'An apple in a day keeps a doctor away' यह एक 19वीं सदी का जुमला है जो अक्सर अपने पेरेंट्स, डॉक्टर और कई लोगों के मुंह से सुना होगा। फल, विटामिन और खनिजों के सबसे बड़े स्रोतों में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि एक दिन में ताजे फलों की दो सर्विंग्स आपको स्वस्थ और फिट रख सकती हैं।
यह वजन घटाने में सहायता कर सकता है, आपके अंगों को कुशलतापूर्वक अपना काम करने में मदद कर सकता है और पुरानी बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है। लेकिन जैसे अधिकतम लाभ के लिए भोजन करने का एक आदर्श समय होता है, वैसे ही फलों से अधिकतम पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए निश्चित समय पर फलों का सेवन करना चाहिए।
ऐसा हम नहीं आयुर्वेद कहता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. वारा लक्ष्मी कहती हैं, 'हां, मेरा मानना है कि जंक फूड की तुलना में फल निश्चित रूप से एक स्वस्थ विकल्प हैं, लेकिन यह लंबे समय के लिए नहीं है।'
मगर ऐसा क्यों इसका जवाब भी उन्होंने अपने इंस्टाग्राम के पोस्ट के जरिए दिया है। चलिए हम इस आर्टिकल में आपको बताएं कि आखिर शाम के समय में फल खाना एक अच्छी चॉइस क्यों नहीं है।
4 बजे के बाद फल खाने की क्यों है मनाही?
आयुर्वेद के मुताबिक, हमें सूरज डूबने के बाद फल नहीं खाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि फल भले ही हल्के होते हैं, लेकिन वह ठंडे भी होते हैं। कई सारे फ्रूट्स का मीठा और खट्टा स्वाद होता है। जब आप 4 बजे के बाद फल खाते हैं तो उनके ठंडे और हल्के नेचर के मुताबिक वह वात और कफ को स्टीमुलेट करते हैं।
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पाचन तंत्र और नींद होती है डिस्टर्ब
आयुर्वेद के अनुसार, शाम को फल खाने से नींद का समय खराब हो सकता है और पाचन प्रक्रिया बाधित हो सकती है। जैसा कि हम जानते हैं कि अधिकांश फल साधारण कार्ब्स होते हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें तोड़ा जा सकता है। वे इंस्टेंट एनर्जी का एक बड़ा स्रोत हैं, साथ ही फल ब्लड शुगर के स्तर को भी बढ़ाते हैं। सोने के समय के करीब इसका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि के कारण आपकी नींद बाधित हो सकती है। इसके अलावा, सूर्यास्त के बाद हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और कार्ब्स को पचाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, कार्ब सेवन को सीमित करना बेहतर है।
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दूध के साथ न लें फल
फलों को हमेशा अकेले ही लेना चाहिए और डेयरी या सब्जियों के साथ नहीं मिलाना चाहिए। डेयरी या सब्जियों के साथ फल लेने से शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण हो सकता है। ऐसा फलों के गलत पाचन और पोषक तत्वों के कम अवशोषण के कारण होता है। शरीर में विषाक्त पदार्थों की उपस्थिति से बीमारी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां हो सकती हैं (दूध के साथ न खाएं ये चीज़ें)।
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क्या है फल खाने का सही समय?
फल खाने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है। जब हम रात को लगभग 10 घंटे उपवास करके उठते हैं तो हमारा पेट बिल्कुल खाली होता है। सुबह स्वस्थ भोजन खाने से पोषक तत्वों को अधिक कुशलता से अवशोषित करने में मदद मिलेगी और मेटाबॉलिज्म को किक स्टार्ट करेगा। सिंपल कार्ब्स का सेवन सुबह और वर्कआउट से पहले और बाद में करना सबसे अच्छा होता है। सूर्यास्त के बाद वसा, प्रोटीन और कम जटिल कार्ब्स का सेवन करना सबसे अच्छा होता है।
अब आप भी इस बात का ध्यान रखें और सही पाचन तंत्र के लिए फलों को सही समय पर ही खाएं। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आएगा। अगर इसे लाइक और शेयर करें और ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए विजिट करें।
Image Credit: Freepik
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