क्या आपकी 50+ मम्मी घुटनों के दर्द से परेशान हैं? ये 3 उपाय देंगे बिना दवा के जबरदस्त आराम

क्‍या आपकी मम्मी की उम्र 50 साल से ज्‍यादा है और वह घुटनों में दर्द और अकड़न से परेशान रहती हैं, तो यह आर्टिकल आपकी मम्‍मी की मदद कर सकता है। यहां 3 ऐसे उपाय बताए गए हैं, जो दर्द को कम करके रोजमर्रा के कामों को आसान बना सकते हैं। 
knee pain remedies for 50 plus old woman

अगर आपकी मम्मी की उम्र 50 साल से ज्‍यादा है और वह अक्सर घुटनों के दर्द से जूझती रहती हैं, तो आपको यह जानकर खुशी होगी कि दवाइयों के अलावा भी कई तरीके हैं, जो उन्हें राहत दे सकते हैं। कभी-कभी, प्यार और कुछ हल्की एक्‍सरसाइज भी ठीक करने का काम करती हैं। यह समय है, जब हम अपनी मम्मी का ख्याल रखें, जैसे उन्होंने हमेशा हमारा रखा है।

घुटनों का दर्द, बढ़ती उम्र के साथ एक आम समस्या बन जाता है। मसल्‍स का कमजोर होना, जोड़ों में चिकनाई कम होना और अर्थराइटिस जैसी समस्याएं इसका कारण बन सकती हैं। लेकिन, कुछ स्‍पेशल और आसान एक्सरसाइज़ घुटनों के आस-पास की मसल्‍स को मजबूत करके, ब्‍लड सर्कुलेशन को बेहतर करके और जोड़ों की गतिशीलता बढ़ाकर दर्द में काफी राहत दे सकती हैं।

यहां हम 3 ऐसी आसान एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपकी मम्मी आसानी से घर पर कर सकती हैं। ये एक्सरसाइज घुटनों के दर्द को कम करने और उनके रोजमर्रा के काम को बेहतर बनाने में मदद करेंगी। यह जानकारी योगा टीचर उर्वशी ने अपने इंस्‍टा पर शेयर की है।

चेयर नी अप एंड होल्ड एक्‍सरसाइज

यह एक्सरसाइज पेट और पीठ के निचले हिस्से की मसल्‍स को मज़बूत करती है, बैलेंस में सुधार करती है और घुटने के जोड़ की गतिशीलता बढ़ाती है। यह घुटने के दर्द और जकड़न को कम करने में भी काफी असरदार है। यह बुजुर्ग और अर्थराइटिस से परेशान महिलाओं के लिए सुरक्षित है, क्योंकि इसमें घुटनों पर कम प्रेशर पड़ता है। यह घुटने की अलाइनमेंट को सुधारने और जोड़ों की स्थिरता बढ़ाने में भी मददगार है।

chair knee up and hold exercise

चेयर नी अप एंड होल्ड कैसे करें?

  • इसे करने के लिए चेयर पर सीधे बैठें।
  • पैरों को जमीन पर रखें।
  • पीठ सीधी रखें और पेट की मसल्‍स को हल्का सा अंदर की ओर खींचकर रखें।
  • अब दाएं पैर को घुटने से सामने की ओर सीधा करें।
  • फिर, बाएं पैर को सामने की ओर सीधा करें।
  • अगर आपको पैर उठाने में परेशानी हो रही हैं, तो आप तौलिया या मुलायम कपड़े की मदद से पैर को उठा सकती हैं।
  • इस प्रोसेस को 10-15 बार दोहराएं।
  • दिन में 2-3 सेट किए जा सकते हैं।

हील रेज

इस एक्‍सरसाइज को आपको दीवार की मदद से करना है। यह एक्सरसाइज़ पिंडलियों की मसल्‍स को मज़बूत करती है और टखने की स्थिरता को बढ़ाती है। यह पैरों में ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है और पैरों की सूजन को कम करती है। मजबूत पिंडलियां घुटनों पर पड़ने वाले भार को कम कर सकती हैं।

heel raise exercise for knee pain

हील रेज कैसे करें?

  • इसे करने के लिए दीवार के सामने खड़ी हो जाएं।
  • बैलेंस के लिए अपने हाथों को दीवार पर रखें।
  • पैर कंधे की चौड़ाई पर खुले होने चाहिए।
  • धीरे-धीरे अपनी एड़ियों को जमीन से ऊपर उठाएं, जैसे कि आप पंजों के बल खड़ी हो रही हों।
  • शरीर का वजन अपने पंजों पर महसूस करें।
  • इस पोजिशन को 2-3 सेकंड के लिए रोक कर रखें।
  • अपनी पिंडलियों की मसल्‍स को टाइट होते हुए महसूस करें।
  • एड़ियों को धीरे-धीरे जमीन पर वापस लाएं।
  • इस एक्सरसाइज को 10-15 बार दोहराएं।

बैकवर्ड वॉक

पीछे की ओर चलना एक बहुत ही अच्‍छी एक्सरसाइज़ है, जो समन्वय को बढ़ाती है, ग्लूट्स और घुटनों की मसल्‍स को एक्टिव करती है। यह नॉर्मल चलने की तुलना में घुटनों पर अलग तरह से काम करती है, जिससे घुटने के जोड़ के चारों ओर की मसल्‍स को अलग तरीके से मजबूती मिलती है। इससे आपको बैलेंस अच्‍छा होता है, जिससे गिरने का खतरा कम होता है।

backward walk  for knee pain

बैकवर्ड वॉक कैसे करें?

  • इस एक्‍सरसाइज को करने के लिए खुली और सुरक्षित जगह चुनें।
  • शरीर को सीधा रखते हुए, धीरे-धीरे और कंट्रोल तरीके से पीछे की ओर चलना शुरू करें।
  • पैरों को उठाते हुए और एड़ियों को पहले जमीन पर रखते हुए धीरे-धीरे पीछे की ओर कदम बढ़ाएं।
  • शुरुआत में छोटे-छोटे स्‍टेप लें और अपनी स्‍पीड को धीमा रखें।
  • शरीर के बैलेंस पर ध्यान दें।
  • अपनी नजरों को सामने की ओर रखें।
  • शुरुआत में 5-10 मिनट के लिए पीछे की ओर चलें।
  • धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं।
  • इस एक्‍सरसाइज को रोज या हफ्ते में 3-4 बार किया जा सकता है।

कोई भी नई एक्सरसाइज शुरू करने से पहले, खासकर अगर घुटनों में पहले से ही दर्द या कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लेना जरूरी होता है। इन एक्सरसाइज को रेगुलर और सही तरीके से करने से आपकी मम्मी को घुटनों के दर्द से राहत मिलेगी और वह एक्टिव और आरामदायक जीवन जी पाएंगी।

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock

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