टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री जैस्मीन भसीन कॉर्निया डैमेज की शिकार हो गईं है। जानकारी के मुताबिक वह दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुईं थी इस दौरान उन्होंने कॉन्टैक्ट लेंस लगाई थी,लेंस पहनने को बाद उनकी आंखों में तेज दर्द शुरू हो गया और इसके बाद कुछ भी देखने में परेशानी हो रही थी। हालांकि इलाज लेने के बाद वह बेहतर महसूस कर रही हैं। जैस्मिन ने हेल्थ अपडेट देते हुए बताया की अगले चार से पांच दिनों में वह बेहतर महसूस करेंगी इस दौरान उन्हें आंखों की अच्छी देखभाल करने की जरूरत है।
वहीं इस खबर के बाद लोगों के मन में भी सवाल उठने लगता है कि आखिर यह कॉर्निया डैमेज होता क्या है। क्या इससे आंखें हमेशा के लिए खराब हो सकती है? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं डॉ.सीमा राज से
कॉर्निया डैमेज क्या है?
कॉर्निया आपकी आंखों का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपकी आंख की पारदर्शी, सुरक्षात्मक बाहरी परत है। यह धूल,गंदगी, या कीटाणुओं के खिलाफ एक बैरियर की तरह काम करता है,किसी भी हानिकारक पदार्थ को आंख में जाने से रोकता है,इसके अलावा यह यूवी रेज को भी आंखों तक सीधे पहुंचने से रोकता है। जब किसी कारण से कॉर्निया को क्षति पहुंचती है तो आंखों में दिक्कत शुरू हो जाती है। आइए जानते हैं इसके कारण
कॉर्निया डैमेज के कारण
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- लंबे वक्त तक सूरज की रोशनी या आर्टिफिशियल यूवी रेज के संपर्क में रहना
- खराब फिटिंग वाले कॉन्टैक्ट लेंस या संक्रमित लेंस का इस्तेमाल करना
- अत्याधिक लेंस का इस्तेमालकरना
- सूखी आंखें
- धूल भरे वातावरण में काम करना
- बिना सुरक्षा चश्मा पहने बिजली उपकरण या वेल्डिंग का इस्तेमाल करना
कॉर्निया डैमेज के लक्षण
- धुंधली दृष्टि
- आंखों में दर्द
- आंखों में चुभन
- प्रकाश संवेदनशीलता
- आंखों में लालिमा
- पलकें सूजना
- आंखों से पानी आना
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एक्सपर्ट की राय
वैसे तो कॉर्निया डैमेज के पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन इन दिनों कॉन्टैक्ट लेंस की वजह से ज्यादा समस्याएं देखी जा रही है।
- बिना एक्सपर्ट की मदद के आंख में फंसी किसी वस्तु को निकालने की कोशिश न करें।
- अगर आंखों में केमिकल के छींटे पड़ जाए तो आंखों को पानी से धोएं
- व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
- कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए
- दिन में 6 से 7 घंटे ही इसे लगाएं।
- लेंस पहनने के दौरान आंखों को बार-बार न छुएं।
- गंदे हाथों से लेंस न पहनें
- लेंस पहनने पर जलन हो तो आंखों को रगड़े नहीं
- वेल्डिंग वर्क के आसपास धूप का चश्मा पहनें।
- धूम में भी चश्मा पहन कर निकलें।
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Image Credit- freepik
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