इस साल 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पड़ रही है। इसे महादेव और मां पार्वती की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है। पूरे भारत में इस दिन पूजा-पाठ, यज्ञ, व्रत आदि का माहौल होगा। लोग दूर-दूर से शिव मंदिरों के दर्शन के लिए जाएंगे और भगवान शिव और मां पार्वती को मिठाइयां और तरह-तरह के भोग चढ़ाते हैं।
अगर आप भी भोले बाबा और माता का आशीर्वाद चाहते हैं और तो उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनकी पसंद का भोग जरूर लगाएं।
ऐसी कई चीज़ें हैं जो भगवान शिव को अति प्रिय हैं और अगर आप ये चीज़ें उन्हें भेंट करेंगे तो आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी। चलिए इस आर्टिकल में हम आपके साथ ऐसी चीज़ें शेयर करेंगे जो आप भगवान शिव को भोग चढ़ा सकती हैं।
दूध
आपको यह तो पता ही होगा कि भगवान शिव को दूध को क्यों चढ़ाया जाता है? पवित्र जल डालने के बाद दूध डालने से मस्तिष्क और आत्मा को अच्छाई, करुणा, नेक विचार और सात्विक मानसिकता का पोषण मिलता है। भगवान शिव को दूध का अभिषेक कर उनकी वंदना करें।
शहद
यदि आप भगवान शिव पर शहद का चढ़ाते हैं तो इससे भगवान प्रसन्न होंगे। शहद चढ़ाने से सुख में वृद्धि होती है और जीवन से शत्रुओं का नाश होता है। इतना ही नहीं, भोलेनाथ से आपको अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र का वरदान मिलेगा। अगर आप भगवान को प्रसन्न करके मनोवांछित फल पाना चाहते हैं तो शहद उन्हें जरूर चढ़ाएं।
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ठंडाई
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर को भगवान शिव की शादी की सालगिरह के रूप में भी मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने के लिए प्रसिद्ध सूखे मेवे और केसर के स्वाद वाला दूध एक पारंपरिक पेय है जिसे भगवान शिव के लिए प्रसाद के रूप में तैयार किया जाता है। इसे ठंडाई (होली पर बनाएं ये 3 तरह के ठंडाई) के नाम से जाना जाता है, जो गर्मियों में ठंडा करने वाला पेय है।
कंद मूल
कंद मूल या राम कंद मूल एक जड़ वाला फल होता है जो ज्यादातर दक्षिण भारत में मिलता है। इसे भी भगवान शिव को चढ़ाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि महायोगी को कंद-मूल प्रिय है। धतूरा, ठंडाई, सफेद रंग की मिठाइयों के साथ उन्हें कंद मूल का भोग भी अवश्य लगाएं।
भांग
सामान्य रूप से भांग का शिव से गहरा संबंध है। महाशिवरात्रि पर या प्रमुख शिव मंदिरों में नियमित दिनों में भी भांग को अक्सर प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान 'हलाहल' नामक एक घातक जहर निकला था, जो इतना जहरीला था कि पूरी सृष्टि को समाप्त कर सकता था। ऐसा होने से बचने के लिए, भगवान शिव ने स्वयं ही पूरा विष पी लिया और बाद में उनकी पीड़ा को देवताओं ने भांग अर्पित कर शांत किया।
दही
आपने देखा होगा कुछ लगो दही और दूध से भगवान शिव को स्नान कराते हैं। वहीं, कुछ लोग दही शिवजी को अर्पित भी करते हैं। माना जाता है कि दही भी शिव को बहुत प्रिय है और उन्हें यह अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सौंदर्य और विलासिता आती है।
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बेर
बेर फल दीर्घायु और मनोकामना पूर्ति का प्रतीक है। भगवान शिव को बेर का फल बहुत प्रिय होता है, इसलिए इसे हिंदू धर्म में एक पवित्र फल माना जाता है। वेदों और पुराणों के अनुसार महाशिवरात्रि अनुष्ठानों में इस फल का बहुत गहरा महत्व है।
अब आप भी अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए और भगवान शिव की कृपा पाने के लिए इन चीज़ों को भगवान शिव को अर्पित करना न भूलें।
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