दुनिया भर में दस में से एक महिला इस खतरनाक कैंसर का शिकार है। लेकिन भारत में जागरूकता की कमी के कारण यह बीमारी जानलेवा साबित हो रही है। यहां तक कि महिलाओं को इस बीमारी के इलाज की जानकारी भी नहीं है। सर्वाइकल कैंसर human papillomavirus infection (एचपीवी) के कारण होता है। हालांकि ज्यादातर मामलों में advance stage में ही इसका पता चल पाता है, लेकिन पैप स्मीयर टेस्ट से इसे समय रहते पकड़ा जा सकता है। सही समय पर इसका पता चल जाए, तो इसका इलाज भी संभव है।
Cervical cancer के ज्यादातर मामले 40 साल या इससे ऊपर की महिलाओं में देखे गये हैं। लेकिन एक नई रिसर्च के अनुसार cervical cancer का खतरा 16 से 30 age की महिलाओं को सबसे ज्यादा होता है। महिलाओं में आमतौर पर पाया जाने वाला एचपीवी जल्दी ठीक हो जाता है लेकिन गंभीर रूप लेने पर सर्वाइकल कैंसर का कारण बनता है।
एक हालिया सर्वे में इसका खुलासा किया गया है। एसआरएल डायग्नोस्टिक्स ने cervical cancer स्क्रीनिंग में एचपीवी test के retrospective analysis में पाया गया है कि 16 से 30 साल (14 फीसदी) आयु वर्ग की महिलाओं में एचपीवी high level पर था जिसमें cervical cancer की संभावना भी high थी।
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क्या कहती है रिसर्च
इसके बाद 61 से 85 वर्ष (8.39 फीसदी) आयु वर्ग की महिलाओं का स्थान था। Global Standards System-Hybrid Capture का उपयोग कर 2013 से 2017 के बीच देश भर में 3,000 से अधिक महिलाओं का उच्च जोखिम एचपीवी infection के लिए testing किया गया। कुल मिलाकर, 8.04 फीसदी महिलाओं में एचपीवी infection दिखा।
Global scale पर cervical cancer से होने वाली मौतों के एक तिहाई मामले भारत में पाए जाते हैं। भारत में cervical cancer के 1,32,000 मामलों का प्रतिवर्ष निदान किया जाता है और इस दौरान 74,000 मामलों में मौत हो जाती है। Breast cancer के बाद cervical cancer महिलाओं में मौत का दूसरा प्रमुख कारण है।
Cervical cancer के कारण
Cervical cancer एक महिला के जीवन के reproduction की शुरुआत में भी हो सकता है। Smoking, unprotected sex, having many children, contraceptive pills का लंबे समय तक उपयोग करने के साथ ही एचआईवी और एचपीवी infection cervical cancer के विकास के कारक हो सकते हैं।
Cervical cancer के लक्षण
Irregular menstruation या sexual intercourse के बाद योनि से असामान्य खून बहने पर, पीठ, पैर या पेडू में दर्द होने पर, थकान, वजन कम होने या भूख न लगने, योनि से दुर्गन्ध वाला स्राव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह सर्वाइकल कैंसर का प्राथमिक लक्षण हो सकता है।
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