गैस, कब्ज और डाइजेशन से जुड़ी सभी दिक्कतों की छुट्टी कर सकते हैं ये 3 मसाले, जानें इस्तेमाल का तरीका

गैस, कब्ज, अपच और डाइजेशन से जुड़ी दिक्क्तें काफी आम होती हैं। अगर आपका पाचन कमजोर है, तो आपको इस तरह की दिक्कतें जल्दी परेशान कर सकती हैं। इनडाइजेशन को दूर करने में कई मसाले मदद कर सकते हैं। इन्हें इस्तेमाल करने का सही तरीका डाइटिशियन से जान लीजिए।
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क्या कुछ भी भी खाते ही आपका पेट गुब्बारे की तरह फूल जाता है?

क्या खाना खाने के बाद बदहजमी और सीने की जलन ने आपको परेशान किया हुआ है?

क्या आपको खुलकर भूख नहीं लगती है और आपका पेट भी ठीक से साफ नहीं होता है?

क्या अक्सर खट्टी डकार और स्मैली फार्ट आपकी शर्मिंदगी का कारण बनते हैं?

तो इसका साफ मतलब है कि आपका पाचन कमजोर है। पाचन खराब होने की कई वजह हो सकती हैं और अगर डाइजेशन ठीक नहीं है, तो इसका असर हमारे पूरे शरीर पर होता है। शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस, खान-पान की गलत आदतों, अनियमित जीवनशैली और स्ट्रेस समेत कई चीजों की वजह से पेट में गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग हो सकती है। पेट से जुड़ी लगभग सभी दिक्कतों का हल हमारी रसोई में ही छिपा है। हमारे किचन में मौजूद कई मसाले, इनडाइजेशन को दूर करने मेंंमदद कर सकते हैं। यहां हम आपको इन मसालों के फायदे और इन्हें इस्तेमाल करने के सही तरीके के बारे में डाइटिशियन से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

पेट से जुड़ी दिक्कतों में आराम पहुंचाने के लिए ऐसे करें घर के मसालों का इस्तेमाल

how to keep stomach healthy

  • धनिये में लिनालूल होता है। यह डाइजेस्टिव एंजाइम्स के सीक्रेशन को बढ़ाता है। यह आंतों में जमा गंदगी को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
  • धनिये के बीजों से पेट की गैस, अपच, और एसिडिटी जैसी दिक्कतें दूर होती हैं। इससे बाइल एसिड भी बनता है, जो डाइजेशन को दुरुस्त करने का काम करता है।
  • सौंफ में एनेथॉल होता है। यह गैस्ट्रिक जूस के सीक्रेशन में मदद करता है। यह पेट में होने वाली ऐंठन और ब्लोटिंग को भी कम कर सकती है।
  • सौंफ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और फाइबर होता है। यह गैस को कम करती है और इससे कब्ज दूर होती है।
  • इलायची बाइल सीक्रेशन में मदद करती है और फूड को सही से ब्रेकडाउन करने का काम करती है। इलायची में पाए जाने वाले ऑयल्स, डाइजेशन एंजाइम्स के सीक्रेशन को बढ़ाते हैं।
  • इससे डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं, गैस्ट्रिक इश्यूज ठीक होते हैं और यूटीआई का रिस्क भी कम होता है। इससे वजन भी आसानी से कम होता है।
  • जीरा, गैस को कम करता है और गट मोबिलिटी को सुधारकर, ब्लोटिंग को कम करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट पाचन को सुधारते हैं, पेट को साफ करते हैं और एसिडिटी को भी दूर करते हैं।
  • अजवाइन में मौजूद एक्टिव एंजाइम्स, डाइजेशन को सुधारते हैं और गैस्ट्रिक जूस का प्रोडक्शन बढ़ाते हैं। इसमें एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं। यह पेट की ऐंठन और गैस की वजह से होने वाले दर्द को दूर कर सकती है।

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गैस और अपच को दूर करेगी यह देसी चाय

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सामग्री

  • धनिया- 1 टीस्पून
  • सौंफ- 1 टीस्पून
  • इलायची- 1
  • जीरा- आधा टीस्पून
  • अजवाइन- आधा टीस्पून

विधि

  • सभी चीजों को पानी में डालकर अच्छे से उबालें।
  • इसे छान लें।
  • इसे सुबह के समय पिएं।
  • कुछ हफ्तों में अंतर महसूस हो सकता है।

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पेट से जुड़ी दिक्कतों में ये मसाले रामबाण से कम नहीं है। हालांकि, अगर आपका डाइजेशन हमेशा खराब रहता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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