मुख्य लक्षण है, इसलिए अगर आपको खर्राटे लेने की समस्या है तो संभव है कि स्लीप एपनिया के चलते ही आपकी नींद में खलल पड़ती हैं। ऐसे में इसके उपचार के लिए आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके साथ ही स्लीप एपनिया से बचाव के लिए वजन को नियंत्रित रखने के साथ ही आपको हृदय गति को संयमित रखने का प्रयास करना चाहिए।
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तनाव
अत्यधिक तनाव के कारण भी रात में नींद टूटने की समस्या पेश आ सकती है। दरअसल, लगातार तनाव की स्थिति में रहने के कारण अनुकंपी तंत्रिका तंत्र (Sympathetic Nervous System) सक्रिय हो जाता है और इसके कारण अचानक से नींद टूट सकती है। इसलिए अगर आपके साथ रोजाना रात में नींद टूटने की समस्या पेश आ रही है तो आपको तनाव को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए।
एसिड रिफ्लक्स
एसिड रिफ्लक्स के कारण सोते वक्त अचानक से खांसी आना या सीने में जलन हो सकता है, जिसके कारण आपकी नींद टूट सकती है। बता दें कि एसिड रिफ्लक्स तब होता है, जब आपके पेट के अंदर बनने वाला एसिड उल्टी दिशा में ग्रासनली में प्रवाहित होने लगता है। ऐसे में इस एसिड के कारण सीने में जलन, सीने में दर्द, खांसी और उल्टी की समस्या होती है।
रात में एसिड रिफ्लक्स की समस्या अक्सर गलत पोजीशन में सोने की वजह से उत्पन्न होती है। खासकर अगर सोते वक्त आपका सिर बाकि शरीर की अपेक्षा नीचे हो तो इसके कारण पेट का एसिड ग्रासनली में प्रवाहित होने लगता है। इसलिए बचाव के लिए सोने की पोजीशन ध्यान रखना चाहिए। साथ ही इससे राहत के लिए आपको खान-पान को भी संतुलित करना होगा।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में हृदय गति असंयमित और सांस लेने में दिक्कत महसूस होने के कारण रात में नींद टूट सकती है। ऐसा रात में अधिक नमक और शुगर युक्त आहार या तला-भुना चीजों के सेवन से हो सकता है। इस तरह के भोजन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और इसके कारण दिल की धड़कन बढ़ने से आधी रात में नींद टूट सकती है।
इन सभी समस्याओं के साथ ही हार्मोनल बदलाव, पाचन और श्वसन संबंधी बीमारियों में भी आधी रात में नींद टूटने की स्थिति बन सकती है। इसलिए अगर आपके साथ यह समस्या बार-बार पेश आ रही है तो बेहतर होगा कि इसके लिए आप डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके शारीरिक परीक्षण के आधार पर ही इसकी असल वजह और उसका उपचार बता पाएंगे।
उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
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