प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक खूबसूरत सफर होता है। अक्सर महिलाएं चाहती हैं कि उनकी डिलीवरी नॉर्मल हो, लेकिन बदलती लाइफस्टाइल तनाव और कुछ मेडिकल कॉम्प्लिकेशन के चलते आजकल ज्यादातर मामलों में ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है। जिसमें खर्चा भी ज्यादा आता है और लंबे वक्त के लिए असुविधा भी हो जाती है। इस बीच कई लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्शुअल रिलेशन से नॉर्मल डिलीवरी पॉसिबल है। जबकि, कई लोग इसे खतरा समझकर नजरअंदाज भी करते हैं। अब सवाल है कि क्या वाकई ऐसा करना सुरक्षित है और इससे डिलीवरी सच में आसान होती है? इन्हीं सवालों के जवाब जाने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की हैDr. Chetna Jain Director Dept of Obstetrics & gynecology Cloudnine Group of hospitals, Sector 14, Gurgaon इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
मिथ बनाम तथ्य- क्या प्रेग्नेंसी में सेक्शुअल रिेलेशन से नॉर्मल डिलीवरी पॉसिबल है?
मिथ- प्रेग्नेंसी के दौरानसेक्शुअल रिलेशन बनाने से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है और इससे मिसकैरेज या प्रीमेच्योर डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है। कुछ लोग मानते हैं कि प्रेग्नेंसी में सेक्शुअल रिलेशन पूरी तरह से टाला जाना चाहिए, क्योंकि इससे मां और बच्चे की सेहत को खतरा हो सकता है।
सच्चाई- वास्तव में अगर आपकी गर्भावस्था सामान्य और बिनी किसी जटिलता के है, तोसेक्शुअल रिलेशन न सिर्फ सुरक्षित होता है,बल्कि यह नॉर्मल डिलीवरी के लिए मददगार भी हो सकता है।
कैसे सेक्शुअल रिलेशन नॉर्मल डिलीवरी में मदद करता है?
- इससे हार्मोनल सपोर्ट मिलता है।सेक्शुअल रिलेशन के दौरान निकलने वाला ऑक्सीटॉसिन हार्मोन गर्भाशय में संकुचन को प्रोत्साहित करता है, जिससे लेबर को नैचुरली ट्रिगर करने में मदद मिल सकती है।
- पुरुष के सीमन में प्रोस्टाग्लैंडिंस नामक तत्व होते हैं, जो गर्भाशय ग्रीवा को नरम और पतला करने में मदद करते हैं। इससे नॉर्मल डिलीवरी की प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान इंटिमेसी से महिला को मानसिक और शारीरिक तनाव से राहत मिलती है, जिससे संपूर्ण प्रेग्नेंसी का अनुभव बेहतर हो सकता है।
- नियमित इंटिमेसी से रक्त प्रवाह में सुधार होता है, जिससे शिशु तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व बेहतर तरीके से पहुंचते हैं।
- वहीं जब महिला को ऑर्गैज्म होता है, तो उसके गर्भाशय में संकुचन होते हैं, जो कि डिलीवरी की तैयारी का हिस्सा हो सकते हैं। नेचुरल कॉन्ट्रैक्शन शरीर को लेबर के लिए तैयार कर सकते हैं
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सेक्शुअली एक्टिव कब नहीं होना चाहिए?
- प्लेसेंटी प्रिविया का गर्भाशय के नीचे होना
- प्री-टर्म लेबर का इतिहास
- जुड़वां या अधिक बच्चों की गर्भावस्था
- योनि से खून आना या पानी आना
- गर्भाशय ग्रीवा की कमजोरी
- कोई यौन संचारित रोग
नॉर्मल डिलीवरी के अन्य तरीके
- डॉक्टर की सलाह पर हल्की एक्सरसाइज रूटीन का हिस्सा बनाएं।
- जितना हो सकते एक्टिव रहें।
- पौष्टिक आहार जैसे आयरन, फाइबर और प्रोटीन का सेवन करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं।
- तनाव से दूर रहें। मेडिटेशन और गहरी सांस वाली तकनीक अपनाएं।
- डॉक्टर से नियमित जांच कराती रहें।
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Image Credit- freepik
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