जब बच्चा छोटा होता है, तो अक्सर लोग उसे हंसाने के लिए गुदगुदी (Tickling) करते हैं। बच्चा खिलखिलाकर हंसने लगता है और यह आदत पीढ़ियों से हमारे परिवारों में चली आ रही है।लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि हंसी का मतलब हमेशा खुशी होना नहीं होता है? असल में, बच्चों को गुदगुदी करना हमेशा मजेदार नहीं होता। कई बार यह उनके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
हमने इनामदार मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अश्विन बोराडे से बात की, और उन्होंने बताया कि बच्चों को गुदगुदी करने से उनकी सेहत पर क्या असर पड़ सकता है।
डॉक्टर अश्विन बोराडे के अनुसार, हाल ही में हुई रिसर्च से पता चला है कि अगर गुदगुदी ज्यादा देर तक या जबरदस्ती की जाए, तो बच्चे को 5 तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिन पर शायद माता-पिता कभी ध्यान नहीं देते। कई बार बच्चों को देर तक गुदगुदी करने से वे बेहोश भी हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें-क्या आपका भी बच्चा कार्टून देखता है? जान लें नुकसान
बच्चों को गुदगुदी करना क्यों हानिकारक हो सकता है?
लोग बच्चों के साथ खेलने के लिए गुदगुदी करते हैं, लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता होता कि कब रुकना है। कई बार बच्चा इतना छोटा होता है कि वह रुकने के लिए कह नहीं पाता और आप उसे हंसता हुआ देखकर सोचते हैं कि वह मजा ले रहा है। लेकिन, यह हंसी केवल एक शारीरिक प्रतिक्रिया है, न कि खुशी दिखाती है।
गुदगुदी के हिस्से शरीर के सबसे संवेदनशील होते हैं
आमतौर पर लोग बच्चों की गर्दन, बगल, पेट और पैर पर गुदगुदी करते हैं। इन हिस्सों में नसें ज्यादा होती हैं, इसलिए गुदगुदी करने पर तेजी से रिएक्शन होता है। हालांकि, ये हिस्से नाजुक भी होते हैं और बार-बार छूने पर बच्चा Uncomfortable महसूस कर सकता है।
ज्यादा गुदगुदी से शारीरिक नुकसान
अगर आप बच्चे को ज्यादा देर तक गुदगुदी करते हैं, तो उसे हाइपोक्सिया (शरीर में ऑक्सीजन की कमी), सांस लेने में तकलीफ, उल्टी या मतली (जी मिचलाना) और यहां तक कि पेशाब छूटने जैसी शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। छोटे बच्चों के लिए ये समस्याएं काफी बड़ी हो सकती हैं।
नर्वस सिस्टम पर असर
जब आप बच्चे को बार-बार गुदगुदाते हैं, तो उसके शरीर को यह समझ नहीं आता कि वह दर्द में है या मजा कर रहा है। कई बार गुदगुदी करने पर बच्चे दर्द को समझ नहीं पाते और आगे चलकर यह एक बड़ी समस्या बन सकती है, क्योंकि उनका नर्वस सिस्टम प्रभावित हो सकता है।
घबराहट या दौरे पड़ना
अगर आप बच्चे को बहुत ज़्यादा गुदगुदी करते हैं, तो उसका शरीर फाइट-ऑर-फ्लाइट मोड में जा सकता है, जिससे उन्हें घबराहट या डर का दौरा पड़ सकता है।
कैटाप्लेक्सी जैसी स्थिति
कैटाप्लेक्सी का मतलब है कि शरीर अचानक से अपनी मांसपेशियों पर कंट्रोल खो देता है, जिससे व्यक्ति एकदम ढीला पड़ जाता है। यह अक्सर उन बच्चों में देखा जा सकता है, जिन्हें बहुत ज्यादा गुदगुदी की जाती है।
इसे भी पढ़ें- बच्चों को अगर खाली दूध नहीं आता पसंद, तो साथ में मिलाकर दें ये चीजें
अगर गुदगुदी करनी हो, तो सही तरीका अपनाएं
अगर आप छोटे बच्चे को गुदगुदी कर रहे हैं, तो इसे जबरदस्ती का खेल न बनाएं। उसे प्यार से, कम समय तक और रुक-रुक कर करें। अगर बच्चा बोल सकता है, तो आप उससे पूछ सकते हैं। अगर वह गुदगुदी करते हुए आपसे कहता है कि रुको तो आपको तुरंत रुक जाना चाहिए।अपने बच्चे की सेहत और खुशी के लिए, गुदगुदी को हमेशा हल्के-फुल्के मजाक तक ही सीमित रखें।
हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों