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कान में सुनाई देती हैं सनसनाहट या घंटी की आवाज? डाइट में शामिल करें ये न्यूट्रिएंट्स

क्या आपको भी कान में कभी सनसनाहट, घंटी या तेज सीटी की आवाज सुनाई देती है, तो डाइट में कुछ जरूरी न्यूट्रिएंट्स को शामिल करें। इससे इयर और नर्व हेल्थ में सुधार होगा।
Editorial
Updated:- 2025-04-16, 00:24 IST

क्या आपको सब कुछ शांत होने पर भी कानों में लगातार बजने, कुछ भिनभिनाने या गुनगुनाने की आवाज सुनाई देती है, अगर ऐसा है तो आपको Tinnitus टिनिटस हो सकता है। टिनिटस का मतलब है कानों का बजना। इस कंडीशन में बाहर शोर न होने पर भी कानों में आवाज सुनाई देने लगती है। ऐसा कई न्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण भी होता है। इयर हेल्थ और नर्व हेल्थ को सपोर्ट करने के लिए, डाइट में कुछ खास न्यूट्रिएंट्स को शामिल करना चाहिए। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

कानों की हेल्थ के लिए जरूरी होते हैं ये न्यूट्रिएंट्स

micronutrients requried for ear and nerve health

  • डाइट में मैग्नीशियम से भरपूर चीजों को शामिल करें। इससे कान ने अंदर की नर्व्स को प्रोटक्शन मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होता है। पालक और बादाम में मैग्नीशियम काफी मात्रा में होता है।
  • जिंक इम्यूनिटी बूस्ट करने और डैमेज टिश्यूज को रिपेयर करने में मदद करता है। आप फलियां और कद्दू के बीजों को डाइट का हिस्सा हनाएं।
  • विटामिन-बी12 भी इयर हेल्थ के लिए काफी जरूरी है। इससे नर्व्स हेल्दी रहती हैं और ऑक्सीजन डिलीवरी में सुधार होता है। आप फर्मेंटेड फूड्स जैसे डोसा, इडली और कांजी को डाइट में शामिल करें।
  • विटामिन-डी केवल हड्डियों के लिए नहीं, बल्कि नर्व्स के लिए भी जरूरी है। यह हेयरिंग लॉस से बचाता है। मशरूम, डेयरी प्रोडक्ट्स और सूरज की रोशनी विटामिन-डी का अच्छा सोर्स है।
  • इयर हेल्थ और टिनिटस में राहत पाने के लिए, विटामिन-ई से भरपूर चीजें खाएं। इससे सेल्स ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचती हैं। बादाम और अखरोट विटामिन-ई से भरपूर होते हैं।

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what is tinnitus

  • ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करने और इयर सर्कुलेशन को सुधारने में मदद करते हैं। चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होते हैं।
  • टिनिटस में आराम देने में फॉलिक एसिड भी मदद करता है। यह टिनिटस के लक्षणों को कम करता है। पालक और राजमा को डाइट में शामिल करें।

 

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इयर और नर्व हेल्थ के लिए, डाइट में इन माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को शामिल करें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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