छोटे बच्चों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना अक्सर करना पड़ता है। इन्हीं में से एक है गैस की समस्या। अक्सर दूध पीते समय बेबी के पेट में बहुत अधिक हवा चली जाती है, जिसके कारण उनके पेट में गैस बन जाती है। जब यह गैस बढ़ने लगती है तो इससे उनके पेट पर दबाव पड़ता है और उन्हें बहुत अधिक दर्द होता है। कभी-कभी शिशु गैस के कारण बहुत अधिक चिल्लाते भी हैं या फिर पेट में गैस होने के कारण उन्हें सोने में भी समस्या होती है। ऐसे में मां को यह समझ ही नहीं आता कि उन्हें के क्या समस्या हो गई है।
इसलिए, अगर आपका बच्चा लगातार परेशान हो रहा है या फिर वह लगातार रोता ही जा रहा है तो पहले आपको उसके लक्षणों को देखकर समस्या का पता लगाना चाहिए। चूंकि शिशु बोलकर अपनी परेशानी नहीं बता सकते, इसलिए उनके संकेतों को समझना बेहद आवश्यक होता है। तो चलिए आज इस लेख में दिल्ली के सरोज अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन डॉ. के के गुप्ता आपको शिशु में गैस की समस्या के कारण व उसके लक्षणों के बारे में बता रहे हैं-
क्यों होती है शिशु को गैस की समस्या
छोटे बच्चों में गैस होने की समस्या के कई कारण हो सकते हैं। जैसे-
- दूध पीते समय या फिर लगातार रोते समय उनके पेट में हवा चली जाना।
- कब्ज या अन्य डाइजेस्टिव प्रॉब्लम होना।
- अगर बच्चे ने सॉलिड फूड खाना शुरू कर दिया है तो उन्हें बार-बार गैस बनना फूड सेंसेटिविटी का भी संकेत हो सकता है।
- कभी-कभी वायरस भी शिशु में पेट की समस्याओं जैसे गैस या उल्टी की वजह बन सकता है।
लगातार रोते रहना
यह एक आम संकेत है। यूं तो शिशु कई कारणों से रोते हैं। लेकिन अगर वह लगातार रोते ही जा रहे हैं और रोते-रोते उनका चेहरा भी लाल हो रहा है। इसके अलावा, अगर आपको ऐसा लगता है कि रोते समय उन्हें दर्द हो रहा है तो यह शिशु के पेट में गैस का लक्षण हो सकता है। दरअसल, जब बच्चे को गैस होती है तो वह बहुत अधिक अनकंफर्टेबल हो जाता है, जिससे वह लगातार रोता है।
सोने में समस्या
पेट में गैस होने पर बच्चे बहुत अधिक बैचेन हो जाते हैं। चूंकि गैस के कारण उनके पेट पर दबाव पड़ता है, इसलिए उन्हें सोने में समस्या होती है। हो सकता है कि पेट में गैस होने पर वह बिल्कुल भी सोएं नहीं और लगातार रोता ही रहे। अगर बच्चा सोना चाहता है, लेकिन फिर भी वह ठीक ढंग से सो नहीं पा रहा है तो हो सकता है कि उसके पेट में होने वाली गैस उसे परेशान कर रही हो।
ठीक ढंग से ना खाना
सोने की तरह ही गैस होने पर बच्चे को फीडिंग में भी समस्या होती है। ऐसे बच्चे सही तरह से फीड नहीं कर पाते हैं या फिर वह अगर फीड करते भी हैं तो उसके बाद वह काफी असहज हो जाते हैं।(ब्रेस्टफीडिंग के लिए गाइड)
पैरों को छाती तक खींचना
जब बच्चे को पेट में गैस होती है तो वह खुद को रिलैक्स करने का प्रयास करते हैं। इसी क्रम में वह अपने पैरों को अपनी छाती तक खींचते हैं। पेट में गैस होने पर बच्चे ना केवल रोते हैं, बल्कि वह काफी बैचेन भी नजर आते हैं। जिसके कारण वह बहुत अधिक उधम मचाते हैं। ऐसे में आप बच्चे को डकार दिलवाकर (बच्चे को डकार दिलाने की टिप्स) या फिर कुछ साधारण उपायों की मदद से उसके पेट में मौजूद अतिरिक्त गैस निकालने का प्रयास करें। अगर फिर भी उसे राहत ना मिले तो एक बार बाल रोग विशेषज्ञ से अवश्य मिलें।
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तो अब जब भी आपको यह लक्षण नजर आए तो समझ लीजिए कि आपके शिशु को गैस हो गई है। ऐसे में आप कुछ प्रभावी उपचार के जरिए उसे तुरंत राहत दिलवाए। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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