
हमारे यहां भारत में खाने-पीने के शौकीनों की कमी नहीं है। वहीं खाना खाने के बाद मीठा न खाया जाए तो कुछ अधूरा सा लगता है। कई बार रात में साेने से पहले या आधी रात को कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है। ऐसे में लोग ज्यादातर लोग डार्क चॉकलेट को हेल्दी ऑप्शन मानकर खा लेते हैं। आखिर इसमें कोको ज्यादा होता है, शुगर कम होती है। ये मूड को भी बेहतर बनाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो चीज दिन में एनर्जी देती है, वही रात में आपके आराम में रुकावट डाल सकती है?
बहुत से लोग बिना जाने इस छोटी-सी आदत को रोजाना दोहराने लगते हैं और फिर नींद न आने की शिकायत करते हैं। डायटीशियन नेहा पुंडीर बताती हैं कि कुछ मीठी चीजें, खासकर कुछ खास समय पर खाई गई, हमारे स्लीप साइकल पर बुरा असर डालती है। अगर आप भी रात में डार्क चॉकलेट खाने की शौकीन हैं, तो एक बार ये जरूर जान लें कि ये आदत आपके रेस्ट पर कैसे असर डाल सकती है।

डार्क चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमाइन होते हैं, जो दोनों ही एक्साइटमेंट बढ़ाने का काम करते हैं। जितनी डार्क चॉकलेट होगी, उसमें कैफीन की मात्रा उतनी ज्यादा होगी। अगर आप इसे सोने से ठीक पहले खा लेती हैं, तो नींद आने में देर हो सकती है या नींद बार-बार टूट सकती है। इसलिए अगर आप कैफीन सेंसिटिव हैं, तो आपको डार्क चॉकलेट रात में खाने से बचना चाहिए।
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इसके अलावा डार्क चॉकलेट में दूध वाली चॉकलेट के मुकाबले शुगर कम होती है, लेकिन फिर भी ये ब्लड शुगर को हल्का बढ़ा सकती है। इससे कुछ लोगों को देर रात फिर से कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होती है। ऐसे में ये नींद को प्रभावित तो करती ही है, साथ ही वजन भी बढ़ा सकती है। इसलिए अगर आप रात में डार्क चॉकलेट खा रही हैं, तो बस एक-दो छोटे टुकड़े तक ही सीमित रहें।
अगर आपको एसिडिटी या रिफ्लक्स की समस्या रहती है, तो डार्क चॉकलेट को खाने से आपको परहेज करना चाहिए। इसमें मौजूद थियोब्रोमाइन खाने की नली की मसल्स को ढीला कर देती है। इससे खाना या एसिड ऊपर की ओर आने लगता है। इसलिए इसे खाना खाने के तुरंत बाद या लेटने से पहले न खाएं।
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अरेटे हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी इंस्टा पर एक पॉडकास्ट में बताया है कि डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये तनाव कम करने और रिलैक्सेशन में मदद करती है। थोड़ी मात्रा में डार्क चॉकलेट सोने से पहले मूड बेहतर और शरीर शांत कर सकती है, लेकिन अगर ज्यादा खा ली जाए या बहुत देर रात खाई जाए, तो उसमें मौजूद कैफीन नींद बिगाड़ सकती है।
इसके अलावा डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड्स नाम के ऐंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन और सेल डैमेज को कम करते हैं। रात के समय शरीर खुद को रिपेयर करता है, ऐसे में थोड़ी सी डार्क चॉकलेट खाने से ये प्रक्रिया और बेहतर हो सकती है, लेकिन ध्यान रखें, इसे सीमित मात्रा में ही लें। एक टुकड़ा ही इसे खाएं। अगर इससे ज्यादा खाएंगी तो आपको नींद आने में परेशानी हो सकती है।
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लंबे दिन के बाद अगर आप थकान या उदासी महसूस कर रही हैं, तो डार्क चॉकलेट आपका मूड अच्छा कर सकती है। इसमें मौजूद सेरोटोनिन और एंडॉर्फिन जैसे ‘फील गुड’ हार्मोन दिमाग को शांत करते हैं। यही वजह है कि कई लोग रात में थोड़ा चॉकलेट खाना पसंद करते हैं। बस ये ध्यान रखें कि ज्यादा न खाएं, वरना इसका उल्टा असर भी हो सकता है।
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अगर आप ज्यादा सोचने या स्ट्रेस की आदत से परेशान हैं, तो रात में थोड़ा-सा डार्क चॉकलेट खाना मन को शांत कर सकता है। बस ध्यान रहे कि ये मात्रा बहुत कम हो और सोने से थोड़ा पहले नहीं, बल्कि शाम को खाएं। साथ ही अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- Freepik
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