प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपने खान-पान का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि मां से ही बच्चे को पोषण मिलता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं को कुछ चीजों से दूर रहने और उनका सेवन नहीं करने के लिए कहा जाता है, जो जच्चा और बच्चा दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। आज हम एक ऐसी ही चीज के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसका प्रेग्नेंसी में सेवन करना सही नहीं माना जाता है। वह है सोयाबीन।
सोयाबीन में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खूब फायदेमंद साबित हो सकते हैं। लेकिन सोयाबीन को लेकर लोगों के बीच ऐसे मिथ हैं कि इसका सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में सोयाबीन खाया जा सकता है या नहीं, इसे लेकर हमने एक्सपर्ट डॉ. मधु जुनेजा से बात की है। डॉ. मधु जुनेजा, क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, पुणे, कल्याणी नगर के डिपार्टमेंट ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी की डायरेक्टर हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक, सोयाबीन में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। हालांकि सोयाबीन प्रेग्नेंट महिलाओं को खाना चाहिए या नहीं यह डिबेट का विषय है। एक्सपर्ट ने सोयाबीन को लेकर पॉपुलर मिथ्स पर बात की है।
सोयाबीन खाने से होता है हार्मोन्ल इम्बैलेंस
सोयाबीन को लेकर एक कॉमन मिथ है कि इसमें मौजूद एक केमिकल की वजह से हार्मोन्स इम्बैलेंस होते हैं। और इसी वजह से सोयाबीन का प्रेग्नेंसी में सेवन नहीं करना चाहिए। एक्सपर्ट के मुताबिक, यह सही है कि सोयाबीन में वह फाइटोएस्ट्रोजेन्स नाम का कैमिकल होता है, लेकिन ऐसी स्टडीज सामने आई हैं एक लिमिट में सोयाबीन खाने से प्रेग्नेंट महिलाओं में हार्मोन्स का इम्बैलेंस नहीं होता है। सोयाबीन में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन्स, शरीर में मौजूद एस्ट्रोजेन्स से कमजोर होता है और इसका असर भी कम होता है। तोफू, सोया मिल्क का नियमित सेवन करने से हार्मोन्ल इम्बैलेंस का खतरा कम हो सकता है। सोयाबीन खून की कमीदूर करने में फायदेमंद हो सकता है।
बच्चे के विकास पर असर
सोयाबीन को लेकर दूसरा मिथ है कि इसका प्रेग्नेंसी में सेवन करने से बच्चे के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, रिसर्च में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि सोयाबीन का सेवन करने से बच्चे के विकास पर असर पड़ता है। सोयाबीन में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल होते हैं, जो मां के साथ बढ़ते बच्चे की सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। सोयाबीन में मौजूद न्यूट्रिएंट्स बच्चे के विकास में सहायक साबित हो सकते हैं। सोयाबीन का अगर लिमिट में सेवन किया जाए तो वह बच्चे और उसके विकास पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता है।
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बच्चे को हो सकती है एलर्जी
कुछ लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिला सोयाबीन का सेवन किया जाए तो बच्चे को जन्म के बाद एलर्जी हो सकती है। यह मिथ भी सोयाबीन में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन्स कैमिकल्स से ही जुड़ा हुआ है। एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेग्नेंसी में सोयाबीन का सेवन करने से जन्म के बाद बच्चे को एलर्जी हो सकती है, इसका कोई वैज्ञानिक प्रणाम नहीं मिला है। एक्सपर्ट का कहना है कि जिन महिलाओं को सोया से कोई एलर्जी नहीं है, वह इसे बिना किसी टेंशन के डाइट में शामिल कर सकती हैं।
प्राकृतिक नहीं सोयाबीन
सोयाबीन को कई लोग प्राकृतिक नहीं मानते हैं और प्रेग्नेंसी में अप्राकृतिक चीजों का सेवन करना नुकसानदायक माना जाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, यह सच है कि दुनियाभर के कई हिस्सों में सोयाबीन अप्राकृतिक रूप से उगाया जाता है। हालांकि ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है कि अप्राकृतिक सोयाबीन का सेवन करना प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सही नहीं है। अगर प्रेग्नेंसी में आप अप्राकृतिक चीजों का सेवन करने से बच रही हैं, तो आप ऑर्गेनिक यानी जैविक सोयाबीन का सेवन भी कर सकती हैं।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेग्नेंसी में अगर सोयाबीन का लिमिट में सेवन किया जाए तो वह ज्यादातर महिलाओं के लिए सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरा होता है। सोयाबीन में प्रोटीन, फैटी एसिड, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर होते हैं जो मां की सेहत और बच्चे के विकास के लिए जरूरी होते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि सोयाबीन को लेकर जो भी मिथ हैं, वह उसके कंपोनेंट्स, खासकर फाइटोएस्ट्रोजेन्स को गलत समझने की वजह से हैं। हालांकि, प्रेग्नेंसी में सोयाबीन फायदेमंद साबित हो सकता है, अगर इसका नियमित सेवन किया जाए। प्रेग्नेंसी में सोयाबीन का सेवन करना है या नहीं, यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है।
प्रेग्नेंसी में खून की कमी, हड्डियों-जोड़ों की परेशानी और दिल की बीमारी को दूर रखने में भी सोयाबीन मदद कर सकता है। लेकिन प्रेग्नेंसी में किसी भी चीज को डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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