डिलीवरी के बाद महिला का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और उसे फिर से ऊर्जा, पोषण और मानसिक शांति की जरूरत होती है। इस समय सही खान-पान जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है यह जानना कि किन फूड्स से परहेज किया जाए। गलत चीजें खाने से ना केवल रिकवरी में देर हो सकती है, बल्कि इसका असर ब्रेस्टफीडिंग, डाइजेशन और नींद पर भी असर पड़ता है। अगर आपकी डिलीवरी भी हाल ही में हुई है, तो डाइट से एक्सपर्ट के बताए फूड्स को तुरंत हटा दें। इनके बारे में हमें क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, नोएडा की क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा बता रही हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, ''एक न्यूट्रिशनिस्ट के तौर पर, मैं आपको बता रही हूं कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को किन 10 चीजों से बचना चाहिए, ताकि वह जल्दी ठीक हो सकें और बच्चे की सही देखभाल कर सकें।''
मसालेदार भोजन
बहुत ज्यादा मिर्च-मसाले वाला खाना खाने से पेट में गैस, एसिडिटी और कब्ज हो सकती है। यह ब्रेस्टमिल्क के स्वाद को भी बदल सकता है, जिससे शिशु को परेशानी होती है।
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तला-भुना और ऑयली खाना
पूड़ी, पकोड़े या डीप फ्राइड चीजें खाने से शरीर में सूजन, पाचन संबंधी समसयाएं और वजन बढ़ने लगता है। साथ ही, यह शरीर की हीलिंग प्रक्रिया को धीमा करता है।
सी-फूड्स
कुछ सी-फूड जैसे हाई मरकरी वाली मछलियां (जैसे शार्क, स्वॉर्डफिश) शिशु के नर्वस सिस्टम पर बुरा असर डाल सकती हैं|
कैफीन (चाय, कॉफी)
कैफीन दूध के माध्यम से बच्चे के शरीर में जा सकता है, जिससे उसे नींद न आने, चिड़चिड़ापन और पेट दर्द की समस्या हो सकती है। दिन में एक बार हल्की चाय पीना ठीक है, लेकिन बार-बार कैफीन लेना सही नहीं है।
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड
नूडल्स, चिप्स, कुकीज या रेडी-टू-ईट स्नैक्स में प्रिजर्वेटिव्स, नमक और बैड फैट होते हैं। इससे शरीर को किसी भी तरह का पोषण नहीं मिलता है, बल्कि यह शरीर के अंदर सूजन को बढ़ाते हैं।
कच्चे या अधपके फूड्स
कच्चा अंडा और अधपकी मांसाहारी चीजें बैक्टीरिया संक्रमित होती हैं, जो मां के शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
ज्यादा चीनी वाला भोजन
ज्यादा मिठाइयां, चीनी वाला दूध, मीठे बिस्किट आदि से वजन बढ़ता है और ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है। इससे थकान और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
अल्कोहल और स्मोकिंग
डिलीवरी के बाद भी अल्कोहल पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह ब्रेस्टमिल्क के माध्यम से बच्चे तक पहुंच सकता है और उसकी सेहत के लिए हानिकारक है।
ज्यादा नमक वाला खाना
अचार, नमकीन या ज्यादा नमक से तैयार खाना शरीर में पानी रोकता है, जिससे सूजन और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
फिज़ी और एनर्जी ड्रिंक्स
यह ड्रिंक्स खाली कैलोरीज से भरे होते हैं, जिनमें चीनी और कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। यह मां के शरीर को डीहाइड्रेट कर सकते हैं और ब्रेस्टमिल्क बनने की प्रक्रिया में रुकावट डाल सकते हैं।
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न्यूट्रिशनिस्ट के टिप्स
- डिलीवरी के बाद पहले 40 दिनों में सादा, स्वच्छ और पौष्टिक खाना खाएं।
- ताजे फल, उबली सब्जियां, घी, सूप, मूंग दाल और हल्दी दूध जैसे फूड्स खाएं।
- खाना घर पर बना और ताजा होना चाहिए।
- कम से कम 3-4 लीटर पानी या सूप, नारियल पानी और नींबू पानी के रूप में लिक्विड जरूर लें।
डिलीवरी के बाद का समय बेहद संवेदनशील होता है। यह समय खुद की देखभाल और पोषण देने का होता है। उपरोक्त बताई गई चीजों से परहेज करके आप न सिर्फ जल्दी स्वस्थ होंगी, बल्कि हेल्दी और प्रसन्न मातृत्व अनुभव कर सकेंगी।
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Image Credit: Shutterstock & Freepik
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