आजकल के समय में महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह PCOD यानी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिज़ीज़ है। PCOD एक मोस्ट कॉमन हॉर्मोनल समस्या है, जिसकी वजह से कम उम्र में भी महिलाएं नैचुरली कंसीव नहीं कर पा रही हैं। पीसीओडी की वजह से महिलाओं की ओवरी में सिस्ट बन जाते हैं, जिसकी वजह से वजन बढ़ना, एक्ने और इर्रेगुलर पीरियड्स की समस्या पैदा हो सकती है। इसके अलावा, पीसीओडी की वजह से फर्टिलिटी प्रॉब्लम्स भी हो सकती है। कई मामलों में Reverse PCOD भी नहीं हो पाता है।
आमतौर पर PCOD की वजह गलत लाइफस्टाइल और ज्यादा वजन माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। कई बार मन में सवाल आता है कि क्या मां को PCOD है, तो बेटी को भी इसका खतरा हो सकता है? इसके बारे में जानने के लिए हमने बात की वेलमेड हॉस्पिटल, गुरुग्राम की गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका गुप्ता से। आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट का क्या कहना है?
क्या मां के कारण बेटी को हो सकता है PCOD?
डॉक्टर प्रियंका ने कहा कि इस सवाल का जवाब समझना हमारे लिए जरूरी है, क्योंकि PCOD को समझना और इसके कारणों को जानकर हम इस सिचुएशन को अच्छे से संभाल सकते हैं। PCOD एक जेनेटिक कम्पोनेंट के साथ आता है, जो यह इंडिकेट करता है कि अगर आपके परिवार में किसी को PCOD है, तो आपको भी इस बीमारी का जोखिम बढ़ सकता है।
डॉक्टर ने आगे कहा कि रिसर्च में बताया गया है कि अगर मां को PCOD है, तो आपके लिए भी इस समस्या का जोखिम 30% ज्यादा हो सकता है। कुछ स्पेसिफिक जीन्स, जैसे- इंसुलिन रेजिस्टेंस और एंड्रोजन लेवल के जीन्स इस समस्या से सीधे जुड़े हुए होते हैं। ये जीन्स ओवरी के फंक्शन को प्रभावित करते हैं और जब उनमें Abnormality होती है, तो बेटी में PCOD का जोखिम बढ़ जाता है।
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PCOD समस्या के कारक
वैसे तो PCOD जैसी समस्या जेनेटिक कारणों की वजह से होने के मामले बहुत कम आते हैं। PCOD को केवल Hereditary फैक्टर के अलावा भी बहुत से कारक ट्रिगर करते हैं।
- वजन बढ़ना और मोटापा- ये कंडीशन इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाती है, जो पीसीओडी को ट्रिगर करने में मदद करता है।
- तनाव- ज्यादा स्ट्रेस से PCOD की समस्या हो सकती है।
- खराब खानपान और पोषण की कमी- अगर डाइट में विटामिन और खनिज की कमी है, तो PCOD डेवलेप हो सकता है।
- फिजिकल एक्टिविटी की कमी- आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में महिलाएं फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम कर पाती हैं। उनका पूरा दिन घर से ऑफिस और ऑफिस से घर जाने में ही गुजर जाता है।
हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि मां को PCOD है तो बेटी को यह समस्या हो जाए। अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करती हैं, तो इस समस्या को बढ़ने से रोक सकते हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल और वजन को कंट्रोल करके PCOD को कंट्रोल किया जा सकता है।
PCOD को कंट्रोल करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
PCOD की समस्या से बचने के लिए जंक फूड, मक्खन, प्रोसेस्ड स्नैक्स जैसे केक, कुकीज, कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक, नशीले पदार्थ, मैदा, व्हाइट ब्रेड आदि को अपनी डाइट से दूर रखना चाहिए। आपको ओमेगा-3 से भरपूर मछली, बीन्स, फलियां, पत्तेदार साग, टमाटर, मशरूम, मिर्च, ब्रोकली, साबुत अनाज और ब्राउन राइस का सेवन करना चाहिए।
PCOD को कंट्रोल करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज और वर्कआउट करना चाहिए, ताकि आपका वजन कंट्रोल में बना रहे।
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PCOD से बचने के लिए, आज ही से हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। अगर आपके मन में वीमेन हेल्थ को लेकर किसी भी तरह का सवाल है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
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