जब भी हम किसी जॉब ऑफर को एक्सेप्ट करते हैं तो उसमें अन्य कई चीजों के साथ-साथ सैलरी पर भी खासतौर पर फोकस करते हैं। एक अच्छी सैलरी होने पर हम कई चीजों में एडजस्टमेंट करने के लिए तैयार हो जाते हैं। हालांकि, इंटरव्यू में सलेक्ट हो जाने के बाद जब बात सैलरी की आती है तो कुछ कैंडीडेट सैलरी को लेकर नेगोशिएट करते हैं तो कुछ ऑफर की गई सैलरी को बिना नेगोशिएशन के एक्सेप्ट कर लेते हैं।
सैलरी नेगोशिएशन करना काफी ट्रिकी हो सकता है। कभी-कभी सैलरी को नेगोशिएट करने पर आपको अच्छी हाइक मिल जाती है तो कभी-कभी आप हाथ में आई अच्छी जॉब को भी खो देते हैं। इसलिए यह जरूरी होता है कि आप सैलरी को लेकर नेगोशिएट करने से पहले इसके कुछ फायदे व नुकसान के बारे में जानें और तभी कोई कदम आगे बढ़ाएं-
सैलरी नेगोशिएशन के फायदे
सैलरी नेगोशिएशन करना कई मायनों में लाभदायक हो सकता है। मसलन-
- अगर आपके हाथ में कंपनी का लिखा हुआ ऑफर है, लेकिन अभी तक आपको ऑफिशियल लेटर नहीं मिला है तो ऐसे में आपके लिए सैलरी नेगोशिएशन करना फायदेमंद हो सकता है। इसका सीधा अर्थ है कि कंपनी आपके स्किल्स से प्रभावित है और वह आपकी मदद से अपनी कंपनी में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद कर रही हैं।
- अगर आपको अपनी फील्ड में अच्छा अनुभव है और आपने जिस भी कंपनी में काम किया है, उसमें प्रॉफिट ही हुआ है तो ऐसे में आपके लिए सैलरी नेगोशिएशन करना फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, हर कंपनी ऐसे कैंडीडेट की तलाश में रहती है जो उनकी कंपनी को ऊंचाइयों तक पहुंचाए।
- अगर कंपनी आपको कोई सैलरी ऑफर कर रही है और आप तुरंत उसके लिए हां कर देते हैं तो ऐसे में कभी-कभी कंपनी आपको जॉब ऑफर देने से हिचकिचाए। उन्हें लग सकता है कि शायद आप अयोग्य हैं और इसलिए बेहद कम सैलरी पर भी काम करने के लिए तैयार है।
- सैलरी नेगोशिएशन का एक फायदा आपकी खुद की ग्रोथ पर भी पड़ता है। जब आप सैलरी नेगोशिएट करते हैं और आपको एक अच्छा ऑफर मिलता है तो ऐसे में आप अधिक संतुष्ट महसूस करते हैं। ऐसे में आप पूरा मन लगाकर कंपनी में काम करते हैं। साथ ही, जल्दी से जॉब स्विच करने पर विचार नहीं करते हैं। इससे आपको व कंपनी दोनों को ही काफी फायदा होता है। वहीं, अगर सैलरी कम होती है तो आप पूरी क्षमता से काम नहीं करते हैं और हर समय एक नई जॉब की तलाश में रहते हैं।
सैलरी नेगोशिएशन के नुकसान
सैलरी नेगाशिएशन के जहां कई फायदे होते हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। मसलन-
- अधिकतर लोग बहुत अधिक सैलरी की डिमांड करते हैं। लेकिन हर जॉब प्रोफाइल के लिए एक एवरेज सैलरी निर्धारित होती है। जब आप उससे अधिक सैलरी डिमांड करते हैं तो ऐसे में आपके हाथ से जॉब जाने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं।
- कुछ लोग सैलरी नेगोशिएशन के दौरान अपनी डिमांड पर अड़ जाते हैं। इस स्थिति में एचआर को लगता है कि आप केवल मनी माइंडेड है। इस स्थिति में वे अन्य कैंडीडेट्स के बारे में सोचते हैं।
- कई बार कुछ कैंडीडेट कंपनी व मार्केट रिसर्च किए बिना ही सैलरी नेगोशिएशन करना शुरू कर देते हैं। इस स्थिति में आपकी प्रोफेशनल इमेज बहुत अधिक डैमेज होती है। कंपनी एचआर को लगता है कि आपको अपनी फील्ड व काम की सही जानकारी नहीं है। यह बात भी आपकी जॉब के विपक्ष में चली जाती है।
- अगर कंपनी ने पहले से ही आपको जॉब के लिए आपकी उम्मीद से अधिक ऑफर किया है तो ऐसे में भी सैलरी नेगोशिएशन करना अच्छा नहीं रहता है। इससे आपकी जॉब चली जाने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं।
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Image Credit- freepik
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