जब भी हेल्थ की बात होती है तो हम सभी अक्सर ओरल हाइजीन को नजरअंदाज करते हैं। सुबह के समय तो हम ब्रश करते हैं, लेकिन रात को सोने से पहले ब्रश करना उतना जरूरी नहीं समझते हैं। कभी-कभी थकान या आलस की वजह से बिना ब्रश किए ही सीधे बिस्तर पर चले जाते हैं। हो सकता है कि आपको इसमें कोई बुराई ना नजर आती हो। लेकिन वास्तव में ब्रश ना करना आपके दांतों के साथ-साथ हेल्थ को भी काफी नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, जब आप ब्रश नहीं करते तो ऐसे में दिनभर का खाना, चीनी और बैक्टीरिया आदि दांतों पर पूरी रात चिपके रहते हैं। आप तो आराम से सो रही हैं, लेकिन दांत 7-8 घंटे एसिड और कीटाणुओं से लड़ रहे हैं। ऐसे में मुंह से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह सबसे डरावनी बात ये है कि मुंह की बीमारी सिर्फ मुँह तक सीमित नहीं रहती। इससे आपको अन्य भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि सोने से पहले ब्रश ना करने से आपकी सेहत पर क्या असर पड़ सकता है-
हो सकती हैं दिल की बीमारियां
सुनने में आपको शायद अजीब लगे, लेकिन रात में ब्रश ना करने से आपको दिल की बीमारियों जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक या एट्रियल फिब्रिलेशन आदि का रिस्क काफी बढ़ जाता है। दरअसल, रात में ब्रश ना करने से मसूड़ों में इंफेक्शन हो जाता है। जब मसूड़ों में इंफेक्शन होता है तो क्या करें समझ नहीं आता। इसमें बैक्टीरिया खून में पहुंचकर धमनियों में सूजन पैदा कर देते हैं। जिससे आपको दिल की बीमारियों का सामना करना पड़ कर सकता है। एक रिसर्च में भी पाया गया कि जो लोग दिन में दो बार से कम और 2 मिनट से भी कम समय तक ब्रश करते हैं, उनमें हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर या स्ट्रोक जैसी बड़ी दिल की बीमारियों का ख़तरा 3 गुना ज्यादा होता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद नुकसानदायक
जो लोग डायबिटीज के मरीज हैं, उनके लिए रात में ब्रश स्किप करना दोगुना नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल, रात में ब्रश ना करने से मसूड़ों पर असर पड़ता है और अगर मसूड़ों की सेहत ठीक नहीं है, तो ब्लड शुगर को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। वहीं, अगर ब्लड शुगर ज्यादा है तो मसूड़ों की बीमारी और बढ़ जाती है। दरअसल, हाई ब्लड शुगर इम्यून सिस्टम और लार पर असर डालता है। इससे मसूड़े और दांत कमजोर हो जाते हैं और डायबिटीज के मरीजों में मसूड़ों की बीमारी जैसे पीरियोडॉन्टाइटिस आदि जल्दी पकड़ लेती हैं। इसलिए, ओरल हाइजीन के प्रति किसी भी तरह की अनदेखी ना करें। डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी चीजें ध्यान रखना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में प्रोब्लम्स
रात में ब्रश ना करने से ओरल इंफेक्शन होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह ओरल इंफेक्शन शरीर में इंफ्लेमेशन को बढ़ाने के साथ-साथ हानिकारक टॉक्सिन को भी रिलीज कर सकता है। इससे प्लेसेंटा के फंक्शन में रुकावट आ सकती है और समय से पहले प्रसव की स्थिति पैदा हो सकती है। 30 अध्ययनों में एक मेटा-एनालिसिस में भी यह पाया गया कि पीरियोडॉन्टाइटिस यानी मसूड़ों की बीमारी और प्री-एक्लेम्पसिया का गहरा संबंध है।
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