इंफ्लेमेशन शब्द आजकल आप और हम काफी सुन रहे हैं लेकिन कई बार यह एक फैंसी या काफी मेडिकल टर्म लगता है, जिसका मतलब हमें समझ नहीं आता है। लेकिन, असल में यह कोई फैंसी शब्द नहीं है बल्कि आसान भाषा में कहा जाए, तो यह किसी इंजरी, इंफेक्शन या डैमेज से निपटने के लिए, शरीर का नेचुरल रिस्पॉन्स होता है, जो लालिमा, सूजन, हीट या दर्द के रूप में बाहर आता है। इसे आप और हम आम भाषा में सूजन के तौर पर समझ सकते हैं। लेकिन, जब यह इंफ्लेमेशन लंबे समय तक बना रहता है, तो इसे क्रॉनिक इंफ्लेमेशन कहा जाता है। इंफ्लेमेशन के कई कारण हो सकते हैं। इनमें इंफेक्शन, इंजरी, ऑटोइम्यून डिजीज, अनहेल्दी डाइट, स्ट्रेस और नींद की कमी शामिल है। इंफ्लेमेशन बढ़ने पर शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
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इंफ्लेमेशन के संकेतों को समझना बहुत जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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