herzindagi
How Ayurvedic Panchakarma can help with body detox

शरीर को नई ऊर्जा देता है पंचकर्मा, जानें इसके फायदे और तरीका

आज के समय में सेहतमंद रहने के लिए, समय-समय पर, शरीर को डिटॉक्स करना जरूरी हो गया है। इसके लिए आप, आयुर्वेदिक डिटॉक्स पंचकर्मा की मदद ले सकती हैं।  
Editorial
Updated:- 2024-05-30, 16:25 IST

आयुर्वेदिक हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा पध्दतियों में से एक है। आज की भागदौड़ से भरी जीवनशैली में, सेहतमंद रहने के लिए, आयुर्वेदिक नियमों को मानना बहुत जरूरी हो गया है। आयुर्वेदिक नियमों को मानकर, आप काफी हद तक बीमारियों से बचाव कर सकती हैं। खान-पान, सोने-जागने, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और शरीर की प्रकृति के अनुसार जीवन जीने से जुड़े कई नियम, आयुर्वेद में बताए गए हैं। आयुर्वेद, बॉडी को डिटॉक्स करने पर काफी जोर देता है। आयुर्वेदिक डिटॉक्स को पंचकर्मा कहा जाता है। इससे शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ (अमा) बाहर निकलते हैं और वात, पित्त व कफ दोष बैलेंस होते हैं। पंचकर्मा क्या है और इसके क्या फायदे हैं, इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी, डॉक्टर रेजी राज, जनरल मैनेजर और सीनियर आयुर्वेदिक फिजिशियन, अमल तमरा, दे रहे हैं।

आयुर्वेदिक डिटॉक्स पंचकर्मा के फायदे

Ayurvedic detox benefits and steps

  • डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म सुधरता है।
  • मेंटल हेल्थ भी अच्छी होती है।
  • स्किन के लिए फायदेमंद है।
  • इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
  • शरीर में ताकत बनी रहती है।
  • बीमारियों की गंभीरता में कमी आती है।

पंचकर्मा में होते हैं इतने चरण

Ayurvedic Detox Understanding the Cleansing Rituals

  • पंचकर्मा में तीन चरण होते हैं। पहला चरण, पूर्व कर्मा (तैयारी), दूसरा पंचकर्मा (डिटॉक्स की प्रक्रिया) और तीसरा पश्चातकर्मा (डिटॉक्स के बाद की प्रक्रिया) होती है।
  • पहले चरण में, स्नेहन (तेल लगाना) और स्वेदन (जलन) शामिल है। स्नेहन में औषधीय तेल या घी का उपयोग किया जाता है।
  • इससे टिश्यूज नरम होते हैं और शरीर में जमा टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।
  • तेल मालिश से ब्लड फ्लो रही होती है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए, शरीर तैयार होता है।
  • इसके बाद, स्वेदन थेरेपी होती है। इससे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए, स्टीम बाथ या हर्बल काढ़े का उपयोग किया जाता है।

What is  Panchakarma

  • इसके बाद पंचकर्मा का मेन प्रोसेस होता है। इसमें कुल 5 थेरेपी होती हैं।
  • पहली थेरेपी वमन थेरेपी होती है। इसमें कफ से जुड़ी दिक्कतों पर ध्यान दिया जाता है और शरीर में जमा अतिरिक्त कफ को बाहर निकाला जाता है।
  • इसके बाद विरेचन होता है। इसमें पित्त संबंधी विकारों को दूर किया जाता है और इसके लिए, जड़ी-बूटियों का उपयोग होता है। इस प्रोसेस में अंदर से कोलन की सफाई की जाती है।
  • इसके बाद एनीमा थेरेपी होती है। इससे वात संबधी परेशानियों को दूर किया जाता है। 
  • चौथी थेरेपी नास्या होती है। इसके जरिए, सिर और सांस से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए, नाक के जरिए, औषधीय पाउडर या तेल डाला जाता है।
  • इसके बाद रक्तमोक्षण होता है। इसके जरिए, पित्त और खून से जुडडी कंडीशन्स को चेक करने के लिए, थोड़ा सा खून लिया जाता है।
  • पंचकर्मा के प्रोसेस के बाद, पोस्ट-डिटॉक्स डाइट दी जाती है।
  • इसमें हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन दिया जाता है, जिससे पाचन तंत्र वापिस से सही काम करने लगे। 
  • इसके अलावा, इस में कुछ आयुर्वेदिक दवाएं दी जाती हैं और योग करवाया जाता है।
  •  

यह विडियो भी देखें

नोट- कोई भी आयुर्वेदिक डिटॉक्स किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श के बिना शुरू नहीं करना चाहिए। पंचकर्मा शुरू करने के लिए, व्यक्ति के शरीर की प्रकृति और दोषों के आधार पर 7 से 41 दिनों तक का डिटॉक्स प्लान तैयार किया जाता है। 

 

यह भी पढ़ें- रोज सुबह खाली पेट पिएं यह आयुर्वेदिक चाय, पेट दर्द और गैस समेत 10 बीमारियां होंगी दूर

 

सेहतमंद रहने के लिए, आयुर्वेद के सिध्दान्तों को अपनाना काफी हद तक फायदेमंद रहता है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik, Shutterstock

यह भी पढ़ें- तुलसी को आयुर्वेद में माना जाता है गुणों की खान, इस तरह करें सेवन

 

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।