फाइबर रिच डाइट से सिर्फ मोटापा ही नहीं, ये गंभीर रोग भी रहते हैं दूर

अक्सर लोग वेट लॉस जर्नी में फाइबर को अपना दोस्त बनाते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि इसकी खूबी सिर्फ मोटापा तक ही सीमित नहीं है, इससे कई बीमारियों का खतरा कम जाता है।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-07-10, 14:43 IST
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भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग आजकल प्रोटीन पर काफी ज्यादा फोकस करते हैं और फाइबर को अनदेखा कर देते हैं। लेकिन, फाइबर एक ऐसा पोषक तत्व है जो न सिर्फ मोटापे को कम करता है। बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है । अक्सर आपने सुना होगा, कि जो लोग वेट लॉस जर्नी पर रहते हैं, उन्हें फाइबर युक्त डाइट लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन इसका काम सिर्फ वजन तक ही सीमित नहीं है। यह आंतों की सफाई करता है, शुगर कंट्रोल, बीपी और यहां तक की कैंसर प्रीवेंशन में भी अहम भूमिका निभाता है। चलिए जानते हैं कि कैसे एक फाइबर से भरपूर डाइट आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।इस बारे में जानकारी दे रही हैं डॉक्टर प्रियंका सहरावत

फाइबर रिच डाइट से सिर्फ मोटापा ही नहीं, ये गंभीर रोग भी रहते हैं दूर

फाइबर हमारे शरीर में गट माइक्रोबायोटा को बैलेंस करता है। जब डाइटरी फाइबर गट में जाता है, तो वह बैक्टीरिया द्वारा फर्मेंट हो जाता है और शर्ट चैन फैटी एसिड का निर्माण करता है, जो पाचन को बेहतर और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।

फाइबर शरीर में इन्सुलिन रेजिस्टेंस को काम करता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है। इससे टाइप टू डायबिटीज का खतरा घटता है साथ ही फाइबर पेट को भी भरा हुआ रखता है

फाइबर, खासकर के सॉल्युबल फाइबर शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को काम करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे हृदय रोग का खतरा घटता है।

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फाइबर युक्त डाइट कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। खासकर कोलोरेक्टल कैंसर यानी बड़ी आंत का कैंसर का खतरा कम होता है। जानकारी के मुताबिक फाइबर का नियमित सेवन शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकलने में मदद करता है।

कहां से कितनी मात्रा में लें फाइबर

fiber for colon cancer prevention

  • हरी सब्जी- एक कटोरी ( चार से पांच ग्राम फाइबर)
  • दालें या सोयाबीन- एक कटोरी ( 5 से 7 ग्राम फाइबर)
  • खीरा-1 ( 2 से 3 ग्राम फाइबर)
  • सीड्स और नट्स- एक मुट्ठी (तीन से चार ग्राम फाइबर)

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Image Credit:Freepik

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