क्या आप भी सिर्फ मल्टी ग्रेन आटा की रोटी खाती हैं? यहां जानें इससे जुड़ी अहम बातें?

क्या आप भी अच्छी सेहत के लिए सिर्फ मल्टीग्रेन आटा की रोटी खाती हैं। अगह हां, तो आपको समझना होगा कि यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं बल्कि बुरा साबित हो सकता है।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-07-14, 16:27 IST
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आजकल लोग हेल्थ को लेकर काफी ज्यादा सजग हो गए हैं। हर कुछ नाप तौल कर ही खाते हैं। लेकिन कभी कभी जरूरत से ज्यादा सजगता नुकसानदायक हो सकता है। हम आज इस आर्टिकल में मल्टी ग्रेन आटा के बारे में बात कर रहे हैं। कुछ लोग कहते हैं कि मैं तो सिर्फ मल्टी ग्रेन आटा की ही रोटी खाती हैं और अपने परिवार को भी खिलाती हूं । लेकिन आपको बता दें कि यह आटा उतना भी स्वस्थ विकल्प नहीं है, जितना हम सोचते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ अहम बातें, जिसे हर किसी को जाननी चाहिए। एक्सपर्ट आइना सिंघल ने इससे जुड़ी जानकारी साझा की है।

मल्टीग्रेन आटा से जुड़ी ये बातें जरूर जानें

एक्सपर्ट बताती हैं कि अगर आपको पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे पेट फूलना, बदहजमी, या भूख न लगने जैसी शिकायतें रहती हैं, तो आपको मल्टीग्रेन आटा खाने से बचना चाहिए। ऐसा क्यों है इसे हम आपको विस्तार से समझा रहे हैं।

why avoid multigrain atta

एक्सपर्ट बताती हैं कि हर अनाज को पचने का समय अलग अलग होता है और उसे तोडऩे के लिए शरीर को खास तरह के एंजाइमों की जरूरत होती है। जब आप 4 से 5 तरह के अनाजों को एक साथ मिलाकर आटा बनाती हैं, तो यह आपके पाचन को थोड़ा कंफ्यूज करता है। इससे खाना ठीक से नहीं पच पाता है। पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो सकता है, जिससे गैस बन सकती है और आपको पेट में भारीपन महसूस हो सकता है।

क्या खाना सही होगा?

एक्सपर्ट बताती हैं कि इसका सबसे अच्छा उपाय है कि आप मौसम में मुताबिक सिंगल ग्रेन आटा खाएं। हमारे पूर्वज भी यही तरीका अपनाते थे और विज्ञान भी यही कहता है।

मानसून में आप रागी या बेसन की रोटी खाएं। यह मौसम नमी वाला होता है। रागी और बेसन जैसे अनाज हल्के और सूखने वाले होते हैं, जो शरीर की अतिरिक्त नमी को मैनेज करने में मदद करते हैं।

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सर्दी में आप बाजरा या ज्वार का आटा खाएं। ये गर्म तासीर वाले अनाज हैं, जो शरीर में आंतरिक गर्मी पैदा करते हैं और चायपचाय को सहारा देते हैं।

गर्मी में आपको जौ या चावल का आटा शामिल करना चाहिए। ये ठंडी तासीर वाले अनाज हैं, जो शरीर की गर्मी और एसिडिटी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

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अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है,तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंग

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Image Credit:Freepik

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