डिनर में न खाएं ये 2 चीजें, डाइजेशन को हो सकता है नुकसान

डाइजेशन को दुरुस्त रखने के लिए डिनर हल्का करना चाहिए और जल्दी करना चाहिए। डिनर में कुछ हेल्दी चीजों को शामिल करके जहां पाचन अच्छा होता है, वहीं अगर आप अनहेल्दी और भारी फूड्स को डाइट का हिस्सा बनाएंगी, तो इससे पाचन बिगड़ सकता है।
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आजकल सेहतमंद रहने के लिए लोग काफी चीजें फॉलो करने लगे हैं। इनमें से एक डिनर का हल्का होना और जल्दी करना भी है। हालांकि, आजकल लोग इसे नया ट्रेंड समझने लगे हैं। लेकिन, असल में यह नया नहीं है बल्कि आयुर्वेद में हमेशा से इसे फायदेमंद माना गया है और हमारे कल्चर में भी हमेशा सूर्यास्त से पहले रात का भोजन करने की परम्परा रही है। यह केवल एक परम्परा नहीं है बल्कि इसमें सेहत का खजाना छिपा है। हालांकि, आज के वक्त में भागदौड़ से भरी जिंदगी और वर्क कल्चर की वजह से डिनर जल्दी करना सभी के लिए पॉसिबल नहीं है। ऐसे में आपको डिनर हल्का करना चाहिए और कुछ चीजों को डिनर में लेवा अवॉइड करना चाहिए। इससे डाइजेशन पर असर होता है। यहां हम आपको 2 ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें डिनर का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर नीतिका कोहली जानकारी दे रही हैं। उन्होंने आयुर्वेद में एमडी किया है और उन्हें इस फील्ड में लगभग 17 सालों को अनुभव है।

दही

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एक्सपर्ट का कहना है कि डिनर में दही और दही से बनने वाली चीजें जैसे दही-भल्ला, कढ़ी और दही के कबाब नहीं खाने चाहिए। रात में दही खाने से पाचन क्रिया सुस्त हो सकती है। इसके साथ ही, अपच और बेचैनी हो सकती है। रात के वक्त दही खाने से शरीर में कफ भी बढ़ सकता है और सर्दी-जुकाम की संभावना बढ़ सकती है। इससे जोड़ों का दर्द भी बढ़ सकता है। दही में कैलोरीज होती है और डेयरी प्रोडक्ट होने के कारण, यह प्रोटीन का भी अच्छा सोर्स है। रात के वक्त इसे पचाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए, इसे दिन के वक्त ही खाएं।

फल

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रात के समय फलों को भी नहीं खाना चाहिए। हालांकि, फल हेल्दी होते हैं और गुणों से भरपूर होते हैं। लेकिन, अगर आप फल रात को खाएंगी, तो इससे डाइजेशन सुस्त हो सकता है। रात को फल खाने से ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ सकता है। ज्यादातर फलों की तासीर ठंडी होती है। अगर आप रात में फल खाएंगे, तो इससे सर्दी से जुड़ी दिक्कतें होने का खतरा भी रहता है। आयुर्वेद के अनुसार, रात को फल खाने से ब्लोटिंग की दिक्कत हो सकती है। साथ ही, फलों और खाने के बीच कुछ घंटों के अंतर भी होना चाहिए। एक्सपर्ट का कहना है कि सुबह 11-12 बजे के बीच फल खाना सबसे बेहतर रहता है।

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सेहतमंद रहने के लिए, डाइजेशन का दुरुस्त होना बहुत जरूरी है और इसके लिए, खान-पान में सही बदलाव जरूरी है। साथ ही, खाने-पीने के समय का भी ध्यान रखें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik

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