इमली का नाम सुनते ही महिलाओं के मुंह में पानी आ जाता है। यह एक खट्टा-मीठा फल है, जो इमली के पेड़ (टैमारिंडस इंडिका) की फली में होता है। इसका बाहरी छिलका कुछ-कुछ मूंगफली या भूरे रंग की सोयाबीन की फली जैसा दिखता है, लेकिन अंदर छुहारे जैसा मुलायम गूदा होता है। इमली मीठी और तीखी दोनों तरह की होती है। इसका स्वाद कितना मीठा या खट्टा होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि इमली कितनी पकी हुई है। जितनी ज्यादा पकी होगी, उतना ही मीठा स्वाद मिलेगा। आज एलाईव हेल्थ की न्यूट्रिशनिस्ट और डाइट एक्सपर्ट नौशीन शेख हमें बता रही हैं कि इमली खाने से महिलाओं के शरीर में क्या होता है।
इमली के शानदार स्वास्थ्य लाभ
आप शायद पहले से जानती हैं कि इमली सेहत के लिए अच्छी है, लेकिन आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि इसमें महिलाओं के लिए ऐसा क्या खास है? एक्सपर्ट का कहना हैं, "इमली एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं और इसमें कैल्शियम, फाइबर और मैग्नीशियम भी खूब होता है। इमली की पोषण संबंधी जानकारी साफ बताती है कि महिलाओं के लिए इसे अपने खाने में शामिल करना एक बहुत ही सेहतमंद फैसला हो सकता है। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि सही मात्रा में खाने पर ही यह एक हेल्दी भोजन है। एक बार में आधा कप इमली ही लेनी चाहिए।''
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एंटी-ऑक्सीडेंट का पावरहाउस
एंटी-ऑक्सीडेंट खाने की कुछ खास चीजों में पाए जाने वाले नेचुरल केमिकल हैं। ये हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से लड़ते हैं। ये अस्थिर अणु होते हैं, जो शरीर में 'ऑक्सीडेटिव तनाव' पैदा कर सकते हैं और कई बीमारियों व स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं, जैसे:
- ऑटोइम्यून रोग (जब शरीर की अपनी इम्यूनिटी ही उस पर हमला करती है)
- दिल के रोग और सूजन संबंधी बीमारियां
- मोतियाबिंद
- कैंसर
- अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग

लेकिन, एंटी-ऑक्सीडेंट इन फ्री-रेडिकल्स से मिलकर उन्हें शरीर के अंदर नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं। इसका मतलब है कि ये हमारी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और इमली में ये भरपूर मात्रा में होते हैं। इसमें खास तौर पर बीटा-कैरोटीन नामक एंटी-ऑक्सीडेंट बहुत ज्यादा होता है, जो आंखों की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है।
मैग्नीशियम का बेहतरीन स्रोत
इमली की एक सर्विंग (आधा कप) में आपको मैग्नीशियम की रोजाना जरूरत का 25 प्रतिशत से भी ज्यादा मिलता है। यह जरूरी पोषक तत्व हमारे शरीर में 300 से भी ज्यादा महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में मदद करता है। इनमें नर्वस और मसल्स के काम को ठीक से चलाना, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना और हड्डियों को मजबूत बनाए रखना शामिल है।
सूजन कम करने में मददगार
शरीर में सूजन चोट, बीमारी और कई पुरानी बीमारियों से जुड़ी होती है। सूजन को कम करने से इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और इसमें आपका खान-पान बहुत मदद करता है। एक्सपर्ट का कहना हैं, "इमली का गूदा पोटेशियम और पॉलीफेनोल (जैसे कि फ्लेवोनोइड्स) से भरपूर होता है, जो सूजन को कम करते हैं। फ्लेवोनोइड्स ऐसे नेचुरल प्लांट के तत्व हैं, जिनमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं और एंटी-ऑक्सीडेंट सूजन से लड़ने वाले मुख्य योद्धाओं में से एक हैं।
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आप भी इमली को डाइट में शामिल करके हेल्थ से जुड़े फायदे मिल सकते हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock & Freepik
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