शहर और गांव का जीवन एक-दूसरे से काफी अलग होता है। जहां गांवों में शुद्ध हवा और बिना किसी मिलावट के शुद्ध खाना-पीना मिलता है। वहीं, शहरों में हवा भी प्रदूषित होती जा रही है और खान-पान में भी मिलावट देखने को मिल रही है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि गांव के लोगों की सेहत, शहर के मुकाबले ज्यादा बेहतर होती है। बात अगर महिलाओं की करें, तो शहरों में महिलाएं अक्सर कमजोरी और थकान की शिकायत करती हैं। ऐसा नहीं है कि गांव में महिलाओं में थकान या कमजोरी के मामले देखने को नहीं मिलते हैं। लेकिन, शहर में यह अधिक है। इसके पीछे, महिलाओं पर ढ़ेर सारी जिम्मेदारियां, अपनी सेहत पर ध्यान न दे पाना और शरीर में जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी शामिल है। अगर आप भी अक्सर थकान और कमजोरी की शिकायत करती हैं, तो इसके पीछे एक खास कारण हो सकता है, इस बारे में एक्सपर्ट से समझते हैं। इस बारे में डॉ. जयश्री तिवारी, मैनेजिंग डायरेक्टर , तिवारी मैटरनिटी सेंटर और नर्सिंग होम, जानकारी दे रही हैं।
शहर की भागदौड़ से भरी लाइफस्टाइल में महिलाओं को इस कारण से महसूस हो सकती है अधिक थकान
- एक्सपर्ट का कहना है कि शहर की भागदौड़ से भरी जीवनशैली में अक्सर महिलाएं थकान का अनुभव करती हैं लेकिन इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं।
- ज्यादा थकावट महसूस होने के पीछे, शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। यह विशेष रूप में महिलाओं में देखने को मिलती है।
- इसकी वजह से महिलाओं की काम करने की क्षमता पर असर होता है। यहां तक कि उनका मूड और मेंटल हेल्थ भी प्रभावित हो सकती है।
- आयरन एक बहुत जरूरी मिनरल है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने में अहम भूमिका निभाता है।
- हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन है। यह पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है।
- जब बॉडी में आयरन का लेवल कम होने लगता है, तो इसका असर शरीर के फंक्शन्स पर भी होता है। अगर आयरन की कमी अधिक हो, तो इसे एनीमिया कहा जाता है।
- आयरन की कमी के कारण, थकान, कमजोरी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण हो सकते हैं।
- असल में जब शरीर में आयरन कम हो जाता है, तो हीमोग्लोबिन भी कम होने लगता है। हीमोग्लोबिन ही शरीर में ऑक्सीजन को ले जाने का काम करता है। ऐसे में जब हीमोग्लोबिन कम होता है, तो हमारे टिश्यूज, सेल्स और मसल्स तक कम ऑक्सीजन पहुंचती है और उनमें एनर्जी कम होने लगती है और हमें अधिक थकान महसूस होती है।
- एक्सपर्ट का कहना है कि 15 से 49 साल के बीच की लगभग 31.5% महिलाओं में आयरन की कमी देखने को मिलती है। शहरों में, फास्ट फूड का बढ़ता चलन और अनियमित खान-पान इसे और बढ़ा सकता है।
- आयरन की कमी को दूर करने के लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स को शामिल करना चाहिए।
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महिलाओं को शरीर में आयरन की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सही आहार से आयरन लेवल को काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik
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