आज के समय में लोग अपनी बॉडी को मनचाहा शेप देने के लिए कई तरह की डाइट को फॉलो करते हैं। ऐसी कई डाइट है, जो बेहद ही पॉपुलर है और इसलिए पूरी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लोग इसे लेना पसंद करते हैं। इन्हीं में से एक डाइट ऐसी भी है, जिसमें कार्ब को डाइट से लगभग आधे से भी कम कर दिया जाता है। आमतौर पर, लोग इसे नो कार्ब डाइट कहते हैं। बॉडी को अधिक स्लिमर लुक देने के लिए इस डाइट को फॉलो करना महिलाएं पसंद करती हैं।
हालांकि, अन्य सभी डाइट की तरह यह भी बॉडी में एक खास तरह से काम करती हैं। साथ ही इसके अपने फायदे व नुकसान भी है। इसलिए स्लिम लुक पाने के लिए एकदम से इस डाइट पर स्विच कर देना सही नहीं है। बल्कि जरूरी है कि आप पहले इस डाइट और इसे काम करने के तरीके के बारे में जानें। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको नो कार्ब डाइट और इसके फायदे व नुकसान के बारे में बता रही हैं-
नो कार्ब नहीं होती है लो कार्ब डाइट
डायटीशियन रितु पुरी बताती हैं कि नो कार्ब डाइट जैसी कोई डाइट नहीं हो सकती है, बल्कि यह वास्तव में लो कार्ब डाइट है, जिसे लोग नो कार्ब डाइट कहकर फॉलो करते हैं। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि आप जिस भी फूड को कन्ज्यूम करते हैं, उसमें कुछ ना कुछ मात्रा में कार्ब्स अवश्य होते हैं। यहां तक कि फूड के नेचुरल सोर्सेस में भी कार्ब्स होते हैं और इसलिए किसी भी डाइट को फॉलो हुए कार्ब्स को पूरी तरह से हटा पाना संभव नहीं होता।
क्या है लो कार्ब डाइट
लो कार्ब डाइट एक ऐसी डाइट है, जिसमें कार्ब की मात्रा को डाइट में लगभग आधा कर दिया जाता है। एक सामान्य डाइट में 50-60 प्रतिशत कार्ब्स, 30 प्रतिशत फैट और 20 प्रतिशत प्रोटीन होता है। लेकिन जब आप लो कार्ब डाइट लेते हैं तो ऐसे में कार्ब्स का प्रतिशत 20-30 तक रह जाता है और आप प्रोटीन, फाइबर व फैट के सोर्स को बढ़ा दिया जाता है। ध्यान रखें कि लो कार्ब डाइट के दौरान कैलोरी काउंट को कट नहीं किया जाता है। मसलन, अगर आप आपको प्रतिदिन 1600 कैलोरी की आवश्यकता है तो लो कार्ब डाइट के दौरान भी 1600 कैलोरी ही ली जाती है।
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जानिए फायदे
अगर आप लो कार्ब डाइट लेना चाहते हैं तो ऐसे में आपको इसे फॉलो करने से पहले इससे फायदों के बारे में भी जान लेना चाहिए।
लो कार्ब डाइट वेट लॉस के लिए बेहद अच्छी मानी जाती है। आमतौर पर, जब डाइट में कार्ब की मात्रा को कम करके उसमें प्रोटीन की मात्रा को कम किया जाता है तो इससे वजन कम करने में मदद मिलती है। प्रोटीन आपको लंबे समय तक एनर्जी प्रदान करते हुए अतिरिक्त भूख को नियंत्रित भी करते हैं। जिससे वजन कम होता है।
वहीं, लो कार्ब डाइट जो कार्ब्स, वसा और प्रोटीन के हेल्दी स्रोतों पर जोर देते हैं, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर इस डाइट से आपको वजन कम करने में मदद मिलती है, तो इससे अस्थायी रूप से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार हो सकता है।
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होते हैं नुकसान भी
अगर आप इस डाइट को सही तरह से फॉलो ना किया जाए तो इससे कुछ नुकसान भी होते हैं। मसलन,
इस डाइट में सिंपल कार्ब्स की जगह कॉम्पलेक्स कार्ब्स को शामिल किया जाता है। साथ ही फाइबर इनटेक भी बढ़ाने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो ऐसे में कब्ज, सिरदर्द, मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो सकती हैं।
वहीं, कुछ लोग लो कार्ब डाइट में आवश्यकता से अधिक प्रोटीन का सेवन करते हैं, जिससे उन्हें असहज महसूस होता है और वजन कम होने के स्थान पर बढ़ना शुरू हो जाता है।
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