आज के समय में पूरी दुनिया ने योग के महत्व को समझा है। यही कारण है कि लोग खुद को शारीरिक व मानसिक रूप से तंदरुस्त रखने के लिए योगाभ्यास करते हैं। आमतौर पर, योगा सेशन के दौरान हम सभी कई तरह के योगासनों का अभ्यास करते हैं। इन्हीं में से एक है गोमुखासन।
गोमुखासन एक संस्कृत का शब्द है, जो दो शब्दों गौ और मुख से मिलकर बना है। इस तरह गोमुखासन का अर्थ होता है गाय का मुंह। यह एक ऐसा आसन है, जिसे करना बेहद ही आसान है। ऐसे में एक बिगनर भी इसका अभ्यास आसानी से कर सकता है। आमतौर पर, इस आसन का अभ्यास करने से शरीर की मसल्स अधिक मजबूत बनती है। इतना ही नहीं, इससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
गोमुखासन का अभ्यास करने से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, इसे करते समय आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपको अधिकतम लाभ मिल सके। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको कुछ ऐसे ही टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको गोमुखासन का अभ्यास करते हुए जरूर रखना चाहिए-
जरूर करें वार्मअप
जब आप गोमुखासन का अभ्यास कर रहे हैं तो उससे पहले वार्मअप जरूर कर लें। दरअसल, गोमुखासन का अभ्यास करते समय आपके शरीर में खिंचाव पैदा होता है। ऐसे में अगर आप वार्मअप करते हैं तो इससे आपका शरीर योगासन का अभ्यास करने के लिए तैयार होता है। ऐसे में आप अधिक बेहतर तरीके से गोमुखासन का अभ्यास कर पाते हैं।
इसे भी पढ़ें: यह 1 योग दूर करता है आपके कई रोग, रोजाना 10 मिनट करें
एलाइनमेंट पर दें ध्यान
गोमुखासन का अभ्यास करने से आपको अधिकतम लाभ हो, इसके लिए आपको अपने बॉडी पोश्चर व एलाइनमेंट का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। हमेशा अपने घुटनों को सीधे एक-दूसरे के ऊपर रखने की कोशिश करें और अपनी कोहनियों को अपने कंधों की सीध में रखें। इससे आपको अधिक बेहतर प्रभाव महसूस होगा।
प्रॉप्स का लें सहारा
अगर आप योगाभ्यास में नए हैं तो यह काफी हद तक संभव है कि गोमुखासन का अभ्यास करना आपके लिए थोड़ा कठिन हों या फिर आपको इस आसन को सही तरह से करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो। ऐसे में प्रॉप्स का सहारा लेना यकीनन अच्छा रहेगा। आप योगा ब्लॉक या स्ट्रैप्स जैसे प्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको दोनों कूल्हों को जमीन पर टिकाने में परेशानी हो रही हैं, तो आप सहारे के लिए एक ब्लॉक या मुड़ा हुआ कंबल रख सकते हैं। ठीक इसी तरह, अगर आप पीठ के पीछे अपने दोनों हाथों को आपस में पकड़ नहीं पा रहे हैं तो ऐसे में आप स्ट्रैप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: Yoga Benefits: 'गोमुखासन' ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए है रामबाण
मसल्स को करें शामिल
अगर आप गोमुखासन का अभ्यास करते हुए अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहते हैं तो ऐसे में अपनी मसल्स को योगाभ्यास के दौरान शामिल करें। अगर आप कोर मसल्स का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी बॉडी स्टेबलाइज होती है। साथ ही साथ, लोअर बैक पर नेगेटिव असर नहीं पड़ता है। इसके अलावा, स्ट्रेच का अधिकतम लाभ उठाने के लिए अपने कूल्हों और कंधों के आसपास की मसल्स को भी धीरे से शामिल करें।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों