गर्भपात का दुख किसी भी महिला के लिए काफी बड़ा होता है। प्रेग्नेंसी की शुरुआत में शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें कुछ खास हार्मोन अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में, सही खान-पान न सिर्फ मां के लिए, बल्कि गर्भ में पल रहे शिुश की अच्छी ग्रोथ और प्रेग्नेंसी को बनाए रखने के लिए भी बेहद जरूरी है। आज हम आपको 10 सुपरफूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो मिसकैरेज से बचने में महिलाओं को जरूर खाने चाहिए। इनके बारे में हमें फर्टिलिटी और योग एक्सपर्टअपेक्षा सीरियाबता रही हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, ''अगर आप अपनी डाइट में कुछ खास चीजें शामिल करती हैं, तो शरीर में ऐसे हार्मोन्स का बैलेंस बना रहता है, जो प्रेग्नेंसी को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। खासकर, प्रोजेस्टेरोन और एचसीजी जैसे हार्मोंंस का सही लेवल प्रेग्नेंसी के शुरुआती हफ्तों में बहुत जरूरी होता है।''
''प्रोजेस्टेरोन हार्मोन यूट्रस की अंदरूनी परत को मोटा और मजबूत बनाए रखता है, ताकि भ्रूण ठीक से यूट्रस में चिपक सके और बढ़ सके। यह यूट्रस के संकुचन को भी रोकता है, जिससे मिसकैरेज का खतरा कम होता है। वहीं, एचसीजी हार्मोन, जिसे 'प्रेग्नेंसी हार्मोन' के नाम से भी जानते हैं, प्रेग्नेंसी की शुरुआत में प्रोजेस्टेरोन बनाने वाली ग्लैंड को संकेत देता है कि वह प्रोजेस्टेरोन बनाना जारी रखे। इन दोनों हार्मोन्स का पर्याप्त मात्रा में होना प्रेग्नेंसी को बनाए रखने के लिए जरूरी है। अपनी डाइट में इन 10 सुपरफूड्स को शामिल करके आप अपने शरीर की प्रेग्नेंसी को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद कर सकती हैं।''
गर्भपात से बचने के लिए महिलाएं खाएं ये 10 चीजें
शकरकंद
शकरकंद बीटा-कैरोटीन से भरपूर होता है, जिसे शरीर विटामिन-ए में बदलता है। यह विटामिन भ्रूण के अंगों, हड्डियों और इम्यून सिस्टम की ग्रोथ के लिए जरूरी है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट गुण सेल्स डैमेज को कम करते हैं और यूट्रस की हेल्थ को सपोर्ट करते हैं, जो प्रोजेस्टेरोन को बैलेंस करता है।
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कद्दू
कद्दू विटामिन-ए, सी और ई के साथ-साथ जिंक और पोटेशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होता है। हम आपको यह पहले ही बता चुके हैं कि विटामिन-ए भ्रूण की ग्रोथ में मदद करता है और विटामिन-सी और ई पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो सेल्स को नुकसान से बचाते हैं। जिंक हार्मोनल बैलेंस में मदद करता है, जिससे प्रोजेस्टेरोन के लेवल को सपोर्ट मिलती है।
पालक
पालक फोलिक एसिड (फोलेट), आयरन और विटामिन-के का पावरहाउस है। फोलिक एसिड न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट को रोकने के लिए जरूरी है, जो प्रेग्नेंसी के शुरुआती स्टेज में बनता है। आयरन प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया को रोकता है और ब्लड की मात्रा को बनाए रखता है।
नट्स और सीड्स
बादाम, अखरोट, चिया बीज, अलसी और कद्दू के बीज हेल्दी फैट जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन-ई, मैग्नीशियम, जिंक और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। ये सभी पोषक तत्व हार्मोन के प्रोडक्शन और बैलेंस के लिए जरूरी है। हेल्दी फैट सेल मेम्ब्रेन के निर्माण करता है, जो हार्मोन रिसेप्टर्स के लिए जरूरी है और प्रोजेस्टेरोन के काम को आसान बनाता है।
स्ट्रॉबेरी
यह रसीला फल विटामिन-सी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। विटामिन-सी आयरन के अवशोषण में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जबकि एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। मजबूत इम्यूनिटी प्रेग्नेंसी के दौरान इंफेक्शन को रोकती है, जो कभी-कभी मिसकैरेज का कारण बन सकता है।
एवोकाडो
एवोकाडो हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट, फोलेट, पोटेशियम, विटामिन-के, सी, बी6 और ई का अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद हेल्दी फैट हार्मोन के प्रोडक्शन के लिए जरूरी है, जिसमें प्रोजेस्टेरोन भी शामिल है। फोलेट भ्रूण की ग्रोथ के लिए जरूरी है और पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
केला
केले पोटेशियम और विटामिन-B6 का अच्छा स्रोत हैं। यह विटामिन मॉर्निंग सिकनेस को कम करता है। यह समस्या प्रेग्नेंसी केफर्स्ट ट्राइमेस्टरमें महिलाओं को परेशान करती है। पोटेशियम ब्लड प्रेशर को बनाए रखने और लिक्विड के बैलेंस के लिए जरूरी है।
काबुली चना/छोले
काबुली चना प्रोटीन, फाइबर, फोलेट और आयरन से भरपूर होता है। प्रोटीन भ्रूण के टिश्युओं की ग्रोथ के लिए जरूरी है, जबकि फाइबर डाइजेशन को सही रखता है और प्रेग्नेंसी में ज्यादातर महिलाओं को परेशान करने वाली कब्ज की समस्या को रोकता है। फोलेट और आयरन ब्लड के निर्माण और मां की हेल्थ के लिए जरूरी होता है।
ब्रोकली
यह हरी सब्जी फोलेट, विटामिन-सी, विटामिन-के, फाइबर और कैल्शियम से भरपूर होती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स शरीर को डिटॉक्सिफाई करते हैं और सेल्स की हेल्थ को सपोर्ट करते हैं। ब्रोकली हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखता है और हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी पोषक तत्वों की आपूर्ति करने में भी सहायक है।
मिलेट्स
बाजरा, रागी, ज्वार जैसे मिलेट्स कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, मैग्नीशियम और विटामिन-बी का सबसे अच्छा स्रोत हैं। ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है, जिससे एनर्जी का लेवल बना रहता है और प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज के खतरे को कम करता है। कंट्रोल ब्लड शुगर और पर्याप्त एनर्जी शरीर के हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने के लिए जरूरी हैं।
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हेल्दी डाइट प्रेग्नेंसी को बनाए रखने के लिए जरूरी है, लेकिन यह मिसकैरेज के खतरे को पूरी तरह से रोक नहीं सकती है, क्योंकि इसके कई कारण हो सकते हैं। हालांकि, इन पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करके आप अपने शरीर को प्रोजेस्टेरोन और एचसीजी के लेवल को सपोर्ट कर सकती हैं, जिससे हेल्दी प्रेग्नेंसी के चांस बढ़ सकते हैं। प्रेग्नेंसी में किसी भी तरह के फूड्स को खाने से पहले डाइटिशियन से सलाह जरूर लें।
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